मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज हम यहां लोकार्पण कर रहे हैं तो कुछ लोगों को लखनऊ में सपने आ रहे होंगे। उनके सपनों में भगवान श्रीकृष्ण आ रहे होंगे। भगवान श्रीकृष्ण कह रहे होंगे कि अपनी नाकामियों पर अब तो रो जाओ, जो कार्य तुम नहीं कर पाए, वो बीजेपी की सरकार ने कर दिखाया है। भगवान श्रीकृष्ण भी अखिलेश को कोस रहे होंगे कि जब तुमको सत्ता मिली तो मथुरा, वृंदावन, गोकुल और बरसाना के लिए कुछ नहीं किया। बल्कि कंस को पैदा कर जवाहरबाग जैसा कांड करा दिया, जिसमें एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी शहीद हो गए। उन्होंने मंगलवार को यह तंज कासिमपुर स्थित नवाब सिंह चौहान ग्रामोदय इंटर कॉलेज में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कसा। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले सौगात देते हुए हरदुआगंज तापीय विद्युत परियोजना में 660 मेगावाट की नई यूनिट के साथ ही 7255 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
करीब 28 मिनट के संबोधन में मुख्यमंत्री के निशाने पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव रहे। उन्होंने अखिलेश यादव की ओर इशारा करते हुए कहा कि अखिलेश यादव कंस पैदा करते थे। उनके समय में एक के बाद एक दंगे होते थे। कोसीकलां, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़ और बरेली में दंगों का सिलसिला चलता था। पश्चिमी यूपी की बहन-बेटियों के साथ खिलवाड़ होता था। 2017 के बाद उत्तर प्रदेश दंगा मुक्त प्रदेश बन गया है। अब प्रदेश में गन्ना उत्पादन होता है। इस क्रम में उन्होंने अलीगढ़ के साथा में नई चीनी मिल देने की घोषणा की और आश्वस्त किया कि इसकी प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है।
उन्होंने कहा कि पहले किसानों को गन्ना का भुगतान नहीं होता था। चीनी मिलें बेच दीं जाती थीं। दलाल सक्रिय रहते थे। भ्रष्टाचार होता था। आज सरकार जेसीबी लगाकर भ्रष्टाचार के पैसे को दीवारों से निकाल रही है। पिछले सरकार की सोच परिवार व वंशवाद तक सीमित था। पैसा लूटते थे और दीवार की चिनाई कराकर रखते थे। फिर दंगा भड़काने एवं जमीन लूटने में उपयोग करते थे। आज किसी की जमीन पर कब्जा करेंगे तो सरकार का बुलडोजर तैयार है। बुलडोजर से सबसे ज्यादा चिंता बबुआ (अखिलेश यादव) को होती है। कभी बुआ (मायावती) को भी परेशानी होती थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज हाईवे, एक्सप्रेस, एयरपोर्ट बन रहे हैं। अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर विश्वविद्यालय बन रहा है। कुलपति की नियुक्ति हो गई है, नए सत्र से कक्षाएं भी शुरू कर देंगे। उन्होंने जनता से पूछा कि 22 माह के कोरोना काल में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आए थे? बहन जी (मायावती) आई थीं? दिल्ली एवं इटली वाले भाई-बहन (राहुल गांधी व प्रियंका गांधी) आए थे? उन्होंने कहा कि 22 महीने में 20 महीने गायब रहे। अब आप लोग ही बताइए कि 11 महीने स्कूल नहीं जाने वाला एक महीने में टॉप करेगा क्या? हमने पूरे साल क्लास अटेंड की है। हमारे लिए सेवा ही संकल्प है। जनता जनार्दन को किसी तरह का कष्ट नहीं होगा। कोरोना काल में सबको फ्री में कोविड जांच एवं उपचार की सुविधा दी गई। जरूरतमंद लोगों को राशन दिया गया। सपा और बसपा की सरकार होती तो वैक्सीन के पैसे भी खा जाते। ये लोग कोरोना काल में घर से नहीं निकले थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना फिर आ रहा है। बबुआ (अखिलेश यादव) घर बैठे रहो। जनता जनार्दन को अपना फैसला लेने दें।
