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अग्निकांड की जांच करेगी समिति
न्यूूज डेस्क, अमर उजाला, अलीगढ़।
Published by: राजेश सिंह
Updated Sun, 19 May 2019 01:35 AM IST
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सीएमडी आलोक कुमार को पत्र सौंपते विनोद पांडे।
- फोटो : Amar Ujala
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ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव व सीएमडी आलोक कुमार ने शनिवार सुबह कासिमपुर तापीय परियोजना पहुंच कर बीती 15 मई को हुए अग्निकांड की जांच पड़ताल की। नई तथा पुरानी यूनिटों का निरीक्षण कर यहां काम कर रही प्राइवेट कंपनियों के ढुलमुल रवैये को तत्काल सुधारने की नसीहत दी। साथ ही सख्त रुख अपनाते हुए अधीन अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई उन्होंने अग्निकांड की जांच तकनीकी समिति के पाले में डालते हुये कहा कि परियोजना की सुरक्षा के लिहाज से जल्द से जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिये हैं।
सुबह लगभग साढे़ छह बजे परियोजना के अतिथि गृह पहुंचे आलोक कुमार, एमडी डॉ. सैन्थिल पांडियन, निदेशक सुबीर चक्रवर्ती के साथ निरीक्षण शुरू किया। परियोजना प्रबंध निदेशक से निर्माण कार्यों की जानकारी ली और निर्माण कर रही दो निजी कंपनियों की धीमी रफ्तार पर अनुबंध के तहत कार्यवाही करने की चेतावनी दी। परियोजना में सुरक्षा व्यवस्था के लिये जल्द से जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाने के भी निर्देश दिये।
अतिथि गृह में मीडिया से मुखातिब आलोक कुमार ने बताया कि 660 मेगावाट तापीय परियोजना बढ़ाई जा रही है, उसकी समीक्षा करने आये हैं। अगले वर्ष से नई यूनिट से बिजली उत्पादन शुरू होेगा। जो एजेंसियां समय अवधि लक्ष्य से धीमा कार्य कर रही हैं उन्हें हिदायत दे दी गई है। सुधार न होने पर कंपनियों के विरुद्घ अनुबंध के तहत कार्यवाही करेंगे।
तीन दिन पूर्व 250 मेगावाट की यूनिट में हुई आगजनी पर कहा कि इसकी जांच तकनीकी समिति कर रही है जिसकी रिपोर्ट आने पर जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्यवाही होगी। उन्होंने फायर फाइटिंग सिस्टम के काम पर संतोष व्यक्त करते हुये सीआईएसएफ के एक्शन को सराहा। कहा कि 48 घंटे के अंदर ही प्रभावित यूनिट से उत्पादन शुरू हो गया। इस दौरान एमडी डॉ. सैंथिल पांडियान व निदेशक सुबीर चक्रवर्ती आदि ने पौधारोपण भी किया।
गांव के विकास को लेकर मिले ग्राम प्रधान
परियोजना क्षेत्र के समीपवर्ती गांव के आधा दर्जन ग्राम प्रधान भी आलोक कुमार से मिले तथा गांव के विकास कार्य के लिये बने सीएसआर फंड को बढ़ाये जाने एवं उसका दुरुपयोग न होने की मांग की। रामपुर के पप्पू प्रधान ने कहा कि डी वाटरिंग के चलते उनके नल तथा सबमर्सिबल पंप बेकार हो गये हैं। विभाग द्वारा लगाये गये समर पंप भी बंद पडे हैं जिससे पानी की किल्लत है।
नगौला के प्रधान लेखराज सिंह ने गांव में बने पानी के डैम की वजह से खेतों में पानी निकल आने की शिकायत की। जिससे 500 बीघा फसल प्रभावित होती है। जिसका मुआवजा प्रभावित किसानों को दिया जाये। कासिमपुर के प्रधान केशव देव ने प्रदूषण की समस्या उठाई। प्रमुख सचिव ने जीएम को प्रत्येक माह किसानों के साथ बैठक कर समस्याएं निपटाने के निर्देश दिये हैं।
दो ढाई साल बाद प्रदेश को मिलेगी 5 हजार मेगावाट बिजली की सौगात
आलोक कुमार ने बताया कि प्रदेश की चार बड़ी बिजली परियोजनाओं पर तेजी से विस्तार कार्य चल रहा है। जो दो ढाई साल में पूरा हो जायेगा। इसके शुरू होने से प्रदेश को 5 हजार मेगावाट बिजली की सौगात मिलेगी।
बालू की खरीदारी में घालमेल की शिकायत
उत्तर प्रदेश जनहित मानवाधिकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनोद पांडेय ने 660 मेगावाट की नई निर्माणाधीन यूनिट में बालू लाने के घालमेल की शिकायत की। उन्होंने ज्ञापन देकर कहा कि निर्माण करा रही जापानी कंपनी ने बालू सप्लाई के लिये एक अन्य कंपनी को बालू लाने की जिम्मेदारी दे रखी है, जिसे लगभग 500 किमी दूर हरियाणा के यमुनानगर से बालू लाकर यूनिट में देना है।
