हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में शुक्रवार को झमाझम बादल बरसे। शहर में दोपहर साढ़े बारह बजे से तीन बजे तक 67 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। इस दौरान कई जगह पेड़ और मलबा सड़कों पर गिर गया। यातायात भी कई जगह प्रभावित हुआ। रोहतांग, बारालाचा, कुंजुम दर्रा, हनुमान टिब्बा, सेवन सिस्टर और मणिमहेश स्थित कैलाश पर्वत पर फाहे गिरे। रामपुर के झाकड़ी में ब्रौनी खड्ड उफान पर होने से छह घंटे तक नेशनल हाईवे पांच ठप रहा। शनिवार को भी प्रदेश में बारिश के आसार हैं। सात और आठ सितंबर को प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
नेशनल हाइवे पांच झाकड़ी के पास ब्रौनी खड्ड में गुरुवार रात को भारी बारिश के चलते जलस्तर उफान पर रहा। देर रात करीब 2 बजे झाकड़ी के ब्रौनी खड्ड में तेज बारिश के कारण नाले में मलबा और पत्थर आने से एनएच पर वाहनों के पहिये थमे रहे। शुक्रवार सुबह सूचना मिलते ही नेशनल हाईवे ज्यूरी से अधिकारी जेसीबी मशीन के साथ मौके पर पहुंचे और मलबे को हटाया। सुबह करीब 8 बजे नाले के दोनों तरफ लगे जाम को बहाल किया गया।
ऊपरी शिमला और कुल्लू जिला में जारी बारिश से सेब तुड़ान भी प्रभावित हुआ। शिमला में कई दिनों हुई झमाझम बारिश से ढाई घंटे तक शहर थम गया। इसके अलावा जुब्बड़हट्टी में 46, डलहौजी 8, बिलासपुर 7, सुंदरनगर 6, चंबा 4 और केलांग में 3 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। शुक्रवार को ऊना में अधिकतम तापमान 32.4, बिलासपुर 28.0, धर्मशाला-नाहन 27.8, कांगड़ा 27.6, सुंदरनगर 27.4, हमीरपुर 26.8, डलहौजी 26.5, भुंतर 25.2, चंबा 23.5, शिमला 20.7 और केलांग में 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
शिमला में कई जगह भूस्खलन, गाड़ी दबी
राजधानी में मूसलाधार बारिश के चलते शहर में भारी नुकसान हुआ है। उपनगरों में जगह-जगह भूस्खलन होने और पेड़ गिरने से कई सड़कें और रास्ते बंद हो गए हैं। बारिश के चलते बीसीएस के पास एक छोटा पेड़ गैस एजेंसी की सिलिंडरों से भरी गाड़ी पर गिर गया। यह गाड़ी सड़क किनारे खड़ी थी। हालांकि पेड़ गाड़ी के पिछली तरफ गिरा जिससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। मैहली-शोघी बाइपास पर कई जगह भूस्खलन होने से यातायात वनवे हो गया है। कनलोग में गुरुवार देर रात करीब नौ बजे भूस्खलन से एंबुलेंस रोड का डंगा धंस गया। इससे सड़क और कई पैदल रास्ते बंद हो गए हैं। इसका मलबा निचली ओर स्थित मकानों के आंगन में घुस गया।
स्थानीय निवासी सुभाष वर्मा के अनुसार भूस्खलन होने से दो पेड़ भी उखड़कर दूसरे पेड़ों पर लटक गए। बिजली का पोल उखड़ने से इस इलाके में बिजली गुल हो गई। इससे ठाकुर निवास को खतरा पैदा हो गया है। स्थानीय लोगों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी लेकिन काफी देर बाद भी जब विभाग की टीमें मौके पर नहीं पहुंची तो नगर निगम को सूचना दी। मेयर सत्या कौंडल ने पुलिस, वन विभाग और जिला प्रशासन को सूचना दी। देर रात ही मौके पर पहुंची टीमों ने मजदूरों की मदद से ढह रहे पेड़ों को रस्से बांध दिए।
कसुम्पटी में दुकानों में घुसा पानी
बारिश के चलते कसुम्पटी बाजार, विकासनगर और खलीनी में कई जगह सड़क का पानी दुकानों में घुस गया। इससे दुकान में रखा सामान खराब हो गया। कारोबारियों का कहना है कि ड्रेनेज सिस्टम सही न होने से बारिश का पानी दुकान में घुस रहा है।
