राजस्थान के कोटा जिले में एमबीएस अस्पताल में प्रशासनिक लापरवाही सामने आई है। स्ट्रोक का इलाज करा रही एक महिला की आंख की पलक को ही चूहा खा गया। पलक कुतरने के बाद चूहे ने आंख को भी नुकसान पहुंचाने की कोसिश की। लकवाग्रस्त महिला हिल भी नहीं सकी और सिर्फ आंसू बहाती रही।
घटना सोमवार देर रात की बताई जा रही है। महिला का रूपवती भाटी है और वह रेलवे कॉलोनी की रहने वाली है। रूपवती को 45 दिन पहले स्ट्रोक यूनिट में भर्ती कराया गया था। पैरालिसिस का अटैक आने से शरीर का 90 प्रतिशत हिस्सा हिल-डुल नहीं रहा। इलाज चल रहा है। बीती रात आईसीयू में कोई नहीं था। सुबह जब पति और परिजन रूपवती को देखने पहुंचे तो पलकें लगभग दो हिस्सों में बंटी हुई थी। पलकों पर आंख के पास खून भी रिस रहा था। डॉक्टर ने बताया कि कोई चूहा खा गया होगा। इस घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को लगी तो हड़कम्प मच गया। डिप्टी सुपरिटेंडेंट ने कहा कि हम मामले की जांच करेंगे। हम तो हर महीने पेस्टीसाइड का छिड़काव करवाते हैं। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो उसमें स्टाफ की जिम्मेदारी है। उनका अटेंडेंट उनके साथ था।
विस्तार
राजस्थान के कोटा जिले में एमबीएस अस्पताल में प्रशासनिक लापरवाही सामने आई है। स्ट्रोक का इलाज करा रही एक महिला की आंख की पलक को ही चूहा खा गया। पलक कुतरने के बाद चूहे ने आंख को भी नुकसान पहुंचाने की कोसिश की। लकवाग्रस्त महिला हिल भी नहीं सकी और सिर्फ आंसू बहाती रही।
घटना सोमवार देर रात की बताई जा रही है। महिला का रूपवती भाटी है और वह रेलवे कॉलोनी की रहने वाली है। रूपवती को 45 दिन पहले स्ट्रोक यूनिट में भर्ती कराया गया था। पैरालिसिस का अटैक आने से शरीर का 90 प्रतिशत हिस्सा हिल-डुल नहीं रहा। इलाज चल रहा है। बीती रात आईसीयू में कोई नहीं था। सुबह जब पति और परिजन रूपवती को देखने पहुंचे तो पलकें लगभग दो हिस्सों में बंटी हुई थी। पलकों पर आंख के पास खून भी रिस रहा था। डॉक्टर ने बताया कि कोई चूहा खा गया होगा। इस घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को लगी तो हड़कम्प मच गया। डिप्टी सुपरिटेंडेंट ने कहा कि हम मामले की जांच करेंगे। हम तो हर महीने पेस्टीसाइड का छिड़काव करवाते हैं। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो उसमें स्टाफ की जिम्मेदारी है। उनका अटेंडेंट उनके साथ था।