ऐसे में यदि ट्रक मानक के अनुसार बालू लाता है तो एक चक्कर में कई दिन लग जाते हैं, जबकि कंपनी रजिस्टर के अनुसार एक ही नंबर के ट्रक रोजाना बालू लेकर आ रहे हैं, जो संभव नही हैं। ये बड़ा घालमेल है। प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने आरोपों की जांच करने तथा सही पाये जाने पर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
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सुबह लगभग साढे़ छह बजे परियोजना के अतिथि गृह पहुंचे आलोक कुमार, एमडी डॉ. सैन्थिल पांडियन, निदेशक सुबीर चक्रवर्ती के साथ निरीक्षण शुरू किया। परियोजना प्रबंध निदेशक से निर्माण कार्यों की जानकारी ली और निर्माण कर रही दो निजी कंपनियों की धीमी रफ्तार पर अनुबंध के तहत कार्यवाही करने की चेतावनी दी। परियोजना में सुरक्षा व्यवस्था के लिये जल्द से जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाने के भी निर्देश दिये।
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अतिथि गृह में मीडिया से मुखातिब आलोक कुमार ने बताया कि 660 मेगावाट तापीय परियोजना बढ़ाई जा रही है, उसकी समीक्षा करने आये हैं। अगले वर्ष से नई यूनिट से बिजली उत्पादन शुरू होेगा। जो एजेंसियां समय अवधि लक्ष्य से धीमा कार्य कर रही हैं उन्हें हिदायत दे दी गई है। सुधार न होने पर कंपनियों के विरुद्घ अनुबंध के तहत कार्यवाही करेंगे।
तीन दिन पूर्व 250 मेगावाट की यूनिट में हुई आगजनी पर कहा कि इसकी जांच तकनीकी समिति कर रही है जिसकी रिपोर्ट आने पर जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्यवाही होगी। उन्होंने फायर फाइटिंग सिस्टम के काम पर संतोष व्यक्त करते हुये सीआईएसएफ के एक्शन को सराहा। कहा कि 48 घंटे के अंदर ही प्रभावित यूनिट से उत्पादन शुरू हो गया। इस दौरान एमडी डॉ. सैंथिल पांडियान व निदेशक सुबीर चक्रवर्ती आदि ने पौधारोपण भी किया।
गांव के विकास को लेकर मिले ग्राम प्रधान
परियोजना क्षेत्र के समीपवर्ती गांव के आधा दर्जन ग्राम प्रधान भी आलोक कुमार से मिले तथा गांव के विकास कार्य के लिये बने सीएसआर फंड को बढ़ाये जाने एवं उसका दुरुपयोग न होने की मांग की। रामपुर के पप्पू प्रधान ने कहा कि डी वाटरिंग के चलते उनके नल तथा सबमर्सिबल पंप बेकार हो गये हैं। विभाग द्वारा लगाये गये समर पंप भी बंद पडे हैं जिससे पानी की किल्लत है।
नगौला के प्रधान लेखराज सिंह ने गांव में बने पानी के डैम की वजह से खेतों में पानी निकल आने की शिकायत की। जिससे 500 बीघा फसल प्रभावित होती है। जिसका मुआवजा प्रभावित किसानों को दिया जाये। कासिमपुर के प्रधान केशव देव ने प्रदूषण की समस्या उठाई। प्रमुख सचिव ने जीएम को प्रत्येक माह किसानों के साथ बैठक कर समस्याएं निपटाने के निर्देश दिये हैं।
दो ढाई साल बाद प्रदेश को मिलेगी 5 हजार मेगावाट बिजली की सौगात
आलोक कुमार ने बताया कि प्रदेश की चार बड़ी बिजली परियोजनाओं पर तेजी से विस्तार कार्य चल रहा है। जो दो ढाई साल में पूरा हो जायेगा। इसके शुरू होने से प्रदेश को 5 हजार मेगावाट बिजली की सौगात मिलेगी।
बालू की खरीदारी में घालमेल की शिकायत
उत्तर प्रदेश जनहित मानवाधिकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनोद पांडेय ने 660 मेगावाट की नई निर्माणाधीन यूनिट में बालू लाने के घालमेल की शिकायत की। उन्होंने ज्ञापन देकर कहा कि निर्माण करा रही जापानी कंपनी ने बालू सप्लाई के लिये एक अन्य कंपनी को बालू लाने की जिम्मेदारी दे रखी है, जिसे लगभग 500 किमी दूर हरियाणा के यमुनानगर से बालू लाकर यूनिट में देना है।
ऐसे में यदि ट्रक मानक के अनुसार बालू लाता है तो एक चक्कर में कई दिन लग जाते हैं, जबकि कंपनी रजिस्टर के अनुसार एक ही नंबर के ट्रक रोजाना बालू लेकर आ रहे हैं, जो संभव नही हैं। ये बड़ा घालमेल है। प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने आरोपों की जांच करने तथा सही पाये जाने पर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।