अंबेडकरनगर। छह दिन पहले घर से निकला युवक अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र मेदीपुर गांव के बाहर स्थित एक गन्ने के खेत में बुधवार सुबह बेहोशी की दशा में मिला। उसका हाथ पैर रस्सी से जकड़ा हुआ था। इससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया। साथ ही जरूरी पूछताछ की। बाद में युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। होश में आने के बाद युवक ने गांव के ही दो युवकों पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया। मामले में कोतवाली में तहरीर पड़ी है। पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह मेदीपुर गांव के कुछ ग्रामीण गांव क बाहर स्थित एक खेत की तरफ गए, तो वहां का दृश्य देखकर सन्न रह गए। वहां एक युवक बेहोशी की दशा में पड़ा हुआ था। उसके हाथ पैर रस्सी से बंधे हुए थे। जानकारी होते हुए आसपास के गांव के ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए। युवक की पहचान मेदीपुर गांव निवासी अजय (21) पुत्र श्रवणकुमार के रूप में हुई। इस बीच जानकारी होते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल का जायजा लिया। साथ ही जरूरी जानकारी हासिल की। बाद में युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के बाद उसे होश आया, तो उसने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
अजय ने बताया कि गत 14 जनवरी को गांव के ही दो लोग उसके पास आए और घर की बिजली ठीक करने के लिए उसे अपने घर ले जाने लगे। उसने जाने से इंकार किया, लेकिन जबरदस्ती लेकर चले गए। इसके बाद उसे कुछ खाने को दिया, जिससे वह बेहोश हो गया। बेहोश होने से पहले संबंधित लोगों ने पिटाई भी की। इसके बाद उसने खुद को जिला अस्पताल में पाया। अजय यह नहीं बता पाया कि उसे खेत में किस दिन फेंका गया। परिवारीजनों का कहना है कि जब 14 जनवरी को घर से निकलने के बाद काफी देर तक घर नहीं आया, तो काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। जो लोग उसे लेकर गए थे, उनसे जानकारी हासिल की, लेकिन वे कुछ भी बताने को तैयार नहीं हुए। इस पर उसी समय उन्होंने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी थी। उधर कोतवाल अमित कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर मिली है। मामले में छानबीन की जा रही है।
अंबेडकरनगर। छह दिन पहले घर से निकला युवक अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र मेदीपुर गांव के बाहर स्थित एक गन्ने के खेत में बुधवार सुबह बेहोशी की दशा में मिला। उसका हाथ पैर रस्सी से जकड़ा हुआ था। इससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया। साथ ही जरूरी पूछताछ की। बाद में युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। होश में आने के बाद युवक ने गांव के ही दो युवकों पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया। मामले में कोतवाली में तहरीर पड़ी है। पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह मेदीपुर गांव के कुछ ग्रामीण गांव क बाहर स्थित एक खेत की तरफ गए, तो वहां का दृश्य देखकर सन्न रह गए। वहां एक युवक बेहोशी की दशा में पड़ा हुआ था। उसके हाथ पैर रस्सी से बंधे हुए थे। जानकारी होते हुए आसपास के गांव के ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए। युवक की पहचान मेदीपुर गांव निवासी अजय (21) पुत्र श्रवणकुमार के रूप में हुई। इस बीच जानकारी होते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल का जायजा लिया। साथ ही जरूरी जानकारी हासिल की। बाद में युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के बाद उसे होश आया, तो उसने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
अजय ने बताया कि गत 14 जनवरी को गांव के ही दो लोग उसके पास आए और घर की बिजली ठीक करने के लिए उसे अपने घर ले जाने लगे। उसने जाने से इंकार किया, लेकिन जबरदस्ती लेकर चले गए। इसके बाद उसे कुछ खाने को दिया, जिससे वह बेहोश हो गया। बेहोश होने से पहले संबंधित लोगों ने पिटाई भी की। इसके बाद उसने खुद को जिला अस्पताल में पाया। अजय यह नहीं बता पाया कि उसे खेत में किस दिन फेंका गया। परिवारीजनों का कहना है कि जब 14 जनवरी को घर से निकलने के बाद काफी देर तक घर नहीं आया, तो काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। जो लोग उसे लेकर गए थे, उनसे जानकारी हासिल की, लेकिन वे कुछ भी बताने को तैयार नहीं हुए। इस पर उसी समय उन्होंने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी थी। उधर कोतवाल अमित कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर मिली है। मामले में छानबीन की जा रही है।