अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने लॉक डाउन में बंद देश भर के मठ -मंदिरों को खोले जाने के लिए शुक्रवार को आवाज उठाई। इसके लिए परिषद की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह,रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा गया।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि और महामंत्री महंत हरि गिरि के अलावा अन्य पदाधिकारियों के संयुक्त हस्ताक्षरित पत्र को भेजकर मठ-मंदिरों को खोलने की गुहार लगाई गई। पत्र में कहा गया है कि जिस तरह से आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोले जाने का केंद्र और राज्य सरकारों ने आदेश जारी किया है,उसी तरह अब देश के सभी छोटे-बड़े, मठ- मंदिरों को भी श्रद्धालुओं के लिए खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
परिषद की ओर से कहा गया है कि सभी मठ और मंदिर प्रबंधन कोरोना से बचाव के लिए केंद्र सरकार और डब्लूएचओ के निर्देशों का पूरी तरह से पालन करेंगे। परिषद के अध्यक्ष ने कहा है कि मंदिर खुलने पर मंदिर प्रबंधन और पुजारी हैंडवाश, मॉस्क की व्यवस्था रखेंगे। श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के लिए निश्चित दूरी पर लाइन लगवाकर सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से पालन कराया जाएगा।
अखाड़ा परिषद की ओर से पीएम को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि कोरोना महामारी को लेकर पिछले डेढ़ माह से देश में लॉक डाउन है और लगभग दो माह से मंदिरों के कपाट बंद हैं। ऐसे में मंदिरों में पुजारियों और अन्य कर्मचारियों के मानदेय देने में भी बहुत कठिनाई आ रही है। कहा गया है कि मंदिर खुलने पर दर्शनार्थी अपने आराध्य से कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए प्रार्थना भी कर सकेंगे।
सनातन परंपरा में लोगों का ऐसा विश्वास है कि आराधना से लोगों के कष्ट दूर होते हैं। लेकिन मंदिर बंद होने से लोग अपने आराध्य से प्रार्थना भी नहीं कर पा रहे हैं। महंत नरेंद्र गिरि ने गृह मंत्री से आग्रह किया है कि वह हर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को निर्देश दें कि सभी मठ -मंदिरों को खोलने की व्यवस्था की जाए। परिषद के अध्यक्ष ने देश में कोरोना का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लॉक डाउन के पीएम मोदी के फैसले की सराहना भी की है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने लॉक डाउन में बंद देश भर के मठ -मंदिरों को खोले जाने के लिए शुक्रवार को आवाज उठाई। इसके लिए परिषद की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह,रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा गया।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि और महामंत्री महंत हरि गिरि के अलावा अन्य पदाधिकारियों के संयुक्त हस्ताक्षरित पत्र को भेजकर मठ-मंदिरों को खोलने की गुहार लगाई गई। पत्र में कहा गया है कि जिस तरह से आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोले जाने का केंद्र और राज्य सरकारों ने आदेश जारी किया है,उसी तरह अब देश के सभी छोटे-बड़े, मठ- मंदिरों को भी श्रद्धालुओं के लिए खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
परिषद की ओर से कहा गया है कि सभी मठ और मंदिर प्रबंधन कोरोना से बचाव के लिए केंद्र सरकार और डब्लूएचओ के निर्देशों का पूरी तरह से पालन करेंगे। परिषद के अध्यक्ष ने कहा है कि मंदिर खुलने पर मंदिर प्रबंधन और पुजारी हैंडवाश, मॉस्क की व्यवस्था रखेंगे। श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के लिए निश्चित दूरी पर लाइन लगवाकर सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से पालन कराया जाएगा।
अखाड़ा परिषद की ओर से पीएम को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि कोरोना महामारी को लेकर पिछले डेढ़ माह से देश में लॉक डाउन है और लगभग दो माह से मंदिरों के कपाट बंद हैं। ऐसे में मंदिरों में पुजारियों और अन्य कर्मचारियों के मानदेय देने में भी बहुत कठिनाई आ रही है। कहा गया है कि मंदिर खुलने पर दर्शनार्थी अपने आराध्य से कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए प्रार्थना भी कर सकेंगे।
सनातन परंपरा में लोगों का ऐसा विश्वास है कि आराधना से लोगों के कष्ट दूर होते हैं। लेकिन मंदिर बंद होने से लोग अपने आराध्य से प्रार्थना भी नहीं कर पा रहे हैं। महंत नरेंद्र गिरि ने गृह मंत्री से आग्रह किया है कि वह हर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को निर्देश दें कि सभी मठ -मंदिरों को खोलने की व्यवस्था की जाए। परिषद के अध्यक्ष ने देश में कोरोना का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लॉक डाउन के पीएम मोदी के फैसले की सराहना भी की है।