सीएम ने कहा कि पांच साल पहले कहा था कि एक करोड़ युवाओं को टैबलेट एवं स्मार्ट फोन देेंगे। सरकार अपना वादा पूरी कर रही है, मुफ्त डिजिटल एक्सेस के साथ। तमाम खर्च सरकार उठाएगी। अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं डबल इंजन की सरकार का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद खत्म करने के लिए अनुच्छेद 370 समाप्त कर दिया गया। अयोध्या में राममंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। काशी विश्वनाथ धाम का भव्य निर्माण हो गया है। उन्होंने कि यह लड़ाई रचनात्मकता एवं विध्वंसक मानसिकता के बीच है। एक कालखंड में अयोध्या में मंदिर तोड़ा गया। मथुरा में श्रीकृष्ण के मंदिर को अपवित्र किया जा रहा था। अच्छे काम करने वाले श्रमिकों के हाथ काट दिए जाते थे। संस्कृति एवं मातृभूमि के प्रति लगाव नहीं होता है तो यही होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी में मंदिर में काम करने वाले श्रमिकों पर पुष्प वर्षा की। श्रमिकों के साथ बैठकर भोजन किया। देश की 135 करोड़ की आबादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का परिवार है। उन्होंने कहा कि पांच साल बिना रुके-टिके जनता की सेवा की है। मुख्यमंत्री ने जनता से हाथ उठवा कर पूछा कि क्या तीन महीने भाजपा का सहयोग करने को तैयार हैं। इससे पूर्व कार्यक्रम को ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, प्रभारी मंत्री सुरेश राणा, राज्यमंत्री संदीप सिंह, सांसद सतीश गौतम, राजवीर दिलेर, पूर्व मंत्री ठा. जयवीर सिंह, जिलाध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह, महानगर अध्यक्ष डॉ. विवेक सारस्वत, विधायक ठा.दलवीर सिंह, संजीव राजा, अनिल पाराशर, राजकुमार सहयोगी, अनूप प्रधान, रवेंद्रपाल सिंह, श्रीचंद शर्मा आदि ने संबोधित किया। संचालन जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह व विधायक अनिल पाराशर ने संयुक्त रूप से किया।
अलीगढ़ जिले की परियोजनाएं
- हरदुआगंज तापीय परियोजना में 660 मेगावट की नई यूनिट का लोकार्पण - 6012 करोड़ लागत
- 255 करोड़ रुपये की अलीगढ़ की स्मार्ट सिटी सहित 113 परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास
प्रदेश की परियोजनाएं--
- 822.10 करोड़ के नौ पारेषण केंद्रों का लोकार्पण किया--
1- लखनऊ के 400 केवीए उपकेंद्र जेहटा - 448.11 करोड़ लागत
2- हरदोई के 132 केवीए उपकेंद्र भरावन - 27.66 करोड़ लागत
3- लखीमपुर खीरी के 132 केवीए उपकेंद्र ओयल - 58.31 करोड़ लागत
4- अमेठी के 132 केवीए उपकेंद्र तिलोई - 33.39 करोड़ लागत
5- फिरोजाबाद के 220 केवीए उपकेंद्र टूंडला - 65.65 करोड़ लागत
6- गाजियाबाद के 132 केवीए उपकेंद्र बीएसआर द्वितीय - 38.01 करोड़ लागत
7- जालौन के 132 केवीए उपकेंद्र माधौगढ़ - 33.91 करोड़ लागत
8- बांदा के 132 केवीए उपकेंद्र पैैलानी - 67.11 करोड़ लागत
9- मऊ के 132 केवीए उपकेंद्र बड़ागांव - 49.95 करोड़ लागत
-166 करोड़ के तीन पारेषण केंद्रों का शिलान्यास--
1- गोरखपुर के 220 केवीए उपकेंद्र खोराबार - 101.02 करोड़ लागत
2- महाराजगंज के 132 केवीए उपकेंद्र निचलौल - 40.71 करोड़ लागत
