कोरोना महामारी ने मनोरंजन के साधनों के भी तौर तरीके बदल दिए हैं। पिछले दो साल के मनोरंजन जगत से जुड़े आंकड़े बताते हैं कि देश में ओवर द टॉप प्लेटफॉर्म यानी ओटीटी के दर्शकों की संख्या में जबरदस्त इज़ाफ़ा हो रहा है। देश में सबसे ज्यादा दिल्ली में हर महीने 97 लाख दर्शक ओटीटी प्लेटफार्म के जरिए अपना मनोरंजन कर रहे हैं। जबकि मुंबई में 93 लाख और बेंगलुरु में 87 लाख ओटीटी दर्शक हैं। ओटीटी पर मनोरंजन के लिए भुगतान करने वालों में 22 से 30 वर्ष के आयुवर्ग के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है। जबकि शहरी दर्शक और पुरुष वर्ग सबसे ज्यादा वीडियो-ऑन-डिमांड सबस्क्रिप्शन (एसवीओडी) सामग्री देखते हैं।
ऑरमैक्स ओटीटी ऑडियंस रिपोर्ट 2021 के मुताबिक, मुंबई की कंसल्टिंग फर्म ऑरमैक्स मीडिया ने देशभर में मई से जुलाई 2021 के बीच 12,000 लोगों के नमूनों का सर्वेक्षण किया है। जिसमें भारत में पहली बार वीडियो स्ट्रीमिंग के दर्शकों की संख्या का आकलन किया गया। इसमें सामने आया कि इन दिनों देशभर में कुल 35.3 करोड़ मासिक ओटीटी दर्शक हैं।
रिपोर्ट में सामने आया कि, दर्शकों में ऑनलाइन ड्रामा और सीरीज देखने का चलन सबसे अधिक है और भारत में 60 से अधिक ओटीटी इस क्षेत्र में हैं। 2018 में ओटीटी की आय 5,500 करोड़ रुपये थी जो 2020 में बढ़कर 10,700 करोड़ रुपये हो गई। अनुमान के अनुसार 4.07 करोड़ ओटीटी दर्शक ऐसे हैं, जो वीडियो-ऑन-डिमांड सबस्क्रिप्शन (एसवीओडी) के लिए भुगतान करते हैं। जबकि ऐसे दर्शक जिन्होंने ओटीटी का सबस्क्रिप्शन नहीं लिया लेकिन वे अपने परिवार के सदस्य या किसी अन्य परिचित के जरिए ओटीटी के दर्शक हैं ऐसे लोग करीब 6.98 करोड़ है। देश के कुल ओटीटी दर्शकों में इनकी हिस्सेदारी करीब 31 फीसदी है।
इस रिपोर्ट में ओटीटी देखने वाले दर्शकों की संख्या को चार भागों में बांटा गया है। इसमें ओटीटी पर भुगतान करने वाले सबस्क्राइबर 11.7 फीसदी, बिना भुगतान वाले ओटीटी ग्राहक जो भुगतान वाली सामग्री देखते हैं 19.8 फीसदी, विज्ञापन के साथ आने वाली सामग्री देखने वाले ग्राहक 44.9 फीसदी और ऐसे दर्शक जो केवल यूट्यूब और सोशल मीडिया पर वीडियो देखते हैं वे 23.8 फीसदी हैं।
इन सभी चारों भागों में पुरुष और शहरी दर्शक सबसे ज्यादा हैं। जो वीडियो-ऑन-डिमांड सबस्क्रिप्शन (एसवीओडी) सामग्री ज्यादा देखते हैं। इसके विपरीत एवीओडी (विज्ञापन वीडियो ऑन-डिमांड) और यूट्यूब और सोशल मीडिया खंड में ग्रामीण भारत में ऐसे दर्शक 10 लाख से कम हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एसवीओडी दर्शक हैं। इसके बाद आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का स्थान आता है और फिर उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड में भुगतान करने वाले ग्राहक ज्यादा हैं।
अमेरिका के बाद भारत में बढ़ी लोकप्रियता
ओटीटी यानी ओवर द टॉप प्लेटफॉर्म इंटरनेट के माध्यम से वीडियो या अन्य मीडिया से संबंधित कंटेंट दिखाता है। यह एक तरह के एप होते हैं जिसमें टेलीविजन कंटेंट और फिल्में दिखाई जाती हैं। इसके लिए ग्राहकों को इन ओटीटी प्लेटफॉर्म का सब्सक्रिप्शन लेना होता है और फिर उसमें वे जिस कंटेंट को देखना चाहते हैं वह देख सकते हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म की लोकप्रियता सबसे पहले अमेरिका में बढ़ी थी, इसके बाद यह धीरे धीरे सभी जगह फैल गई है।
आज भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म की सर्विसेज तीन प्रकार की होती है। ट्रांजेक्शनल वीडियो ऑन डिमांड (टीवीओडी) सर्विस में यह सुविधा दी जाती है कि यदि ग्राहक अपने किसी पंसदीदा टेलीविज़न शो या फिल्म को एक बार देखना चाहते हैं, तो इसके जरिये वे किराये पर देख सकते हैं या इसे खरीदा भी जा सकता है। उदहारण के लिए एपल आईट्यूंस आदि।
