Petrol-Diesel Excise Duty Cut: पेट्रोल और डीजल के दाम कम करने के केंद्र के फैसले को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस की जीत बताया है। उन्होंने कहा कांग्रेस द्वारा देशभर में लगातार मंहगाई के खिलाफ किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के दबाव में केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम की है।
उन्होंने कहा, पिछले दो महीने में ही पेट्रोल और डीजल के दाम लगभग 10 रुपये प्रति लीटर बढ़े थे। ऐसे में केंद्र द्वारा की कटौती महज एक औपचारिकता है। अगर, केंद्र सरकार सही मायने में आमजन को राहत देना चाहती है तो एक्साइज ड्यूटी को घटाकर यूपीए सरकार के स्तर पर ले जाना चाहिए। जिससे डीजल-पेट्रोल की कीमतें 70 रुपये प्रति लीटर से भी कम हो जाएंगी। इससे आमजन को मंहगाई से राहत मिलेगी।
बता दें कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत दी है। सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी पेट्रोल पर 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर कम कर दी गई है। इससे पेट्रोल की कीमतें 9.5 रुपये और डीजल की कीमतें 7 रुपये प्रति लीटर कम हो जाएंगी।
केंद्र के फैसले का राजस्थान पर क्या असर होगा?
राजस्थान की राजधानी जयपुर में पेट्रोल 118.03 रुपये प्रति लीटर और डीजल 100.92 रुपये प्रति लीटर मिल रहा था। नई दरों के अनुसार पेट्रोल 108 से 109 रुपये के बीच और डीजल 93-94 रुपये के बीच रहेगा। वहीं, अजमेर में पेट्रोल 107-108 और डीजल 93-94 रुपये प्रति लीटर होगा। बीकानेर में पेट्रोल 120.26 रुपये प्रति लीटर से घटकर 110-111 रुपये के बीच और डीजल 96-97 रुपये के बीच मिलेगा। वहीं, श्रीगंगानगर में पेट्रोल 122.41 रुपये प्रति लीटर से घटकर 112-113 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96-97 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। इस तरह श्रीगंगानगर में अब भी देश का सबसे महंगा पेट्रोल मिलेगा।
राजस्थान और मप्र पेट्रोल-डीजल की कीमतें सबसे ज्यादा
इन दोनों ही राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर देश में सबसे अधिक टैक्स वसूला जाता है। राजस्थान में पेट्रोल पर 31.04% वैट और 1,500 रुपये किलो लीटर रोड डेवलपमेंट सेस वसूला जाता है। वहीं, डीजल पर 19.30% वैट और 1,750 रुपये किलो लीटर रोड डेवलपमेंट सेस वसूला जा रहा है। इसके मुकाबले मध्य प्रदेश में पेट्रोल पर 29% वैट है, जबकि 2.5 रुपये प्रति लीटर वैट के अतिरिक्त 1% सेस भी लगता है। वहीं, डीजल पर मध्य प्रदेश सरकार 19% वैट और 1.5 रुपये प्रति लीटर वैट के अतिरिक्त 1% सेस वसूलती है। सिर्फ महाराष्ट्र ही ऐसा राज्य है, जिसमें वैट मध्य प्रदेश और राजस्थान जितना वसूला जा रहा है। देश के अन्य राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर कम टैक्स वसूला जाता है।
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Petrol-Diesel Excise Duty Cut: पेट्रोल और डीजल के दाम कम करने के केंद्र के फैसले को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस की जीत बताया है। उन्होंने कहा कांग्रेस द्वारा देशभर में लगातार मंहगाई के खिलाफ किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के दबाव में केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम की है।
उन्होंने कहा, पिछले दो महीने में ही पेट्रोल और डीजल के दाम लगभग 10 रुपये प्रति लीटर बढ़े थे। ऐसे में केंद्र द्वारा की कटौती महज एक औपचारिकता है। अगर, केंद्र सरकार सही मायने में आमजन को राहत देना चाहती है तो एक्साइज ड्यूटी को घटाकर यूपीए सरकार के स्तर पर ले जाना चाहिए। जिससे डीजल-पेट्रोल की कीमतें 70 रुपये प्रति लीटर से भी कम हो जाएंगी। इससे आमजन को मंहगाई से राहत मिलेगी।
बता दें कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत दी है। सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी पेट्रोल पर 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर कम कर दी गई है। इससे पेट्रोल की कीमतें 9.5 रुपये और डीजल की कीमतें 7 रुपये प्रति लीटर कम हो जाएंगी।
केंद्र के फैसले का राजस्थान पर क्या असर होगा?
राजस्थान की राजधानी जयपुर में पेट्रोल 118.03 रुपये प्रति लीटर और डीजल 100.92 रुपये प्रति लीटर मिल रहा था। नई दरों के अनुसार पेट्रोल 108 से 109 रुपये के बीच और डीजल 93-94 रुपये के बीच रहेगा। वहीं, अजमेर में पेट्रोल 107-108 और डीजल 93-94 रुपये प्रति लीटर होगा। बीकानेर में पेट्रोल 120.26 रुपये प्रति लीटर से घटकर 110-111 रुपये के बीच और डीजल 96-97 रुपये के बीच मिलेगा। वहीं, श्रीगंगानगर में पेट्रोल 122.41 रुपये प्रति लीटर से घटकर 112-113 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96-97 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। इस तरह श्रीगंगानगर में अब भी देश का सबसे महंगा पेट्रोल मिलेगा।
राजस्थान और मप्र पेट्रोल-डीजल की कीमतें सबसे ज्यादा
इन दोनों ही राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर देश में सबसे अधिक टैक्स वसूला जाता है। राजस्थान में पेट्रोल पर 31.04% वैट और 1,500 रुपये किलो लीटर रोड डेवलपमेंट सेस वसूला जाता है। वहीं, डीजल पर 19.30% वैट और 1,750 रुपये किलो लीटर रोड डेवलपमेंट सेस वसूला जा रहा है। इसके मुकाबले मध्य प्रदेश में पेट्रोल पर 29% वैट है, जबकि 2.5 रुपये प्रति लीटर वैट के अतिरिक्त 1% सेस भी लगता है। वहीं, डीजल पर मध्य प्रदेश सरकार 19% वैट और 1.5 रुपये प्रति लीटर वैट के अतिरिक्त 1% सेस वसूलती है। सिर्फ महाराष्ट्र ही ऐसा राज्य है, जिसमें वैट मध्य प्रदेश और राजस्थान जितना वसूला जा रहा है। देश के अन्य राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर कम टैक्स वसूला जाता है।