हिमाचल प्रदेश में आम आदमी पार्टी (आप) शिक्षा के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को शिमला में आयोजित शिक्षा संवाद के दौरान आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी और हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार ने देश और प्रदेश में शिक्षा का बेड़ा गर्क कर विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में डाल दिया है। उन्होंने राज्य में शिक्षा के सुधार के लिए प्रदेश की जनता से पांच साल मांगे। उन्होंने कहा कि अभिभावक निजी स्कूलों के बजाय सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना शुरू कर देंगे। सिसोदिया ने कहा कि जयराम सरकार के ये हाल हैं कि मंत्री बनने से पहले जो व्यक्ति दो कच्चे कमरों में रहता था, उसने अपने बेटे की शादी की 10-10 रिसेप्शन पांच सितारा होटलों में दी हैं। भवन निर्माण और अन्य कार्यों में ठेकेदारों से मंत्री पैसा खा रहे हैं।
दिल्ली में 25 फीसदी बजट शिक्षा पर खर्च
सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में 25 फीसदी बजट शिक्षा पर खर्च हो रहा है। देश के किसी राज्य में शिक्षा पर इतना पैसा खर्च नहीं किया जाता। दिल्ली में केजरीवाल सरकार दिल और दिमाग से काम कर रही है। वहां निजी स्कूलों को सरकारी स्कूल टक्कर दे रहे हैं। वहां कपड़ों में प्रेस करने वाले व्यक्ति का बेटा आज इंजीनियर है। 80 में से 32 सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों ने नीट की परीक्षा पास की है। हिमाचल में सरकारी स्कूल लगातार बंद करवाए जा रहे हैं और महंगे निजी स्कूलों को थाल सजाकर लूटने की छूट दी गई है। यदि किसी समाज को बर्बाद करना है तो स्कूल बंद कर दो, जिसकी भाजपा ने पूरी तैयारी कर रखी है। साल 2015 में यहां 10 लाख विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में पढ़ते थे और आज इन स्कूलों में सिर्फ आठ लाख विद्यार्थी हैं। प्रदेश के 2,000 स्कूलों में सिर्फ एक-एक शिक्षक है।
स्कूलों की जमीनें तक बेच दीं
सिसोदिया ने कहा कि प्रदेश में स्कूलों की जमीनें तक बेच दी हैं। राज्य में उद्योग आए, लेकिन विकास नहीं हुआ। इन उद्योगों से हर साल भाजपा नेता पैसा लेकर जाते हैं। उन्होंने कहा कि उद्योगों से भाजपा नेता जितनी रिश्वत लेते हैं, उसका 50 फीसदी सरकारी खजाने में आता तो यहां स्कूलों के विकास के लिए पैसों की कमी नहीं होती।
पूर्व सांसद सुशांत और सिसोदिया की मुलाकात से गरमाईं राजनीतिक चर्चाएं
हिमाचल सरकार के पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद डॉ. राजन सुशांत ने मंगलवार को शिमला के टुटीकंडी में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात की। कुछ वर्ष पूर्व आम आदमी पार्टी के राज्य संयोजक रहे चुके सुशांत की सिसोदिया से यह मुलाकात राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। सुशांत मंगलवार सुबह 11:00 बजे ही टुटीकंडी पहुंच गए थे। उन्होंने सिसोदिया का शिमला आगमन पर स्वागत करते हुए कहा कि सिसोदिया और उन्होंने अन्ना हजारे के आंदोलन और आम आदमी पार्टी में साथ काम किया है। सोमवार रात को मुझे सिसोदिया के आने की सूचना मिली थी। सिसोदिया मेरे पुराने मित्र हैं।
प्रदेश में तीसरा राजनीतिक विकल्प तैयार करने में जुटे डॉ. राजन सुशांत की सिसोदिया से मुलाकात को सुशांत की आम आदमी पार्टी में वापसी के तौर पर भी देखा जा रहा है। सुशांत और सिसोदिया ने अकेले में करीब पांच मिनट तक बातचीत भी की। मीडिया से बात करते हुए सुशांत ने कहा कि हमने हिमाचल रिजनल एलायंस का गठन किया है। हमारा और आम आदमी पार्टी का प्रदेश में गैर भाजपा और गैर कांग्रेस सरकार बनाने का लक्ष्य है। आम आदमी पार्टी में शामिल होने के सवाल पर सुशांत ने कहा कि राजनीति में संभावनाएं बनी रहती है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस बैठक का फैसला जाहिर हो जाएगा। मनीष सिसोदिया ही इसकी जानकारी देंगे।
जयराम का जवाब...
