आगरा के केंद्रीय हिंदी संस्थान को शैक्षणिक सत्र 2021-22 में हिंदी पढ़ने के लिए अभी तक 62 छात्रों की सहमति मिली है। इसमें चीन के सर्वाधिक 11 छात्र-छात्राओं ने हिंदी पढ़ने में रुचि दिखाई है। जबकि संस्थान की ओर से 120 को ई-मेल भेजकर सहमति मांगी गई थी। अफगानिस्तान के नौ छात्रों ने अंतिम रूप से सहमति दी है। पहले 15 छात्रों ने सहमति जताई थी।
दूतावासों से प्राप्त आवेदनों के आधार पर 100 विदेशी छात्रों का चयन किया गया था। इनको दो बार ई-मेल भेजकर सहमति मांगी गई। संख्या कम होने पर प्रतीक्षा सूची में रखे गए 20 छात्र-छात्राओं से भी ई-मेल से ही सहमति मांगी गई। केंद्रीय हिंदी संस्थान के अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभागाध्यक्ष डॉ. जोगेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि अभी तक 26 देशों के 62 छात्रों की सहमति प्राप्त हुई है।
केंद्रीय हिंदी संस्थान: तालिबानी तांडव भी नहीं डिगा सका मनोबल, 15 अफगानी छात्र-छात्राओं ने दिखाई हिंदी पढ़ने में रुचि
अफगानिस्तान के 30 में से 09 छात्रों की अंतिम रूप से सहमति मिल पाई है। वहां हुए व्यवस्था परिवर्तन का असर दिख रहा है। डॉ. मीणा का कहना है कि अब छात्रों का और अधिक इंतजार नहीं किया जाएगा। मंगलवार से ओरिएंटेशन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
सहमति देने वाले छात्रों को संस्थान के बारे में जानकारी दी जाएगी। यदि कोई छात्र अभी भी प्रवेश के लिए सहमति देता है तो उसका प्रवेश ले लिया जाएगा। छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाया जाना है। इससे प्रवेश में कम छात्र-छात्राएं रुचि दिखा रहे हैं। विदेशी छात्र-छात्राएं संस्थान में आकर हिंदी पढ़ना अधिक पसंद करते हैं।
विस्तार
आगरा के केंद्रीय हिंदी संस्थान को शैक्षणिक सत्र 2021-22 में हिंदी पढ़ने के लिए अभी तक 62 छात्रों की सहमति मिली है। इसमें चीन के सर्वाधिक 11 छात्र-छात्राओं ने हिंदी पढ़ने में रुचि दिखाई है। जबकि संस्थान की ओर से 120 को ई-मेल भेजकर सहमति मांगी गई थी। अफगानिस्तान के नौ छात्रों ने अंतिम रूप से सहमति दी है। पहले 15 छात्रों ने सहमति जताई थी।
दूतावासों से प्राप्त आवेदनों के आधार पर 100 विदेशी छात्रों का चयन किया गया था। इनको दो बार ई-मेल भेजकर सहमति मांगी गई। संख्या कम होने पर प्रतीक्षा सूची में रखे गए 20 छात्र-छात्राओं से भी ई-मेल से ही सहमति मांगी गई। केंद्रीय हिंदी संस्थान के अंतरराष्ट्रीय हिंदी शिक्षण विभागाध्यक्ष डॉ. जोगेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि अभी तक 26 देशों के 62 छात्रों की सहमति प्राप्त हुई है।
केंद्रीय हिंदी संस्थान: तालिबानी तांडव भी नहीं डिगा सका मनोबल, 15 अफगानी छात्र-छात्राओं ने दिखाई हिंदी पढ़ने में रुचि
अफगानिस्तान के 30 में से 09 छात्रों की अंतिम रूप से सहमति मिल पाई है। वहां हुए व्यवस्था परिवर्तन का असर दिख रहा है। डॉ. मीणा का कहना है कि अब छात्रों का और अधिक इंतजार नहीं किया जाएगा। मंगलवार से ओरिएंटेशन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
सहमति देने वाले छात्रों को संस्थान के बारे में जानकारी दी जाएगी। यदि कोई छात्र अभी भी प्रवेश के लिए सहमति देता है तो उसका प्रवेश ले लिया जाएगा। छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाया जाना है। इससे प्रवेश में कम छात्र-छात्राएं रुचि दिखा रहे हैं। विदेशी छात्र-छात्राएं संस्थान में आकर हिंदी पढ़ना अधिक पसंद करते हैं।