स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Jeet Kumar
Updated Mon, 29 Nov 2021 05:14 AM IST
भारतीय टेनिस खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन ने पेशेवर बनने के 12 साल बाद अपना पहला चैलेंजर एकल खिताब जीता। दुनिया के 222वें नंबर के 27 वर्षीय रामकुमार ने एटीपी 80 मनामा टूर्नामेंट के फाइनल में रूस के एवगेनी कार्लोव्स्की को एक घंटे आठ मिनट तक चले मुकाबले में 6-1, 6-4 से पराजित किया।
रामकुमार का यह सातवां चैलेंजर फाइनल था। इससे पहले छह में उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा था। रामकुमार को युगल में हमवतन अर्जुन खाडे के साथ सेमीफाइनल में शिकस्त मिली।
शीर्ष 200 में होगी वापसी : इस जीत से रामकुमार को 80 रैंकिंग अंक मिले। वह सोमवार को जारी होने वाली रैंकिंग में फिर से शीर्ष 200 में शामिल हो जाएंगे। वह 186 स्थान पर पहुंच जाएंगे और प्रजनेश गुणेश्वरन (215) और सुमित नागल (219) को पछाड़कर भारत के शीर्ष खिलाड़ी बन जाएंगे।
विस्तार
भारतीय टेनिस खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन ने पेशेवर बनने के 12 साल बाद अपना पहला चैलेंजर एकल खिताब जीता। दुनिया के 222वें नंबर के 27 वर्षीय रामकुमार ने एटीपी 80 मनामा टूर्नामेंट के फाइनल में रूस के एवगेनी कार्लोव्स्की को एक घंटे आठ मिनट तक चले मुकाबले में 6-1, 6-4 से पराजित किया।
रामकुमार का यह सातवां चैलेंजर फाइनल था। इससे पहले छह में उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा था। रामकुमार को युगल में हमवतन अर्जुन खाडे के साथ सेमीफाइनल में शिकस्त मिली।
शीर्ष 200 में होगी वापसी : इस जीत से रामकुमार को 80 रैंकिंग अंक मिले। वह सोमवार को जारी होने वाली रैंकिंग में फिर से शीर्ष 200 में शामिल हो जाएंगे। वह 186 स्थान पर पहुंच जाएंगे और प्रजनेश गुणेश्वरन (215) और सुमित नागल (219) को पछाड़कर भारत के शीर्ष खिलाड़ी बन जाएंगे।