मनीष सिसोदिया के आरोप पर हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सिसोदिया यहां राजनीतिक मकसद से आए हैं। किसी भी क्षेत्र में सुधार अच्छा है लेकिन यह उनका उद्देश्य नहीं है। दिल्ली और हिमाचल प्रदेश की स्थिति बहुत अलग है। ठाकुर ने कहा कि कठिन परिस्थितियों के बावजूद शिक्षा के मामले में हिमाचल प्रदेश दिल्ली से कम नहीं है। हमारे छात्रों की क्षमता पर सवाल उठाना ठीक नहीं है। उन्हें पहले हिमाचल को समझना चाहिए और फिर इसके बारे में बात करनी चाहिए।
विस्तार
हिमाचल प्रदेश में आम आदमी पार्टी (आप) शिक्षा के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को शिमला में आयोजित शिक्षा संवाद के दौरान आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी और हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार ने देश और प्रदेश में शिक्षा का बेड़ा गर्क कर विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में डाल दिया है। उन्होंने राज्य में शिक्षा के सुधार के लिए प्रदेश की जनता से पांच साल मांगे। उन्होंने कहा कि अभिभावक निजी स्कूलों के बजाय सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना शुरू कर देंगे। सिसोदिया ने कहा कि जयराम सरकार के ये हाल हैं कि मंत्री बनने से पहले जो व्यक्ति दो कच्चे कमरों में रहता था, उसने अपने बेटे की शादी की 10-10 रिसेप्शन पांच सितारा होटलों में दी हैं। भवन निर्माण और अन्य कार्यों में ठेकेदारों से मंत्री पैसा खा रहे हैं।
दिल्ली में 25 फीसदी बजट शिक्षा पर खर्च
सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में 25 फीसदी बजट शिक्षा पर खर्च हो रहा है। देश के किसी राज्य में शिक्षा पर इतना पैसा खर्च नहीं किया जाता। दिल्ली में केजरीवाल सरकार दिल और दिमाग से काम कर रही है। वहां निजी स्कूलों को सरकारी स्कूल टक्कर दे रहे हैं। वहां कपड़ों में प्रेस करने वाले व्यक्ति का बेटा आज इंजीनियर है। 80 में से 32 सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों ने नीट की परीक्षा पास की है। हिमाचल में सरकारी स्कूल लगातार बंद करवाए जा रहे हैं और महंगे निजी स्कूलों को थाल सजाकर लूटने की छूट दी गई है। यदि किसी समाज को बर्बाद करना है तो स्कूल बंद कर दो, जिसकी भाजपा ने पूरी तैयारी कर रखी है। साल 2015 में यहां 10 लाख विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में पढ़ते थे और आज इन स्कूलों में सिर्फ आठ लाख विद्यार्थी हैं। प्रदेश के 2,000 स्कूलों में सिर्फ एक-एक शिक्षक है।
स्कूलों की जमीनें तक बेच दीं
सिसोदिया ने कहा कि प्रदेश में स्कूलों की जमीनें तक बेच दी हैं। राज्य में उद्योग आए, लेकिन विकास नहीं हुआ। इन उद्योगों से हर साल भाजपा नेता पैसा लेकर जाते हैं। उन्होंने कहा कि उद्योगों से भाजपा नेता जितनी रिश्वत लेते हैं, उसका 50 फीसदी सरकारी खजाने में आता तो यहां स्कूलों के विकास के लिए पैसों की कमी नहीं होती।
पूर्व सांसद सुशांत और सिसोदिया की मुलाकात से गरमाईं राजनीतिक चर्चाएं
हिमाचल सरकार के पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद डॉ. राजन सुशांत ने मंगलवार को शिमला के टुटीकंडी में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात की। कुछ वर्ष पूर्व आम आदमी पार्टी के राज्य संयोजक रहे चुके सुशांत की सिसोदिया से यह मुलाकात राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। सुशांत मंगलवार सुबह 11:00 बजे ही टुटीकंडी पहुंच गए थे। उन्होंने सिसोदिया का शिमला आगमन पर स्वागत करते हुए कहा कि सिसोदिया और उन्होंने अन्ना हजारे के आंदोलन और आम आदमी पार्टी में साथ काम किया है। सोमवार रात को मुझे सिसोदिया के आने की सूचना मिली थी। सिसोदिया मेरे पुराने मित्र हैं।
प्रदेश में तीसरा राजनीतिक विकल्प तैयार करने में जुटे डॉ. राजन सुशांत की सिसोदिया से मुलाकात को सुशांत की आम आदमी पार्टी में वापसी के तौर पर भी देखा जा रहा है। सुशांत और सिसोदिया ने अकेले में करीब पांच मिनट तक बातचीत भी की। मीडिया से बात करते हुए सुशांत ने कहा कि हमने हिमाचल रिजनल एलायंस का गठन किया है। हमारा और आम आदमी पार्टी का प्रदेश में गैर भाजपा और गैर कांग्रेस सरकार बनाने का लक्ष्य है। आम आदमी पार्टी में शामिल होने के सवाल पर सुशांत ने कहा कि राजनीति में संभावनाएं बनी रहती है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस बैठक का फैसला जाहिर हो जाएगा। मनीष सिसोदिया ही इसकी जानकारी देंगे।
जयराम का जवाब...
मनीष सिसोदिया के आरोप पर हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सिसोदिया यहां राजनीतिक मकसद से आए हैं। किसी भी क्षेत्र में सुधार अच्छा है लेकिन यह उनका उद्देश्य नहीं है। दिल्ली और हिमाचल प्रदेश की स्थिति बहुत अलग है। ठाकुर ने कहा कि कठिन परिस्थितियों के बावजूद शिक्षा के मामले में हिमाचल प्रदेश दिल्ली से कम नहीं है। हमारे छात्रों की क्षमता पर सवाल उठाना ठीक नहीं है। उन्हें पहले हिमाचल को समझना चाहिए और फिर इसके बारे में बात करनी चाहिए।