3- मऊ के 132 केवीए उपकेंद्र घोसी - 24.87 करोड़ लागत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज हम यहां लोकार्पण कर रहे हैं तो कुछ लोगों को लखनऊ में सपने आ रहे होंगे। उनके सपनों में भगवान श्रीकृष्ण आ रहे होंगे। भगवान श्रीकृष्ण कह रहे होंगे कि अपनी नाकामियों पर अब तो रो जाओ, जो कार्य तुम नहीं कर पाए, वो बीजेपी की सरकार ने कर दिखाया है। भगवान श्रीकृष्ण भी अखिलेश को कोस रहे होंगे कि जब तुमको सत्ता मिली तो मथुरा, वृंदावन, गोकुल और बरसाना के लिए कुछ नहीं किया। बल्कि कंस को पैदा कर जवाहरबाग जैसा कांड करा दिया, जिसमें एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी शहीद हो गए। उन्होंने मंगलवार को यह तंज कासिमपुर स्थित नवाब सिंह चौहान ग्रामोदय इंटर कॉलेज में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कसा। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले सौगात देते हुए हरदुआगंज तापीय विद्युत परियोजना में 660 मेगावाट की नई यूनिट के साथ ही 7255 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
करीब 28 मिनट के संबोधन में मुख्यमंत्री के निशाने पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव रहे। उन्होंने अखिलेश यादव की ओर इशारा करते हुए कहा कि अखिलेश यादव कंस पैदा करते थे। उनके समय में एक के बाद एक दंगे होते थे। कोसीकलां, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़ और बरेली में दंगों का सिलसिला चलता था। पश्चिमी यूपी की बहन-बेटियों के साथ खिलवाड़ होता था। 2017 के बाद उत्तर प्रदेश दंगा मुक्त प्रदेश बन गया है। अब प्रदेश में गन्ना उत्पादन होता है। इस क्रम में उन्होंने अलीगढ़ के साथा में नई चीनी मिल देने की घोषणा की और आश्वस्त किया कि इसकी प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है।
उन्होंने कहा कि पहले किसानों को गन्ना का भुगतान नहीं होता था। चीनी मिलें बेच दीं जाती थीं। दलाल सक्रिय रहते थे। भ्रष्टाचार होता था। आज सरकार जेसीबी लगाकर भ्रष्टाचार के पैसे को दीवारों से निकाल रही है। पिछले सरकार की सोच परिवार व वंशवाद तक सीमित था। पैसा लूटते थे और दीवार की चिनाई कराकर रखते थे। फिर दंगा भड़काने एवं जमीन लूटने में उपयोग करते थे। आज किसी की जमीन पर कब्जा करेंगे तो सरकार का बुलडोजर तैयार है। बुलडोजर से सबसे ज्यादा चिंता बबुआ (अखिलेश यादव) को होती है। कभी बुआ (मायावती) को भी परेशानी होती थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज हाईवे, एक्सप्रेस, एयरपोर्ट बन रहे हैं। अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर विश्वविद्यालय बन रहा है। कुलपति की नियुक्ति हो गई है, नए सत्र से कक्षाएं भी शुरू कर देंगे। उन्होंने जनता से पूछा कि 22 माह के कोरोना काल में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आए थे? बहन जी (मायावती) आई थीं? दिल्ली एवं इटली वाले भाई-बहन (राहुल गांधी व प्रियंका गांधी) आए थे? उन्होंने कहा कि 22 महीने में 20 महीने गायब रहे। अब आप लोग ही बताइए कि 11 महीने स्कूल नहीं जाने वाला एक महीने में टॉप करेगा क्या? हमने पूरे साल क्लास अटेंड की है। हमारे लिए सेवा ही संकल्प है। जनता जनार्दन को किसी तरह का कष्ट नहीं होगा। कोरोना काल में सबको फ्री में कोविड जांच एवं उपचार की सुविधा दी गई। जरूरतमंद लोगों को राशन दिया गया। सपा और बसपा की सरकार होती तो वैक्सीन के पैसे भी खा जाते। ये लोग कोरोना काल में घर से नहीं निकले थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना फिर आ रहा है। बबुआ (अखिलेश यादव) घर बैठे रहो। जनता जनार्दन को अपना फैसला लेने दें।