दूसरा सब्सक्रिप्शन वीडियो ऑन डिमांड (एसवीओडी) यदि ग्राहक वीडियो स्ट्रीमिंग कंटेंट देखना पसंद करते हैं तो उन्हें इसके लिए सब्सक्रिप्शन लेना होता है, और सब्सक्रिप्शन के लिए उन्हें कुछ भुगतान करने की आवश्यकता होती है। बहुत से ऐसे प्लेटफॉर्म हैं जिसमें ग्राहक ओरिजिनल कंटेंट देख सकते हैं। उदहारण के लिए नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम आदि।
तीसरा एडवरटाइजिंग वीडियो ऑन डिमांड (एवीओडी) इस ओटीटी सर्विस में विज्ञापन मौजूद होते हैं। इसमें ग्राहक मुफ्त में कंटेंट देख सकते हैं, लेकिन ये कंटेंट देखने के साथ ही उन्हें बीच–बीच में विज्ञापन भी देखने पड़ते हैं, जो कोई भी वीडियो विज्ञापन हो सकते हैं। आज भारत में नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो, हॉटस्टार, ऑल्ट बालाजी, जी5, वूट, सोनी लिव जैसे कई लोकप्रिय ओटीटी प्लेटफार्म हैं।
विस्तार
कोरोना महामारी ने मनोरंजन के साधनों के भी तौर तरीके बदल दिए हैं। पिछले दो साल के मनोरंजन जगत से जुड़े आंकड़े बताते हैं कि देश में ओवर द टॉप प्लेटफॉर्म यानी ओटीटी के दर्शकों की संख्या में जबरदस्त इज़ाफ़ा हो रहा है। देश में सबसे ज्यादा दिल्ली में हर महीने 97 लाख दर्शक ओटीटी प्लेटफार्म के जरिए अपना मनोरंजन कर रहे हैं। जबकि मुंबई में 93 लाख और बेंगलुरु में 87 लाख ओटीटी दर्शक हैं। ओटीटी पर मनोरंजन के लिए भुगतान करने वालों में 22 से 30 वर्ष के आयुवर्ग के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है। जबकि शहरी दर्शक और पुरुष वर्ग सबसे ज्यादा वीडियो-ऑन-डिमांड सबस्क्रिप्शन (एसवीओडी) सामग्री देखते हैं।
ऑरमैक्स ओटीटी ऑडियंस रिपोर्ट 2021 के मुताबिक, मुंबई की कंसल्टिंग फर्म ऑरमैक्स मीडिया ने देशभर में मई से जुलाई 2021 के बीच 12,000 लोगों के नमूनों का सर्वेक्षण किया है। जिसमें भारत में पहली बार वीडियो स्ट्रीमिंग के दर्शकों की संख्या का आकलन किया गया। इसमें सामने आया कि इन दिनों देशभर में कुल 35.3 करोड़ मासिक ओटीटी दर्शक हैं।
रिपोर्ट में सामने आया कि, दर्शकों में ऑनलाइन ड्रामा और सीरीज देखने का चलन सबसे अधिक है और भारत में 60 से अधिक ओटीटी इस क्षेत्र में हैं। 2018 में ओटीटी की आय 5,500 करोड़ रुपये थी जो 2020 में बढ़कर 10,700 करोड़ रुपये हो गई। अनुमान के अनुसार 4.07 करोड़ ओटीटी दर्शक ऐसे हैं, जो वीडियो-ऑन-डिमांड सबस्क्रिप्शन (एसवीओडी) के लिए भुगतान करते हैं। जबकि ऐसे दर्शक जिन्होंने ओटीटी का सबस्क्रिप्शन नहीं लिया लेकिन वे अपने परिवार के सदस्य या किसी अन्य परिचित के जरिए ओटीटी के दर्शक हैं ऐसे लोग करीब 6.98 करोड़ है। देश के कुल ओटीटी दर्शकों में इनकी हिस्सेदारी करीब 31 फीसदी है।
इस रिपोर्ट में ओटीटी देखने वाले दर्शकों की संख्या को चार भागों में बांटा गया है। इसमें ओटीटी पर भुगतान करने वाले सबस्क्राइबर 11.7 फीसदी, बिना भुगतान वाले ओटीटी ग्राहक जो भुगतान वाली सामग्री देखते हैं 19.8 फीसदी, विज्ञापन के साथ आने वाली सामग्री देखने वाले ग्राहक 44.9 फीसदी और ऐसे दर्शक जो केवल यूट्यूब और सोशल मीडिया पर वीडियो देखते हैं वे 23.8 फीसदी हैं।
इन सभी चारों भागों में पुरुष और शहरी दर्शक सबसे ज्यादा हैं। जो वीडियो-ऑन-डिमांड सबस्क्रिप्शन (एसवीओडी) सामग्री ज्यादा देखते हैं। इसके विपरीत एवीओडी (विज्ञापन वीडियो ऑन-डिमांड) और यूट्यूब और सोशल मीडिया खंड में ग्रामीण भारत में ऐसे दर्शक 10 लाख से कम हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एसवीओडी दर्शक हैं। इसके बाद आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का स्थान आता है और फिर उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड में भुगतान करने वाले ग्राहक ज्यादा हैं।