बन्नादेवी थाना क्षेत्र के चर्च के सामने दो भाजपा नेता गुटों में हुई हमले की घटना में आरोपी भाजपा नेता लालजी वर्मा की तबियत बिगड़ गई है। उन्हें इलाज के लिए रामघाट रोड के निजी अस्पताल में भरती कराया गया है। खास बात यह है कि जेल में निरुद्ध बंदी के इस तरह बिना न्यायालय की अनुमति के निजी अस्पताल में भरती होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
विधानसभा चुनाव से पहले एक प्रापर्टी विवाद में भाजपा नेता पूर्व जिला पंचायत सदस्य महेंद्र प्रताप उर्फ पिंका ठाकुर व दूसरे पक्ष से भाजपा नेता लालजी वर्मा में झगड़ा हुआ था। इस दौरान दोनों ओर से हुई फायरिंग में पिंका पेट में गोली लगने से जख्मी हुआ, जबकि पैर में गोली लगने से लालजी का बेटा जख्मी हुआ था। इस घटना में एक तरफ से लालजी, उनका बेटा पूर्व जिपं सदस्य नरेंद्र वर्मा, जख्मी बेटा राजीव जेल भेजे गए। वहीं पेट में गोली लगने से जख्मी पिंका का दिल्ली में इलाज चलने के कारण आज तक गिरफ्तारी नहीं हुई।
जेल में निरुद्ध लालजी वर्मा सोमवार को मुकदमे की तारीख के चलते जेल से पेशी पर दीवानी लाए गए। दोपहर में दीवानी हवालात में उनकी तबियत बिगड़ी तो पुलिसकर्मी तत्काल जिला अस्पताल ले गए, जहां हृदय संबंधी गंभीर समस्या का हवाला देकर उन्हें जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। मगर इसी बीच खबर पर तमाम समर्थक व परिचित अस्पताल पहुंच गए। वे लालजी को रामघाट रोड के नर्सिंग होम ले गए। इसे लेकर सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर बिना किसी अनुमति के उन्हें वहां कैसे ले जाया गया। जेलर पीके सिंह ने बताया कि इस मामले में न्यायालय में रिपोर्ट दी जाएगी। फिलहाल पुलिस गारद वहां लगा दी गई है। इसके अलावा दो अन्य बंदियों रवि व शोभा की भी दीवानी में तबियत बिगड़ी, जिन्हें जेएन मेडिकल कॉलेज में भरती कराया गया है।
बन्नादेवी थाना क्षेत्र के चर्च के सामने दो भाजपा नेता गुटों में हुई हमले की घटना में आरोपी भाजपा नेता लालजी वर्मा की तबियत बिगड़ गई है। उन्हें इलाज के लिए रामघाट रोड के निजी अस्पताल में भरती कराया गया है। खास बात यह है कि जेल में निरुद्ध बंदी के इस तरह बिना न्यायालय की अनुमति के निजी अस्पताल में भरती होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
विधानसभा चुनाव से पहले एक प्रापर्टी विवाद में भाजपा नेता पूर्व जिला पंचायत सदस्य महेंद्र प्रताप उर्फ पिंका ठाकुर व दूसरे पक्ष से भाजपा नेता लालजी वर्मा में झगड़ा हुआ था। इस दौरान दोनों ओर से हुई फायरिंग में पिंका पेट में गोली लगने से जख्मी हुआ, जबकि पैर में गोली लगने से लालजी का बेटा जख्मी हुआ था। इस घटना में एक तरफ से लालजी, उनका बेटा पूर्व जिपं सदस्य नरेंद्र वर्मा, जख्मी बेटा राजीव जेल भेजे गए। वहीं पेट में गोली लगने से जख्मी पिंका का दिल्ली में इलाज चलने के कारण आज तक गिरफ्तारी नहीं हुई।
जेल में निरुद्ध लालजी वर्मा सोमवार को मुकदमे की तारीख के चलते जेल से पेशी पर दीवानी लाए गए। दोपहर में दीवानी हवालात में उनकी तबियत बिगड़ी तो पुलिसकर्मी तत्काल जिला अस्पताल ले गए, जहां हृदय संबंधी गंभीर समस्या का हवाला देकर उन्हें जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। मगर इसी बीच खबर पर तमाम समर्थक व परिचित अस्पताल पहुंच गए। वे लालजी को रामघाट रोड के नर्सिंग होम ले गए। इसे लेकर सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर बिना किसी अनुमति के उन्हें वहां कैसे ले जाया गया। जेलर पीके सिंह ने बताया कि इस मामले में न्यायालय में रिपोर्ट दी जाएगी। फिलहाल पुलिस गारद वहां लगा दी गई है। इसके अलावा दो अन्य बंदियों रवि व शोभा की भी दीवानी में तबियत बिगड़ी, जिन्हें जेएन मेडिकल कॉलेज में भरती कराया गया है।