दिन में धूप और रात में नम हो रहे मौसम में वायरल संग डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। अस्पतालों की ओपीडी में वायरल पीड़ितों की भीड़ जुट रही
है। वहीं डेंगू संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बृहस्पतिवार को 14 नए डेंगू संक्रमित चिह्नित हुए। जिले में अब तक 347 लोगों में डेंगू संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
एसआरएन, बेली, कॉल्विन अस्पतालों में बुखार पीड़ितों की भरमार है। मेडिसिन विभाग की ओपीडी में सुबह से दोपहर तक बीमारों की भीड़ लगी रही। एक-एक डॉक्टर के पास सौ से अधिक मरीज रहे। डॉ. मनोज माथुर के मुताबिक वायरल फीवर पीड़ितों में शरीर दर्द, गले में खराबी, बदन दर्द की भी शिकायत मिल रही है। पांच दिन जिन्हें बुखार है, उनका परीक्षण कर दवाएं दी जा रही हैं।
एसआरएन अस्पताल के फिजीशियन डॉ. आरएन पांडेय के मुताबिक वायरल बुजुर्गों में ज्यादा प्रभावी हो रहा है। बुखार के साथ खांसी, छाती में जकड़न, सर्दी-जुकाम के साथ अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ा है। उन्होंने बताया कि इस बदले मौसम में बिना चिकित्सकीय परामर्श के दवा नहीं लेना ही उचित है। बुखार के साथ अन्य दिक्कतें हैं तो कुछ दिनों तक एंटीबायोटिक दवाओं से परहेज जरूरी है।
बुखार के लिए पैरासीटामोल से ज्यादा कुछ नहीं लेना है। वहीं, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आनंद सिंह के मुताबिक डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में एंटी लार्वा छिड़काव कराया जा रहा है। सामान्य लोगों को
जागरूक किया जा रहा है, जिससे वह मच्छर जनित बीमारियों का शिकार न हों। उन्होंने बताया कि जिन मोहल्लों में डेंगू संक्रमित पाए गए हैं, वहां छिड़काव के साथ दवा वितरण कराया जा रहा है।
शहरी क्षेत्र में 248, गांवों में 99 संक्रमित
डेंगू का प्रकोप गांवों की अपेक्षा शहरी इलाकों में ज्यादा है। डीएमओ डॉ. सिंह के मुताबिक शहरी इलाकों में 248 तथा ग्रामीण इलाकों में 99 डेंगू
संक्रमित चिह्नित हैं। निजी अस्पताल संचालकों से संभावित डेंगू संक्रमितों की एलाइजा जांच कराने को कहा गया है। इन इलाकों में बढ़ा प्रकोप
डेंगू का प्रकोप ग्रामीण इलाकों में सैदाबाद, जसरा, कोटवा बनी तथा मेजा में एक-एक, वहीं शहर के छोटा बघाड़ा, भुलई का पुरवा, गोविंदपुर, चकिया,
गोविंदपुर, रामप्रिया रोड बघाड़ा, बैरहना में एक-एक तथा नैनी इलाके में दो डेंगू संक्रमित पाए गए हैं।
दिन में धूप और रात में नम हो रहे मौसम में वायरल संग डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। अस्पतालों की ओपीडी में वायरल पीड़ितों की भीड़ जुट रही
है। वहीं डेंगू संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बृहस्पतिवार को 14 नए डेंगू संक्रमित चिह्नित हुए। जिले में अब तक 347 लोगों में डेंगू संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
एसआरएन, बेली, कॉल्विन अस्पतालों में बुखार पीड़ितों की भरमार है। मेडिसिन विभाग की ओपीडी में सुबह से दोपहर तक बीमारों की भीड़ लगी रही। एक-एक डॉक्टर के पास सौ से अधिक मरीज रहे। डॉ. मनोज माथुर के मुताबिक वायरल फीवर पीड़ितों में शरीर दर्द, गले में खराबी, बदन दर्द की भी शिकायत मिल रही है। पांच दिन जिन्हें बुखार है, उनका परीक्षण कर दवाएं दी जा रही हैं।
एसआरएन अस्पताल के फिजीशियन डॉ. आरएन पांडेय के मुताबिक वायरल बुजुर्गों में ज्यादा प्रभावी हो रहा है। बुखार के साथ खांसी, छाती में जकड़न, सर्दी-जुकाम के साथ अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ा है। उन्होंने बताया कि इस बदले मौसम में बिना चिकित्सकीय परामर्श के दवा नहीं लेना ही उचित है। बुखार के साथ अन्य दिक्कतें हैं तो कुछ दिनों तक एंटीबायोटिक दवाओं से परहेज जरूरी है।
बुखार के लिए पैरासीटामोल से ज्यादा कुछ नहीं लेना है। वहीं, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आनंद सिंह के मुताबिक डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में एंटी लार्वा छिड़काव कराया जा रहा है। सामान्य लोगों को
जागरूक किया जा रहा है, जिससे वह मच्छर जनित बीमारियों का शिकार न हों। उन्होंने बताया कि जिन मोहल्लों में डेंगू संक्रमित पाए गए हैं, वहां छिड़काव के साथ दवा वितरण कराया जा रहा है।
शहरी क्षेत्र में 248, गांवों में 99 संक्रमित
डेंगू का प्रकोप गांवों की अपेक्षा शहरी इलाकों में ज्यादा है। डीएमओ डॉ. सिंह के मुताबिक शहरी इलाकों में 248 तथा ग्रामीण इलाकों में 99 डेंगू
संक्रमित चिह्नित हैं। निजी अस्पताल संचालकों से संभावित डेंगू संक्रमितों की एलाइजा जांच कराने को कहा गया है। इन इलाकों में बढ़ा प्रकोप
डेंगू का प्रकोप ग्रामीण इलाकों में सैदाबाद, जसरा, कोटवा बनी तथा मेजा में एक-एक, वहीं शहर के छोटा बघाड़ा, भुलई का पुरवा, गोविंदपुर, चकिया,
गोविंदपुर, रामप्रिया रोड बघाड़ा, बैरहना में एक-एक तथा नैनी इलाके में दो डेंगू संक्रमित पाए गए हैं।