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Baghpat News: दिल्ली में 11,681 वाहनों के घुसने पर रोक, 2.50 करोड़ का कारोबार रोजाना प्रभावित
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दिल्ली में 11,681 वाहनों के घुसने पर रोक की खबर से संबंधित फोटो । ट्रक में ईंट भरता मजदूर। फाइ
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- दिल्ली में प्रदूषण बढऩे के कारण ग्रेप 3 लागू होने से बीएस-4 वाले व्यवसायिक वाहनों के आने पर लगाई रोक
- बागपत के ईंट भट्ठा समेत कई कारोबार होने लगे प्रभावित, यात्रियों को भी झेलनी पड़ी परेशानी
संवाद न्यूज एजेंसी
बागपत। सर्दी के साथ ही प्रदूषण बढ़ने के कारण बागपत के बीएस-4 वाले व्यवसायिक 11,681 वाहनों के दिल्ली में घुसने पर बुधवार से रोक लगा दी गई। इससे बागपत के ईंट भट्ठा समेत कई कारोबार पर रोजाना ढाई करोड़ का असर पड़ना शुरू हो गया है। यात्रियों को भी इससे परेशानी झेलनी पड़ रही है।
दिल्ली के साथ ही एनसीआर के अधिकतर जिलों में प्रदूषण काफी बढ़ गया है। इसको देखते हुए ही दिल्ली व एनसीआर में ग्रेप-3 लागू करते हुए इसके प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए गए। इसलिए ही दिल्ली के बाहर से पंजीकरण वाले बीएस-4 वाले व्यवसायिक वाहनों के वहां आने पर रोक लगा दी गई।
यहां से ऐसे डीजल के 6755 और पेट्रोल के 4926 वाहनों का पंजीकरण हैं। इनको दिल्ली में लेकर जाते हैं तो बीस हजार रुपये का जुर्माना लगेगा। इन वाहनों के दिल्ली नहीं जाने से सभी व्यापार व उद्योगों को नुकसान होना शुरू हो गया है। इससे आम लोगों के साथ ही व्यापारी, उद्यमी सभी जूझते दिख रहे हैं।
ईंट भट्ठा समेत कई कारोबार होने लगे प्रभावित
जिले में 425 ईंट भट्ठे हैं और यहां से सबसे अधिक ईंट दिल्ली, नोएडा व गुरुग्राम में सप्लाई होती हैं। व्यवसायिक वाले बीएस-4 वाले वाहनों पर दिल्ली में रोक लगने से सबसे अधिक ईंट भट्ठा व्यवसाय प्रभावित हुआ है। ऐसे करीब 600 ट्रक हैं और इनमें रोजाना 40 लाख ईंट सप्लाई की जाती है।
इन ट्रकों पर रोक लगने से सवा दो करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। इसके अलावा वहां से कपड़े, परचून का सामान आदि को लेकर आने की समस्या भी शुरू हो गई है तो यहां की फैक्टरियों से सामान जाने में समस्या हो रही है। इससे रोजाना 25 लाख रुपये तक का कारोबार प्रभावित होना शुरू हो गया है।
- यात्रियों के लिए भी हो रही परेशानी
बड़ौत डिपो से नगर व देहात क्षेत्र के मुख्य मार्गों पर 184 बसों का संचालन हो रहा है। इनमें से बीएस-4 की 30 बसें हैं और दस बसों को लोनी गोल चक्कर तक चलाया जाता है। इन बसों पर भी असर पड़ा है और इससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इनके अलावा सुबह के समय नौकरी पर जाने वाले काफी लोग डग्गामार वाहनों में जाते हैं। उन पर भी रोक लगने से परेशानी बढ़ी है।
- बीएस-4 वाले निजी वाहनों पर रोक नहीं
बागपत में बीएस-4 वाले निजी वाहन भी काफी पंजीकृत हैं। यहां से ऐसे पेट्रोल के 35,374 और डीजल के 1,248 वाहनों का पंजीकरण है। इन वाहनों पर अभी दिल्ली में घुसने पर रोक नहीं लगाई गई है। प्रदूषण ज्यादा बढ़ता है तो उसको देखते हुए निर्णय लिया जा सकता है।
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यहां से ट्रकों में रोजाना 40 लाख ईंटों की दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम में सप्लाई होती है। दिल्ली में ट्रकों पर रोक लगने से रोजाना सवा दो करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हो रहा है। दिल्ली से होकर ही रात में नोएडा व गुरुग्राम में ट्रक जाते हैं, इसलिए अब वहां भी ट्रक नहीं जा सकते हैं। - नीरज नैन, महामंत्री ईंट निर्माता समिति बागपत
दिल्ली से घरेलू इस्तेमाल का सामान आने में समस्या हो रही है, क्योंकि वाहनों के जाने पर रोक लगाई है। कुछ सामान निजी वाहन से लेकर आ रहे हैं। वाहनों पर रोक रहने तक परेशानी झेलनी पड़ेगी। - अमित अग्रवाल, व्यापारी
- बीएस-4 वाले व्यवसायिक वाहनों पर दिल्ली में घुसने पर रोक लगाई गई है। इसके बाद भी इन वाहनों को कोई दिल्ली में लेकर जाता है तो वहां इनपर जुर्माना लगाया जाएगा। यहां ग्रेप-3 लागू होता है तो यहां भी इनपर रोक लगाई जाएगी। - राघवेंद्र सिंह, एआरटीओ
