सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Technology ›   Tech Diary ›   Facebook removing the Like and Comment buttons for external websites

Facebook: अब बाहरी वेबसाइट्स पर नहीं दिखेगा फेसबुक का लाइक और कमेंट बटन, फीचर पुराना होने की वजह से लिया फैसला

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: सुयश पांडेय Updated Tue, 11 Nov 2025 03:42 PM IST
सार

फेसबुक के वेब प्लगइन्स, जो ब्लॉग, न्यूज साइट्स या शॉपिंग वेबसाइट्स पर दिखते थे जैसे 'लाइक दिस पेज' या 'कमेंट विद फेसबुक' अब हटा दिए जाएंगे। इनसे यूजर सीधे वेबसाइट पर फेसबुक अकाउंट से लाइक या कमेंट कर सकते थे। लेकिन अब ये फीचर बंद हो जाएगा।

विज्ञापन
Facebook removing the Like and Comment buttons for external websites
Facebook - फोटो : FREEPIK
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

2009 में लॉन्च हुआ फेसबुक का लाइक बटन कभी इंटरनेट की पहचान बन गया था। लेकिन अब मेटा (फेसबुक की पैरेंट कंपनी) ने घोषणा की है कि 10 फरवरी 2026 से फेसबुक के लाइक और कमेंट बटन बाहरी वेबसाइट पर नहीं दिखेंगे।
Trending Videos

क्या बंद हो रहा है?

फेसबुक के वेब प्लगइन्स, जो ब्लॉग, न्यूज साइट्स या शॉपिंग वेबसाइट्स पर दिखते थे जैसे 'लाइक दिस पेज' या 'कमेंट विद फेसबुक' अब हटा दिए जाएंगे। इनसे यूजर सीधे वेबसाइट पर फेसबुक अकाउंट से लाइक या कमेंट कर सकते थे। लेकिन अब ये फीचर बंद हो जाएगा।
विज्ञापन
विज्ञापन

फेसबुक एप में नहीं पड़ेगा कोई भी असर

अगर आप फेसबुक एप या वेबसाइट पर खुद पोस्ट, फोटो या वीडियो देखते हैं तो आप पहले की तरह लाइक, कमेंट या रिएक्ट कर पाएंगे। यह बदलाव सिर्फ बाहरी वेबसाइट्स पर लागू होगा, फेसबुक के अंदर नहीं।

मेटा ने ऐसा क्यों किया?

मेटा का कहना है कि यह कदम डेवलपर्स के टूल्स को सिंपल और मॉडर्न बनाने के लिए लिया गया है। ये प्लगइन्स 10 साल से ज्यादा पुराने हो चुके हैं। इनका इस्तेमाल अब बहुत कम हो गया है। नए गोपनीयता नियम, डाटा शेयरिंग नीतियों और अन्य सोशल एप्स के बढ़ते असर के कारण इनकी जरूरत भी घट गई है।

फरवरी 2026 के बाद क्या होगा?

वेबसाइट्स पर कोई खराबी नहीं आएगी। बस ये बटन और कमेंट बॉक्स अपने-आप गायब हो जाएंगे। डेवलपर्स को तुरंत कुछ करने की जरूरत नहीं, लेकिन बाद में कोड हटाना बेहतर रहेगा। 

क्या 'लाइक बटन कल्चर' अब खत्म हो रहा है?

कभी लाइक बटन इंटरनेट पर लोकप्रियता मापने का सबसे आसान तरीका था। ब्रांड्स और न्यूज वेबसाइट्स इसे सफलता का पैमाना मानते थे। लेकिन अब इंटरनेट बदल चुका है लोग कई एप्स पर बंटे हुए हैं, एल्गोरिदम अब बाहरी वेबसाइट्स पर निर्भर नहीं करता और प्राइवेसी अब सबसे बड़ी प्राथमिकता बन चुकी है। इसलिए मेटा अब पुराने फीचर्स छोड़कर नए इनोवेशन और प्राइवेसी-केंद्रित तकनीक पर ध्यान दे रहा है।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News App अपने मोबाइल पे|
Get all Tech News in Hindi related to live news update of latest mobile reviews apps, tablets etc. Stay updated with us for all breaking news from Tech and more Hindi News.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed