मैनपुरी। बीएसए कार्यालय के पास डायट की जमीन पर अवैध निर्माण की जानकारी होने पर बीएसए ने अपने विभाग के कर्मचारी को नोटिस जारी कर काम रुकवा दिया है। शनिवार को बीएसए मौके पर पहुंचे और पुलिस की मदद से काम बंद करा दिया।
बीएसए कार्यालय के पास डायट की जमीन पर कर्मचारियों के सरकारी आवास बने हुए हैं। यह जमीन वर्तमान में बीएसए की देखरेख में है। पिछले कुछ दिनों से बीएसए कार्यालय में तैनात एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी राजवीर सिंह ने यहां सरकारी जमीन पर निजी निर्माण का कार्य शुरू कर रखा था। इसकी सूचना शुक्रवार को बीएसए कमल सिंह को हुई। बीएसए ने जानकारी होते ही निर्माण कार्य कर रहे कर्मचारी को नोटिस जारी कराया।
शनिवार को बीएसए को जानकारी मिली कि नोटिस जारी होने के बाद भी काम बंद नहीं हुआ है तो बीएसए मौके पर पहुंच गए। यहां सरकारी जमीन पर पिलर लगाकर कर्मचारी काम करा रहा था। बीएसए ने जब कर्मचारी से काम बंद करने को कहा तो पहले तो वह तैयार नहीं हुआ। जब बीएसए ने पुलिस बुला ली तो वह काम बंद करने को तैयार हो गया। बीएसए ने निर्देश दिए कि उसने अपनी जो दीवार सरकारी जमीन में बनाई है। उस हिस्से को हटाकर जहां तक उसकी जमीन है, वहीं तक निर्माण कराए।
कर्मचारी द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा होने की जानकारी मिली थी। मौके पर जाकर मामले का निस्तारण कर दिया गया है। कर्मचारी को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपनी जमीन तक ही निर्माण करे। जो दीवार उसके द्वारा सरकारी जमीन पर बनाई जा रही थी उसे हटवाया जा रहा है।
कमल सिंह, बीएसए
मैनपुरी। बीएसए कार्यालय के पास डायट की जमीन पर अवैध निर्माण की जानकारी होने पर बीएसए ने अपने विभाग के कर्मचारी को नोटिस जारी कर काम रुकवा दिया है। शनिवार को बीएसए मौके पर पहुंचे और पुलिस की मदद से काम बंद करा दिया।
बीएसए कार्यालय के पास डायट की जमीन पर कर्मचारियों के सरकारी आवास बने हुए हैं। यह जमीन वर्तमान में बीएसए की देखरेख में है। पिछले कुछ दिनों से बीएसए कार्यालय में तैनात एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी राजवीर सिंह ने यहां सरकारी जमीन पर निजी निर्माण का कार्य शुरू कर रखा था। इसकी सूचना शुक्रवार को बीएसए कमल सिंह को हुई। बीएसए ने जानकारी होते ही निर्माण कार्य कर रहे कर्मचारी को नोटिस जारी कराया।
शनिवार को बीएसए को जानकारी मिली कि नोटिस जारी होने के बाद भी काम बंद नहीं हुआ है तो बीएसए मौके पर पहुंच गए। यहां सरकारी जमीन पर पिलर लगाकर कर्मचारी काम करा रहा था। बीएसए ने जब कर्मचारी से काम बंद करने को कहा तो पहले तो वह तैयार नहीं हुआ। जब बीएसए ने पुलिस बुला ली तो वह काम बंद करने को तैयार हो गया। बीएसए ने निर्देश दिए कि उसने अपनी जो दीवार सरकारी जमीन में बनाई है। उस हिस्से को हटाकर जहां तक उसकी जमीन है, वहीं तक निर्माण कराए।
कर्मचारी द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा होने की जानकारी मिली थी। मौके पर जाकर मामले का निस्तारण कर दिया गया है। कर्मचारी को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपनी जमीन तक ही निर्माण करे। जो दीवार उसके द्वारा सरकारी जमीन पर बनाई जा रही थी उसे हटवाया जा रहा है।
कमल सिंह, बीएसए