कासगंज। गरीबों के हक पर धनाढ्य डाका डाल रहे हैं। इसका खुलासा राशन कार्ड सरेंडर करने के दौरान हो रहा है। 400 और कार्डधारकों ने अपने राशन कार्ड सरेंडर कर दिए हैं। जिससे कार्ड सरेंडर करने का आंकड़ा बढ़कर 750 पर पहुंच गया है। कार्ड सरेंडर करने का रविवार को अंतिम मौका है, जिससे यह संख्या ओर बढ़ सकती है।
गरीबों को राशन उपलब्ध कराने के लिए शासन से पात्र गृहस्थी एवं अंत्योदय योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत जिला में 2.53 लाख कार्ड बने हुए हैं। कार्ड बनाने में बड़े पैमाने पर खेल हुआ है। मिली भगत करके अपात्रों ने भी अपने राशन कार्ड बनबा लिए। इस योजना से अपात्रों को बाहर करने के लिए शासन से सभी कार्डधारकों की जांच कराने के निर्देश है।
ऐसे में विभाग ने अपात्रों को स्वयं कार्ड सरेंडर करने के लिए 15 मई तक का मौका दे रखा है। इन कार्डधारकों में से अपात्रों के कार्ड सरेंडर न करने पर अब तक लिए गए राशन की बाजार भाव से वसूली होनी है। जिससे अपात्रों में खलबली मची हुई है। कार्ड सरेंडर करने का सिलसिला लगातार बना हुआ है, जिले की तीनों तहसील क्षेत्रों में अब तक 750 कार्डधारक अपना राशन कार्ड सरेंडर कर चुके हैं।
ये हैं योजना के अपात्र
परिवार का सदस्य आयकर दाता
परिवार में चार पहिया वाहन, ट्रैक्टर स्वामी, एसी, 5 केवीए जेनरेटर
परिवार में 5 एकड़ सिंचित भूमि
परिवार में एक से अधिक शस्त्र लाइसेंस
परिवार किसी सदस्य द्वारा स्वअर्जित आय से 100 वर्गमीटर से अधिक का प्लाट या उस पर निर्मित मकान, या फिर कार्पेट एरिया
ग्रामीण क्षेत्र में वार्षिक आय 2 लाख से अधिक
शहरी क्षेत्र में वार्षिक आय 3 लाख से अधिक
राशन योजना से अपात्रों को बाहर करने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। 15 तक जो कार्डधारक अपना राशन कार्ड सरेंडर कर देंगे वे कार्रवाई से बच जाएंगे। इसके बाद जांच शुरू हो जाएगी। जांच में पकड़े जाने पर बाजार भाव से राशन की वसूली की जाएगी। - केएन सिंह, डीएसओ
कासगंज। गरीबों के हक पर धनाढ्य डाका डाल रहे हैं। इसका खुलासा राशन कार्ड सरेंडर करने के दौरान हो रहा है। 400 और कार्डधारकों ने अपने राशन कार्ड सरेंडर कर दिए हैं। जिससे कार्ड सरेंडर करने का आंकड़ा बढ़कर 750 पर पहुंच गया है। कार्ड सरेंडर करने का रविवार को अंतिम मौका है, जिससे यह संख्या ओर बढ़ सकती है।
गरीबों को राशन उपलब्ध कराने के लिए शासन से पात्र गृहस्थी एवं अंत्योदय योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत जिला में 2.53 लाख कार्ड बने हुए हैं। कार्ड बनाने में बड़े पैमाने पर खेल हुआ है। मिली भगत करके अपात्रों ने भी अपने राशन कार्ड बनबा लिए। इस योजना से अपात्रों को बाहर करने के लिए शासन से सभी कार्डधारकों की जांच कराने के निर्देश है।
ऐसे में विभाग ने अपात्रों को स्वयं कार्ड सरेंडर करने के लिए 15 मई तक का मौका दे रखा है। इन कार्डधारकों में से अपात्रों के कार्ड सरेंडर न करने पर अब तक लिए गए राशन की बाजार भाव से वसूली होनी है। जिससे अपात्रों में खलबली मची हुई है। कार्ड सरेंडर करने का सिलसिला लगातार बना हुआ है, जिले की तीनों तहसील क्षेत्रों में अब तक 750 कार्डधारक अपना राशन कार्ड सरेंडर कर चुके हैं।
ये हैं योजना के अपात्र
परिवार का सदस्य आयकर दाता
परिवार में चार पहिया वाहन, ट्रैक्टर स्वामी, एसी, 5 केवीए जेनरेटर
परिवार में 5 एकड़ सिंचित भूमि
परिवार में एक से अधिक शस्त्र लाइसेंस
परिवार किसी सदस्य द्वारा स्वअर्जित आय से 100 वर्गमीटर से अधिक का प्लाट या उस पर निर्मित मकान, या फिर कार्पेट एरिया
ग्रामीण क्षेत्र में वार्षिक आय 2 लाख से अधिक
शहरी क्षेत्र में वार्षिक आय 3 लाख से अधिक
राशन योजना से अपात्रों को बाहर करने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। 15 तक जो कार्डधारक अपना राशन कार्ड सरेंडर कर देंगे वे कार्रवाई से बच जाएंगे। इसके बाद जांच शुरू हो जाएगी। जांच में पकड़े जाने पर बाजार भाव से राशन की वसूली की जाएगी। - केएन सिंह, डीएसओ