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UP: दोस्ती में मजाक से फैला जातीय तनाव...तीन दिन से दहशत में गिजोली के लोग, भारी संख्या में पुलिस तैनात
अमर उजाला न्यूज नेटवर्क, आगरा
Published by: धीरेन्द्र सिंह
Updated Tue, 16 Sep 2025 08:16 AM IST
सार
फोन पर दोस्तों की हंसी-मजाक से आगरा के गांव गिजोली में जातीय विवाद फैल गया। दो जाति के लोगों में दो अलग-अलग दिन झगड़ा हुआ। मामला इस कदर बढ़ गया कि गांव में पुलिस तैनात करनी पड़ गई।
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agra police
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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विस्तार
आगरा के गांव गिजोली में दो दोस्तों के बीच फोन पर हुए हंसी-मजाक ने गांव में जातीय विवाद पैदा कर दिया। दो जाति के लोगों में दो अलग-अलग दिन झगड़ा हुआ। अवैध हथियार लहराते वीडियो वायरल हुए। ग्रामीणों ने बताया कि रामसेवक का भाई रोहित गांव के अर्जुन के साथ बाहर रहकर नौकरी करता है। 13 सितंबर की शाम को गांव के राजू और अर्जुन फोन पर बात कर रहे थे। दोनों हंसी-मजाक में गाली-गलौज करने लगे। राजू ने फोन पास बैठे बलवीर को दे दिया। उधर से अर्जुन राजू को गाली दे रहा था। बलवीर ने समझा अर्जुन उसे गाली दे रहा है।
बलवीर भी इधर से कुछ बोलने लगा तो अर्जुन ने गांव के ही साथ में नौकरी कर रहे रोहित को फोन दे दिया। दोनों में फोन पर ही कहासुनी हो गई। बलवीर रोहित की शिकायत करने उसके घर पहुंचा। वहां भाई रामसेवक से उसकी कहासुनी हो गई। यहीं से कहासुनी मारपीट में बदल गई। प्रशासन को गांव में पुलिस तैनात करनी पड़ी।
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बलवीर भी इधर से कुछ बोलने लगा तो अर्जुन ने गांव के ही साथ में नौकरी कर रहे रोहित को फोन दे दिया। दोनों में फोन पर ही कहासुनी हो गई। बलवीर रोहित की शिकायत करने उसके घर पहुंचा। वहां भाई रामसेवक से उसकी कहासुनी हो गई। यहीं से कहासुनी मारपीट में बदल गई। प्रशासन को गांव में पुलिस तैनात करनी पड़ी।
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गिजोली गांव में तीसरे दिन भी तनाव बरकरार
गिजोली गांव का विवाद तीसरे दिन भी शांत नहीं हो सका। मामूली कहासुनी से शुरू हुआ मामला अब जातीय रंग ले चुका है। हालात को देखते हुए बस्ती में पुलिस पिकेट तैनात है। वहीं पीड़ित पक्ष का आरोप है कि दबंग आरोपी लगातार उन पर राजीनामा का दबाव बना रहे हैं। पुलिस ने 13 सितंबर को 8 लोगों के खिलाफ दो केस दर्ज किए थे। पहला केस घायल रामसेवक के भाई राजकुमार की तहरीर पर लाखन, अजीत, ओमवीर और बलवीर के खिलाफ दर्ज हुआ। दूसरा केस 14 सितंबर को देवेंद्र की तहरीर पर गजेंद्र, हरेंद्र, हरीबाबू और हरीश के खिलाफ लिखा गया।
गिजोली गांव का विवाद तीसरे दिन भी शांत नहीं हो सका। मामूली कहासुनी से शुरू हुआ मामला अब जातीय रंग ले चुका है। हालात को देखते हुए बस्ती में पुलिस पिकेट तैनात है। वहीं पीड़ित पक्ष का आरोप है कि दबंग आरोपी लगातार उन पर राजीनामा का दबाव बना रहे हैं। पुलिस ने 13 सितंबर को 8 लोगों के खिलाफ दो केस दर्ज किए थे। पहला केस घायल रामसेवक के भाई राजकुमार की तहरीर पर लाखन, अजीत, ओमवीर और बलवीर के खिलाफ दर्ज हुआ। दूसरा केस 14 सितंबर को देवेंद्र की तहरीर पर गजेंद्र, हरेंद्र, हरीबाबू और हरीश के खिलाफ लिखा गया।
पुलिस ने वीडियो में तमंचा लहराते नजर आए अजीत समेत तीन आरोपियों ओमवीर और बलवीर को गिरफ्तार कर जेल भेजा। बाकी की तलाश जारी है। शनिवार को हुई मारपीट में रामसेवक गंभीर रूप से घायल हुए थे। बचाव करने पहुंचे भूरी सिंह और सतेंद्र को रविवार सुबह खेत पर जाते वक्त आरोपियों ने घेरकर पीट दिया। दोनों अब भी अस्पताल में भर्ती हैं।
इसी दौरान अजीत का तमंचा लहराने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसने मामले को और तूल दे दिया। उधर, आरोपी पक्ष के लाखन सिंह का कहना है कि रामसेवक ने बलवीर को फोन पर गाली दी थी। इसकी शिकायत लेकर बलवीर उसके घर पहुंचा, जहां उल्टा उसके साथ ही मारपीट कर दी गई। थाना प्रभारी का कहना है कि दोनों ओर से केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। तीन आरोपियों का चालान किया है।
सोमवार की रात गांव का माहौल फिर गरमाया। आरोप है कि एक पक्ष के चार-पांच लोग खेतों में शौच के लिए गए थे, तभी दूसरे पक्ष के लोगों ने उन्हें घेर लिया। किसी तरह भागकर जान बचाई। आरोप है कि दहशत फैलाने के लिए आरोपियों ने फायरिंग भी की। एसीपी एत्मादपुर देवेश सिंह का कहना है कि कहासुनी और गाली-गलौज हुई थी, फायरिंग या मारपीट की बात सही नहीं है। गांव में एहतियातन पुलिस बल तैनात है।
गिजोली गांव में तनाव के कारण सोमवार को दिनभर अफवाह फैलती रहीं। सोशल मीडिया पर बार-बार झूठी सूचनाएं वायरल हुईं। शाम को अफवाह फैलाई गई कि दूसरे पक्ष के लोगों ने लाठी-डंडों और फरसों से हमला कर दिया है। रात में फिर अफवाह उड़ाई गई कि गांव में फायरिंग हुई है। सूचना पर थाना और सर्किल की पुलिस पहुंची लेकिन मामला गाली-गलौज का निकला।