सीएम ने कहा कि पांच साल पहले कहा था कि एक करोड़ युवाओं को टैबलेट एवं स्मार्ट फोन देेंगे। सरकार अपना वादा पूरी कर रही है, मुफ्त डिजिटल एक्सेस के साथ। तमाम खर्च सरकार उठाएगी। अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं डबल इंजन की सरकार का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद खत्म करने के लिए अनुच्छेद 370 समाप्त कर दिया गया। अयोध्या में राममंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। काशी विश्वनाथ धाम का भव्य निर्माण हो गया है। उन्होंने कि यह लड़ाई रचनात्मकता एवं विध्वंसक मानसिकता के बीच है। एक कालखंड में अयोध्या में मंदिर तोड़ा गया। मथुरा में श्रीकृष्ण के मंदिर को अपवित्र किया जा रहा था। अच्छे काम करने वाले श्रमिकों के हाथ काट दिए जाते थे। संस्कृति एवं मातृभूमि के प्रति लगाव नहीं होता है तो यही होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी में मंदिर में काम करने वाले श्रमिकों पर पुष्प वर्षा की। श्रमिकों के साथ बैठकर भोजन किया। देश की 135 करोड़ की आबादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का परिवार है। उन्होंने कहा कि पांच साल बिना रुके-टिके जनता की सेवा की है। मुख्यमंत्री ने जनता से हाथ उठवा कर पूछा कि क्या तीन महीने भाजपा का सहयोग करने को तैयार हैं। इससे पूर्व कार्यक्रम को ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, प्रभारी मंत्री सुरेश राणा, राज्यमंत्री संदीप सिंह, सांसद सतीश गौतम, राजवीर दिलेर, पूर्व मंत्री ठा. जयवीर सिंह, जिलाध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह, महानगर अध्यक्ष डॉ. विवेक सारस्वत, विधायक ठा.दलवीर सिंह, संजीव राजा, अनिल पाराशर, राजकुमार सहयोगी, अनूप प्रधान, रवेंद्रपाल सिंह, श्रीचंद शर्मा आदि ने संबोधित किया। संचालन जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह व विधायक अनिल पाराशर ने संयुक्त रूप से किया।
अलीगढ़ जिले की परियोजनाएं
- हरदुआगंज तापीय परियोजना में 660 मेगावट की नई यूनिट का लोकार्पण - 6012 करोड़ लागत
- 255 करोड़ रुपये की अलीगढ़ की स्मार्ट सिटी सहित 113 परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास
प्रदेश की परियोजनाएं--
- 822.10 करोड़ के नौ पारेषण केंद्रों का लोकार्पण किया--
1- लखनऊ के 400 केवीए उपकेंद्र जेहटा - 448.11 करोड़ लागत
2- हरदोई के 132 केवीए उपकेंद्र भरावन - 27.66 करोड़ लागत
3- लखीमपुर खीरी के 132 केवीए उपकेंद्र ओयल - 58.31 करोड़ लागत
4- अमेठी के 132 केवीए उपकेंद्र तिलोई - 33.39 करोड़ लागत
5- फिरोजाबाद के 220 केवीए उपकेंद्र टूंडला - 65.65 करोड़ लागत
6- गाजियाबाद के 132 केवीए उपकेंद्र बीएसआर द्वितीय - 38.01 करोड़ लागत
7- जालौन के 132 केवीए उपकेंद्र माधौगढ़ - 33.91 करोड़ लागत
8- बांदा के 132 केवीए उपकेंद्र पैैलानी - 67.11 करोड़ लागत
9- मऊ के 132 केवीए उपकेंद्र बड़ागांव - 49.95 करोड़ लागत
-166 करोड़ के तीन पारेषण केंद्रों का शिलान्यास--
1- गोरखपुर के 220 केवीए उपकेंद्र खोराबार - 101.02 करोड़ लागत
2- महाराजगंज के 132 केवीए उपकेंद्र निचलौल - 40.71 करोड़ लागत
3- मऊ के 132 केवीए उपकेंद्र घोसी - 24.87 करोड़ लागत