आजमगढ़। सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों के जीपीएफ (जनरल प्रोविडेंट फंड) खाते ऑनलाइन किए जाएंगे। इसका लाभ एक अप्रैल 2005 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों और कर्मचारियों को मिलेगा। वे अपने खाते ऑनलाइन देख सकेंगे और जरूरत के मुताबिक लोन ले सकेंगे। जिले में 97 सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूल संचालित हो रहे हैं। उक्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों का डाटा ऑनलाइन होगा। अब तक इन स्कूलों के कार्यालय में ही जीपीएफ की इंट्री होती है। लेकिन अधिकांश स्कूलों में यह अपडेट नहीं रहता और शिक्षकों को जानकारी नहीं हो पाती। एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों के एनपीएस खातों का रखरखाव ऑनलाइन होता है। पीपीएफ और ईपीएफ खातों की सूचना भी ऑनलाइन उपलब्ध है। भ्रष्टाचार रोकने के लिए शिक्षा विभाग के कार्यालयों में ई-फाइलिंग की भी व्यवस्था होगी। डीआईओएस डा. वीके शर्मा ने बताया कि धीरे-धीरे सारी व्यवस्थाएं ऑनलाइन हो रही है। परीक्षा केंद्र निर्धारण से लेकर शिक्षकों व कर्मचारियों का डाटा ऑनलाइन किया जा रहा है। अब जीपीएफ खाता ऑनलाइन करने की तैयारी उच्चस्तर पर चल रही है। यहां से अभी कोई पहल नहीं की गई है।
आजमगढ़। सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों के जीपीएफ (जनरल प्रोविडेंट फंड) खाते ऑनलाइन किए जाएंगे। इसका लाभ एक अप्रैल 2005 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों और कर्मचारियों को मिलेगा। वे अपने खाते ऑनलाइन देख सकेंगे और जरूरत के मुताबिक लोन ले सकेंगे। जिले में 97 सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूल संचालित हो रहे हैं। उक्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों का डाटा ऑनलाइन होगा। अब तक इन स्कूलों के कार्यालय में ही जीपीएफ की इंट्री होती है। लेकिन अधिकांश स्कूलों में यह अपडेट नहीं रहता और शिक्षकों को जानकारी नहीं हो पाती। एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों के एनपीएस खातों का रखरखाव ऑनलाइन होता है। पीपीएफ और ईपीएफ खातों की सूचना भी ऑनलाइन उपलब्ध है। भ्रष्टाचार रोकने के लिए शिक्षा विभाग के कार्यालयों में ई-फाइलिंग की भी व्यवस्था होगी। डीआईओएस डा. वीके शर्मा ने बताया कि धीरे-धीरे सारी व्यवस्थाएं ऑनलाइन हो रही है। परीक्षा केंद्र निर्धारण से लेकर शिक्षकों व कर्मचारियों का डाटा ऑनलाइन किया जा रहा है। अब जीपीएफ खाता ऑनलाइन करने की तैयारी उच्चस्तर पर चल रही है। यहां से अभी कोई पहल नहीं की गई है।