मेंहनगर। पैसे लेनदेन के विवाद को लेकर स्थानीय कस्बा में सोमवार को दो पक्षों में मारपीट हो गई थी। इस घटना को लेकर मंगलवार की सुबह एक युवक पर दूसरे पक्ष के लोगों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को लखराव पोखरे के पास से गिरफ्तार कर लिया है। मेंहनगर थाना के खुटवा चक खुटवा गांव निवासी अरविंद कुमार पुत्र रामसदन मंगलवार की सुबह कस्बा स्थित रोडवेज पर अपने मित्र से मिलने के लिए आ रहा था। अभी वह रोडवेज पर पहुंचा ही था कि वार्ड संख्या तीन संत कबीरनगर निवासी आमिन पुत्र निजामुद्दीन से उसकी मुलाकात हो गई। आमिन से सोमवार को पैसे के लेनदेन को लेकर उसका विवाद हुआ था। इसी विवाद को लेकर आमिन ने धारदार हथियार से अरविंद पर हमला कर दिया और गालियां देते हुए मौके से फरार हो गया। नुकीले हथियार से अरविंद के पीठ में हल्की चोट आई थी। पीड़ित तत्काल मेंहनगर थाने पहुंचा और आमिन के खिलाफ नामजद तहरीर दिया। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत करते हुए आरोपी की तलाश में जुट गई। आरोपी आमिन के घर पर पुलिस ने दबिश दिया तो वह घर पर नहीं मिला। इस बीच मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने लखराव पोखरे के पास से उसे पकड़ लिया।
मेंहनगर। पैसे लेनदेन के विवाद को लेकर स्थानीय कस्बा में सोमवार को दो पक्षों में मारपीट हो गई थी। इस घटना को लेकर मंगलवार की सुबह एक युवक पर दूसरे पक्ष के लोगों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को लखराव पोखरे के पास से गिरफ्तार कर लिया है। मेंहनगर थाना के खुटवा चक खुटवा गांव निवासी अरविंद कुमार पुत्र रामसदन मंगलवार की सुबह कस्बा स्थित रोडवेज पर अपने मित्र से मिलने के लिए आ रहा था। अभी वह रोडवेज पर पहुंचा ही था कि वार्ड संख्या तीन संत कबीरनगर निवासी आमिन पुत्र निजामुद्दीन से उसकी मुलाकात हो गई। आमिन से सोमवार को पैसे के लेनदेन को लेकर उसका विवाद हुआ था। इसी विवाद को लेकर आमिन ने धारदार हथियार से अरविंद पर हमला कर दिया और गालियां देते हुए मौके से फरार हो गया। नुकीले हथियार से अरविंद के पीठ में हल्की चोट आई थी। पीड़ित तत्काल मेंहनगर थाने पहुंचा और आमिन के खिलाफ नामजद तहरीर दिया। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत करते हुए आरोपी की तलाश में जुट गई। आरोपी आमिन के घर पर पुलिस ने दबिश दिया तो वह घर पर नहीं मिला। इस बीच मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने लखराव पोखरे के पास से उसे पकड़ लिया।