विस्तार
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में शुक्रवार को झमाझम बादल बरसे। शहर में दोपहर साढ़े बारह बजे से तीन बजे तक 67 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। इस दौरान कई जगह पेड़ और मलबा सड़कों पर गिर गया। यातायात भी कई जगह प्रभावित हुआ। रोहतांग, बारालाचा, कुंजुम दर्रा, हनुमान टिब्बा, सेवन सिस्टर और मणिमहेश स्थित कैलाश पर्वत पर फाहे गिरे। रामपुर के झाकड़ी में ब्रौनी खड्ड उफान पर होने से छह घंटे तक नेशनल हाईवे पांच ठप रहा। शनिवार को भी प्रदेश में बारिश के आसार हैं। सात और आठ सितंबर को प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
नेशनल हाइवे पांच झाकड़ी के पास ब्रौनी खड्ड में गुरुवार रात को भारी बारिश के चलते जलस्तर उफान पर रहा। देर रात करीब 2 बजे झाकड़ी के ब्रौनी खड्ड में तेज बारिश के कारण नाले में मलबा और पत्थर आने से एनएच पर वाहनों के पहिये थमे रहे। शुक्रवार सुबह सूचना मिलते ही नेशनल हाईवे ज्यूरी से अधिकारी जेसीबी मशीन के साथ मौके पर पहुंचे और मलबे को हटाया। सुबह करीब 8 बजे नाले के दोनों तरफ लगे जाम को बहाल किया गया।
ऊपरी शिमला और कुल्लू जिला में जारी बारिश से सेब तुड़ान भी प्रभावित हुआ। शिमला में कई दिनों हुई झमाझम बारिश से ढाई घंटे तक शहर थम गया। इसके अलावा जुब्बड़हट्टी में 46, डलहौजी 8, बिलासपुर 7, सुंदरनगर 6, चंबा 4 और केलांग में 3 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। शुक्रवार को ऊना में अधिकतम तापमान 32.4, बिलासपुर 28.0, धर्मशाला-नाहन 27.8, कांगड़ा 27.6, सुंदरनगर 27.4, हमीरपुर 26.8, डलहौजी 26.5, भुंतर 25.2, चंबा 23.5, शिमला 20.7 और केलांग में 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
शिमला में कई जगह भूस्खलन, गाड़ी दबी
राजधानी में मूसलाधार बारिश के चलते शहर में भारी नुकसान हुआ है। उपनगरों में जगह-जगह भूस्खलन होने और पेड़ गिरने से कई सड़कें और रास्ते बंद हो गए हैं। बारिश के चलते बीसीएस के पास एक छोटा पेड़ गैस एजेंसी की सिलिंडरों से भरी गाड़ी पर गिर गया। यह गाड़ी सड़क किनारे खड़ी थी। हालांकि पेड़ गाड़ी के पिछली तरफ गिरा जिससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। मैहली-शोघी बाइपास पर कई जगह भूस्खलन होने से यातायात वनवे हो गया है। कनलोग में गुरुवार देर रात करीब नौ बजे भूस्खलन से एंबुलेंस रोड का डंगा धंस गया। इससे सड़क और कई पैदल रास्ते बंद हो गए हैं। इसका मलबा निचली ओर स्थित मकानों के आंगन में घुस गया।
स्थानीय निवासी सुभाष वर्मा के अनुसार भूस्खलन होने से दो पेड़ भी उखड़कर दूसरे पेड़ों पर लटक गए। बिजली का पोल उखड़ने से इस इलाके में बिजली गुल हो गई। इससे ठाकुर निवास को खतरा पैदा हो गया है। स्थानीय लोगों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी लेकिन काफी देर बाद भी जब विभाग की टीमें मौके पर नहीं पहुंची तो नगर निगम को सूचना दी। मेयर सत्या कौंडल ने पुलिस, वन विभाग और जिला प्रशासन को सूचना दी। देर रात ही मौके पर पहुंची टीमों ने मजदूरों की मदद से ढह रहे पेड़ों को रस्से बांध दिए।
कसुम्पटी में दुकानों में घुसा पानी
बारिश के चलते कसुम्पटी बाजार, विकासनगर और खलीनी में कई जगह सड़क का पानी दुकानों में घुस गया। इससे दुकान में रखा सामान खराब हो गया। कारोबारियों का कहना है कि ड्रेनेज सिस्टम सही न होने से बारिश का पानी दुकान में घुस रहा है।