आजमगढ़। राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ द्वारा शीर्ष उर्जा प्रबंधन के तानाशाही रवैए व अन्यायपूर्ण नीति के विरोध में आठ चरणों के प्रदेशव्यापी आंदोलन के सातवें चरण में मंगलवार को मुख्य अभियंता कार्यालय पर क्रमिक अनशन जारी रहा। इसके बाद जन प्रतिनिधियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। अनशनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि उर्जा प्रबंधन द्वारा मांगों के सापेक्ष परिणामी आदेश न जारी किए जाने पर 29 नवंबर से शक्ति भवन लखनऊ पर आमरण अनशन, भूखहड़ताल शुरु किया जाएगा। संघ के पूर्वांचल अध्यक्ष गुरुनारायण ने कहा कि संघ द्वारा जारी प्रदेशव्यापी चरणबद्ध आंदोलन के अनुसार 22नवंबर से लगातार 28 घंटे का लगातार क्रमिक अनशन सभी जिला मुख्यालय पर दिया जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया जाएगा। कहा कि विभाग में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने वाला टैक्रीशियन संवर्ग वर्षो से उपेक्षा का शिकार रहा है। कहा कि 29 नवंबर से संघ के सदस्य आमरण अनशन के साथ जेल भरो आंदोलन के लिए कमर कस चुके है। संघ के नीरज त्रिपाठी ने कहा कि तकनीकी कर्मियों की जायज मांगो, ग्रेड पे विसंगति, आमेलन, बिना अतार्किक सेवा बाध्यता के प्रोन्नति, एक अग्रिम इंक्रीमेंट, पेट्रोल भत्ता व उत्पादन निगम में प्रोन्नति कोटा समेत अन्य मांगों को अनदेखा किया जा रहा है। कहा कि अगर प्रबंधन इसी प्रकार हठधर्मिता पर कायम रहा तो तीन दिसंबर से आंदोलन के चरण में विद्युत उपकेंद्रों के परिचालन में कार्यरत कर्मियो को शामिल किए जाने पर विचार किया जा रहा है। संघ के राज विजय यादव ने कहा कि चरणबद्ध आंदोलन के छह चरण संपन्न होने के बाद भी उर्जा प्रबंधन अपनी हठधर्मिता व दमनकारी नीति पर आमादा है। इस अवसर पर सुनील यादव, काशीनाथ, शिविंद्र रावत, चंद्रशेखर राय, अशोक यादव, रजनीश सिंह आदि उपस्थित थे।