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- बागपत के ईंट भट्ठा समेत कई कारोबार होने लगे प्रभावित, यात्रियों को भी झेलनी पड़ी परेशानी
संवाद न्यूज एजेंसी
बागपत। सर्दी के साथ ही प्रदूषण बढ़ने के कारण बागपत के बीएस-4 वाले व्यवसायिक 11,681 वाहनों के दिल्ली में घुसने पर बुधवार से रोक लगा दी गई। इससे बागपत के ईंट भट्ठा समेत कई कारोबार पर रोजाना ढाई करोड़ का असर पड़ना शुरू हो गया है। यात्रियों को भी इससे परेशानी झेलनी पड़ रही है।
दिल्ली के साथ ही एनसीआर के अधिकतर जिलों में प्रदूषण काफी बढ़ गया है। इसको देखते हुए ही दिल्ली व एनसीआर में ग्रेप-3 लागू करते हुए इसके प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए गए। इसलिए ही दिल्ली के बाहर से पंजीकरण वाले बीएस-4 वाले व्यवसायिक वाहनों के वहां आने पर रोक लगा दी गई।
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यहां से ऐसे डीजल के 6755 और पेट्रोल के 4926 वाहनों का पंजीकरण हैं। इनको दिल्ली में लेकर जाते हैं तो बीस हजार रुपये का जुर्माना लगेगा। इन वाहनों के दिल्ली नहीं जाने से सभी व्यापार व उद्योगों को नुकसान होना शुरू हो गया है। इससे आम लोगों के साथ ही व्यापारी, उद्यमी सभी जूझते दिख रहे हैं।
ईंट भट्ठा समेत कई कारोबार होने लगे प्रभावित
जिले में 425 ईंट भट्ठे हैं और यहां से सबसे अधिक ईंट दिल्ली, नोएडा व गुरुग्राम में सप्लाई होती हैं। व्यवसायिक वाले बीएस-4 वाले वाहनों पर दिल्ली में रोक लगने से सबसे अधिक ईंट भट्ठा व्यवसाय प्रभावित हुआ है। ऐसे करीब 600 ट्रक हैं और इनमें रोजाना 40 लाख ईंट सप्लाई की जाती है।
इन ट्रकों पर रोक लगने से सवा दो करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। इसके अलावा वहां से कपड़े, परचून का सामान आदि को लेकर आने की समस्या भी शुरू हो गई है तो यहां की फैक्टरियों से सामान जाने में समस्या हो रही है। इससे रोजाना 25 लाख रुपये तक का कारोबार प्रभावित होना शुरू हो गया है।
- यात्रियों के लिए भी हो रही परेशानी
बड़ौत डिपो से नगर व देहात क्षेत्र के मुख्य मार्गों पर 184 बसों का संचालन हो रहा है। इनमें से बीएस-4 की 30 बसें हैं और दस बसों को लोनी गोल चक्कर तक चलाया जाता है। इन बसों पर भी असर पड़ा है और इससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इनके अलावा सुबह के समय नौकरी पर जाने वाले काफी लोग डग्गामार वाहनों में जाते हैं। उन पर भी रोक लगने से परेशानी बढ़ी है।
- बीएस-4 वाले निजी वाहनों पर रोक नहीं
बागपत में बीएस-4 वाले निजी वाहन भी काफी पंजीकृत हैं। यहां से ऐसे पेट्रोल के 35,374 और डीजल के 1,248 वाहनों का पंजीकरण है। इन वाहनों पर अभी दिल्ली में घुसने पर रोक नहीं लगाई गई है। प्रदूषण ज्यादा बढ़ता है तो उसको देखते हुए निर्णय लिया जा सकता है।
यहां से ट्रकों में रोजाना 40 लाख ईंटों की दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम में सप्लाई होती है। दिल्ली में ट्रकों पर रोक लगने से रोजाना सवा दो करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हो रहा है। दिल्ली से होकर ही रात में नोएडा व गुरुग्राम में ट्रक जाते हैं, इसलिए अब वहां भी ट्रक नहीं जा सकते हैं। - नीरज नैन, महामंत्री ईंट निर्माता समिति बागपत
दिल्ली से घरेलू इस्तेमाल का सामान आने में समस्या हो रही है, क्योंकि वाहनों के जाने पर रोक लगाई है। कुछ सामान निजी वाहन से लेकर आ रहे हैं। वाहनों पर रोक रहने तक परेशानी झेलनी पड़ेगी। - अमित अग्रवाल, व्यापारी
- बीएस-4 वाले व्यवसायिक वाहनों पर दिल्ली में घुसने पर रोक लगाई गई है। इसके बाद भी इन वाहनों को कोई दिल्ली में लेकर जाता है तो वहां इनपर जुर्माना लगाया जाएगा। यहां ग्रेप-3 लागू होता है तो यहां भी इनपर रोक लगाई जाएगी। - राघवेंद्र सिंह, एआरटीओ

दिल्ली में 11,681 वाहनों के घुसने पर रोक की खबर से संबंधित फोटो । ट्रक में ईंट भरता मजदूर। फाइ

दिल्ली में 11,681 वाहनों के घुसने पर रोक की खबर से संबंधित फोटो । ट्रक में ईंट भरता मजदूर। फाइ