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Amroha News: जोया सीएचसी को ट्राॅमा सेंटर बनाने की कवायद तेज
संवाद न्यूज एजेंसी, अमरोहा
Updated Fri, 14 Nov 2025 02:38 AM IST
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अमरोहा। जोया सीएचसी को ट्राॅमा सेंटर बनाने की कवायद तेज हो गई है। इस संबंध में शासन ने दोबारा से सीएचसी समेत जिलेभर के सरकारी अस्पतालों में तैनात डॉक्टरों और स्टॉफ की जानकारी मांगी है। जोया सीएचसी ट्रॉमा सेंटर बनी तो जिले के लोगों को बड़ी सहूलियत मिलेगी।
अमरोहा जिले में एक जिला अस्पताल और छह सीएचसी हैं। हालांकि, सभी सरकारी अस्पताल रेफर सेंटर बने हुए हैं। जिले को एक ट्राॅमा सेंटर की जरूरत है। इसके लिए लंबे समय से मांग की जा रही है। हाईवे और उसके आसपास अन्य मार्गों पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। इसी तरह कई बार आग में झुलसने के मामले भी सामने आते थे। हादसों में घायलों और आग में झुलसे लोगों को नगर स्थित सीएचसी में भर्ती कराया जाता है लेकिन घायलों और झुलसे लोगों के लिए जरूरी सुविधाएं नहीं होने के कारण उनको जिला अस्पताल या हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है।
समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण कई बार लोगों की जान भी चली जाती है। ट्राॅमा सेंटर बनने से हादसे में घायल लोगों की जान बचाई जा सकती थी। सीएमओ डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि जोया सीएचसी को ही ट्राॅमा सेंटर बनाए जाने की कवायद चल रही है। शासन ने दोबारा से डॉक्टर व स्टाफ की जानकारी मांगी है। सड़क हादसे में घायल गंभीर मरीज व अन्य बीमारी से ग्रस्त पीड़ितों को रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्हें ट्रामा सेंटर में ही बेहतर इलाज मिल सकेगा। जरूरत के हिसाब से शासन से भी विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। आने वाले दिनों में जिले में बनने वाले मेडिकल कॉलेज में ही ट्रामा सेंटर की सुविधा दी जाएगी। जल्द ही मेडिकल कॉलेज खोलने की कवायद भी शुरू हो सकती है। संवाद
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अमरोहा जिले में एक जिला अस्पताल और छह सीएचसी हैं। हालांकि, सभी सरकारी अस्पताल रेफर सेंटर बने हुए हैं। जिले को एक ट्राॅमा सेंटर की जरूरत है। इसके लिए लंबे समय से मांग की जा रही है। हाईवे और उसके आसपास अन्य मार्गों पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। इसी तरह कई बार आग में झुलसने के मामले भी सामने आते थे। हादसों में घायलों और आग में झुलसे लोगों को नगर स्थित सीएचसी में भर्ती कराया जाता है लेकिन घायलों और झुलसे लोगों के लिए जरूरी सुविधाएं नहीं होने के कारण उनको जिला अस्पताल या हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है।
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समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण कई बार लोगों की जान भी चली जाती है। ट्राॅमा सेंटर बनने से हादसे में घायल लोगों की जान बचाई जा सकती थी। सीएमओ डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि जोया सीएचसी को ही ट्राॅमा सेंटर बनाए जाने की कवायद चल रही है। शासन ने दोबारा से डॉक्टर व स्टाफ की जानकारी मांगी है। सड़क हादसे में घायल गंभीर मरीज व अन्य बीमारी से ग्रस्त पीड़ितों को रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्हें ट्रामा सेंटर में ही बेहतर इलाज मिल सकेगा। जरूरत के हिसाब से शासन से भी विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। आने वाले दिनों में जिले में बनने वाले मेडिकल कॉलेज में ही ट्रामा सेंटर की सुविधा दी जाएगी। जल्द ही मेडिकल कॉलेज खोलने की कवायद भी शुरू हो सकती है। संवाद