मैनपुरी। भोगांव में बीएसए के साथ हाथापाई के मामले में नाहिली घिरोर में शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर होने के बाद शिक्षकों के द्वारा किए जा रहे विरोध को देखते हुए कंपोजिट विद्यालय भोगांव से हटाए गई प्रधानाध्यापिका और चार अन्य शिक्षिकाओं को उसी विद्यालय पर फिर से तैनाती दे दी गई है। चारों शिक्षक-शिक्षिकाएं जांच के दौरान निर्दोष पाए गए हैं। तीन शिक्षकों के खिलाफ जांच जारी है।
तीन सितंबर को कंपोजिट विद्यालय भोगांव में शिक्षकों और अभिभावकों के बीच विवाद हुआ था। विवाद की जानकारी पर पहुंचे तत्कालीन खंड शिक्षाधिकारी जेपी पाल ने उच्चाधिकारियों के आदेश पर अनुशासन हीनता के आरोप में विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापिका मीना वर्मा सहित शिक्षक अभिषेक गुप्ता, रोहित गुप्ता, प्रीति कुमारी, प्रतिभा व्यास, कमल पांडेय, शिखा दुबे, कहकशां को निलंबित कर दूसरे विद्यालयों में तैनात कर दिया गया था। जांच के उपरांत अन्य विद्यालय में तैनात किए गए तीन शिक्षकों को छोड़कर अन्य सभी शिक्षकों को पुन: कंपोजिट विद्यालय भोगांव में तैनात कर दिया गया है।
खंड शिक्षाधिकारी अनुपम शुक्ला ने बताया कि प्रधानाध्यापिका मीना वर्मा की एक वेतन वृद्धि रोकते हुए पुन: प्रधानाध्यापक पद पर तैनात किया गया है। कहकशां, कमल पांडेय, प्रीति कुमारी, शिखा दुबे जांच में निर्दोष पाए जाने पर पुन: तैनाती दी गई है। खंड शिक्षाधिकारी ने बताया कि अभिषेक गुप्ता, प्रतिभा व्यास, रोहित गुप्ता के मामले में जांच जारी है। अस्थाई रूप से यहां तैनात किए गए प्रधानाध्यापक नवीन सक्सेना सहित अन्य शिक्षकों को उनके पुराने विद्यालयों मे ज्यों का त्यों भेज दिया गया है।
भोगांव। विद्यालय में पुराने शिक्षकों के तैनात किए जाने पर अभिभावक जाकिर अली, पूजा देवी, सुनीता देवी, रनवीर सिंह, धर्मेंद कुमार आदि ने शिक्षा विभाग द्वारा पुराने शिक्षकों को पुन: तैनात किए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया है। अभिभावकों का कहना है कि उक्त शिक्षकों ने पहले बच्चों के साथ सौतेला व्यवहार किया था वह बच्चों का फिर से नुकसान कर सकते हैं।