गौरीगंज (अमेठी)। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बैंक आफ बड़ौदा के साथ पार्टनर के रूप में बीसी सखी ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को घर पर धन जमा करने व निकालने की सुविधा दे रही हैं। जिले में कार्यरत 328 बीसी सखी प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अब तक करोड़ों का लेन-देन भी कर चुकी हैं। उन्हें लेनदेन पर 0.4 प्रतिशत कमीशन मिल रहा है। अधिक से अधिक महिलाएं योजना से जुड़ सकें, इसके लिए रिक्त ग्राम पंचायतों में चयन करने का निर्देश सीडीओ ने उपायुक्त स्वत: रोजगार को दिया है।
मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत महिलाओं को शिक्षित, सशक्त व आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। स्वयं सहायता समूह के माध्यम से अनुदान देकर महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के साथ बैंक आफ बड़ौदा से पार्टनरशिप योजना के तहत बीसी सखी योजना जिले में शुरू की गई है।
जिले की 785 ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री कृषि सम्मान योजना, आवास लाभार्थी, पेंशन लाभार्थी के साथ समूह की महिलाओं को पैसा जमा करने व निकालने में सुविधा देने के लिए बीसी सखी के रूप में महिलाओं की तैनाती की जा रही है। जिले की 328 ग्राम पंचायतों में नामित बीसी सखी प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद लेनदेन का काम भी कर रही है।
सीडीओ डॉ. अंकुर लाठर ने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने की कोशिश चल रही है। अब तक कार्यरत 328 बीसी सखी ने 62 करोड़ 30 लाख 92 हजार 950 रुपये ट्रांजक्शन किया है। महिलाओं को प्रत्येक ट्रांजक्शन पर 0.4 प्रतिशत कमीशन के तौर पर मिल रहा है। बाजार शुकुल ब्लॉक में कार्यरत बीसी सखी अनीता देवी, सिंहपुर की गायत्री व भादर अनीता ने ज्यादा लेनदेन कर अपनी आय में इजाफा किया है।
सीडीओ ने उपायुक्त स्वत: रोजगार सुनील कुमार त्रिपाठी को रिक्त सभी ग्राम पंचायतों में प्रचार-प्रसार कर समूह की महिलाओं को बीसी सखी के रूप में तैनात कर प्रशिक्षण दिलाते हुए आत्मनिर्भर बनने में सहयोग करने को कहा है। सीडीओ ने बताया कि महिलाएं संचालित योजना की जानकारी उपायुक्त स्वत: रोजगार कार्यालय से प्राप्त कर सकती हैं।
गौरीगंज (अमेठी)। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बैंक आफ बड़ौदा के साथ पार्टनर के रूप में बीसी सखी ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को घर पर धन जमा करने व निकालने की सुविधा दे रही हैं। जिले में कार्यरत 328 बीसी सखी प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अब तक करोड़ों का लेन-देन भी कर चुकी हैं। उन्हें लेनदेन पर 0.4 प्रतिशत कमीशन मिल रहा है। अधिक से अधिक महिलाएं योजना से जुड़ सकें, इसके लिए रिक्त ग्राम पंचायतों में चयन करने का निर्देश सीडीओ ने उपायुक्त स्वत: रोजगार को दिया है।
मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत महिलाओं को शिक्षित, सशक्त व आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। स्वयं सहायता समूह के माध्यम से अनुदान देकर महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के साथ बैंक आफ बड़ौदा से पार्टनरशिप योजना के तहत बीसी सखी योजना जिले में शुरू की गई है।
जिले की 785 ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री कृषि सम्मान योजना, आवास लाभार्थी, पेंशन लाभार्थी के साथ समूह की महिलाओं को पैसा जमा करने व निकालने में सुविधा देने के लिए बीसी सखी के रूप में महिलाओं की तैनाती की जा रही है। जिले की 328 ग्राम पंचायतों में नामित बीसी सखी प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद लेनदेन का काम भी कर रही है।
सीडीओ डॉ. अंकुर लाठर ने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने की कोशिश चल रही है। अब तक कार्यरत 328 बीसी सखी ने 62 करोड़ 30 लाख 92 हजार 950 रुपये ट्रांजक्शन किया है। महिलाओं को प्रत्येक ट्रांजक्शन पर 0.4 प्रतिशत कमीशन के तौर पर मिल रहा है। बाजार शुकुल ब्लॉक में कार्यरत बीसी सखी अनीता देवी, सिंहपुर की गायत्री व भादर अनीता ने ज्यादा लेनदेन कर अपनी आय में इजाफा किया है।
सीडीओ ने उपायुक्त स्वत: रोजगार सुनील कुमार त्रिपाठी को रिक्त सभी ग्राम पंचायतों में प्रचार-प्रसार कर समूह की महिलाओं को बीसी सखी के रूप में तैनात कर प्रशिक्षण दिलाते हुए आत्मनिर्भर बनने में सहयोग करने को कहा है। सीडीओ ने बताया कि महिलाएं संचालित योजना की जानकारी उपायुक्त स्वत: रोजगार कार्यालय से प्राप्त कर सकती हैं।