क्या आप किसी को मिस्ड कॉल देते हैं? इन मिस्ड कॉल से आप ही नहीं, कंपनियां भी विज्ञापनों का मोटा पैसा बचा रही हैं।
दिन भर में एक-दो दोस्तों को 'मिस्ड कॉल' देकर अगर लोग अपने एक या दो रुपये के कॉल को बचा लेते हैं तो आम तौर पर ऐसे लोगों को कंजूस कहा जाता है। लेकिन ऐसी कंपनियों को क्या कहेंगे जो ऐसे ही 'मिस्ड कॉल' का फायदा उठा कर आपको अपने सामान या सर्विस खरीदने का मौक़ा देती है?
भारत जैसे 100 करोड़ से ज़्यादा मोबाइल ग्राहकों के देश में 'मिस्ड कॉल' अब कुछ ऐसा धंधा बन गया है कि देश और विदेश की बड़ी बड़ी कंपनियां भी इसका फायदा उठा रही हैं और दुनिया भर में ऐसे 'मिस्ड कॉल' वाले धंधे की बातें हो रही हैं।
कंपनियों में इसे 'मिस्ड कॉल मार्केटिंग' कहा जाता है। कोई भी मोबाइल फ़ोन ग्राहक किसी नंबर पर फ़ोन करके एक रिंग होने के बाद कॉल काट देता है। उसके बाद कंपनी उसे कॉल करके अपनी सर्विस या प्रोडक्ट के बारे में जानकारी देती है।
ऐसा भी हो सकता है ऐसे कॉल के कारण कंपनी अपने सामान या सर्विस बेचने में भी सफल हो जाए।
गांव में लोग अपने पसंद के गाने सुनने के लिए एक नंबर पर 'मिस्ड कॉल' देते हैं और इस सर्विस का नाम है कान खजूरा टेसन (www.kankhajuratesan.com)। उन्हें तुरंत एक कॉल किया जाता है और 15 मिनट तक वो गाने सुन सकते हैं। अगर और गाने सुनने हैं तो उन्हें हिंदुस्तान यूनिलीवर के विज्ञापन सुनने पड़ते हैं। कंपनी का दावा है कि अब तक 5 करोड़ लोगों ने कान खजूरा टेसन पर गाने सुने हैं।
नेस्ले ने अपने एक प्रोडक्ट के लिए भी 'मिस्ड कॉल'का इस्तेमाल किया था। उसने लोगों को कहा कि जो भी उसके प्रोडक्ट के विज्ञापन को सुनेगा उन्हें फ्री टॉक टाइम दिया जाएगा। गांव में लोगों में ये 'मिस्ड कॉल' का स्कीम काफी पसंद किया गया था।
कर्मचारी भविष्य निधि योजना ने भी 'मिस्ड कॉल'के फीचर वाली सेवा शुरू की है जिससे किसी को भी इसमें जमा राशि के बारे में पता चल सकता है। आपके फ़ोन करने के बाद इपीऍफ़ओ आपको एसएमएस के ज़रिये जानकारी भी दे सकती है। लेकिन इसके लिए पहले अपने मोबाइल को संस्था के साथ रजिस्टर करना पड़ता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात को सुनने के लिए भी 'मिस्ड कॉल' किया जा सकता है। इससे पहले 'मिस्ड कॉल' के फीचर के कारण बीजेपी को 2014 के चुनाव का पहले अपने पार्टी के समर्थकों की संख्या बढ़ाने में बहुत मदद मिली थी। अब ये फीचर दूसरी पार्टियों ने भी शुरू किया है।
'मिस्ड कॉल' सेवा देने वाली कंपनियों का कहना है कि अगर कंपनियों को मार्केटिंग और विज्ञापन पर खर्च करना होता है तो ग्राहक ढूंढने में मोटा खर्च होता है। लेकिन 'मिस्ड कॉल' की मदद से ग्राहक कंपनियों को ढूंढता हुआ चला आता है और पैसे बचते हैं कंपनियों के।
मार्केटिंग और विज्ञापन के आम तरीके के मुकाबले, कुछ तरह के प्रोडक्ट या सर्विस के लिए, ये बहुत सस्ता पड़ता है।
तो, 'मिस्ड कॉल' से फायदा किसको हुआ - आपको या कंपनियों को?
क्या आप किसी को मिस्ड कॉल देते हैं? इन मिस्ड कॉल से आप ही नहीं, कंपनियां भी विज्ञापनों का मोटा पैसा बचा रही हैं।
दिन भर में एक-दो दोस्तों को 'मिस्ड कॉल' देकर अगर लोग अपने एक या दो रुपये के कॉल को बचा लेते हैं तो आम तौर पर ऐसे लोगों को कंजूस कहा जाता है। लेकिन ऐसी कंपनियों को क्या कहेंगे जो ऐसे ही 'मिस्ड कॉल' का फायदा उठा कर आपको अपने सामान या सर्विस खरीदने का मौक़ा देती है?
भारत जैसे 100 करोड़ से ज़्यादा मोबाइल ग्राहकों के देश में 'मिस्ड कॉल' अब कुछ ऐसा धंधा बन गया है कि देश और विदेश की बड़ी बड़ी कंपनियां भी इसका फायदा उठा रही हैं और दुनिया भर में ऐसे 'मिस्ड कॉल' वाले धंधे की बातें हो रही हैं।