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Murder in Baghpat: नफीस से बागपत आने को मना किया था, 120 किमी दूर से खींच लाई मौत, मां की कब्र के पास ही हत्या
अमर उजाला नेटवर्क, बागपत
Published by: मोहम्मद मुस्तकीम
Updated Wed, 12 Nov 2025 10:44 PM IST
सार
Baghpat News: नफीस अपनी पत्नी और तीन बच्चों को छोड़कर चचेरे भाई की पत्नी शब्बो को लेकर सहारनपुर जाकर रहने लगा था। वहीं शब्बो भी अपने पति शौकीन और चार बच्चों को छोड़कर नफीस के साथ चली गई थी।
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नफीस की फाइल फोटो और विलाप करते परिजन।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
चचेरे भाई शौकीन की पत्नी शब्बो को लेकर जाने वाले नफीस को मौत वापस बागपत में लेकर आ गई। वह डरकर सहारनपुर में रह रहा था। बुधवार को मां मकसूदी का इंतकाल होने पर कब्र पर मिट्टी डालने के बहाने मौत नफीस को 120 किलोमीटर दूर तक खींचकर ले लाई और मां की कब्र से 20 मीटर दूर उसकी हत्या कर दी गई।
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विलाप करते नफीस के परिजन।
- फोटो : अमर उजाला
यमुना मार्ग पर खत्ते के पास बिजलीघर के पीछे रहने वाले यासीन ने बताया कि छह साल पहले उनके छोटे भाई नफीस के साथ प्रेम-प्रसंग होने पर शब्बो अपने पति और चार बच्चों को छोड़कर चली गई। दोनों के मकान आमने-सामने थे।
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पुलिस से नोकझोंक करते परिजन व ग्रामीण।
- फोटो : अमर उजाला
उन्होंने शब्बो को वापस लाने का प्रयास भी किया, लेकिन उसने शौकीन के साथ रहने से मना कर दिया। जब नफीस को जान से मारने की धमकी मिली तो वह सहारनपुर में रहकर ही नर्सरी में काम करने लगा। कई बार परिवार में हुए कार्यक्रमों में भी नफीस शामिल नहीं हुआ और छह साल तक बागपत नहीं आया।
बुधवार को मां का इंतकाल होने पर नफीस घर आने की जिद करने लगा तो उन्होंने उसे यहां आने से मना कर दिया। उनको पहले ही आशंका थी कि नफीस के यहां आने पर शौकीन व परिवार वाले उसे मार देंगे। इसलिए ही शौकीन के परिवार वाले जनाजे में नफीस को तलाशते रहे।
सभी लोग जनाजे के पीछे कब्रिस्तान के अंदर चले गए, लेकिन कई युवक बाहर ही नफीस को तलाश रहे थे। इन सभी ने गाड़ी के पीछे छिपे नफीस को देखते ही अन्य आरोपियों को बुलाकर हत्या करा दी।
सभी लोग जनाजे के पीछे कब्रिस्तान के अंदर चले गए, लेकिन कई युवक बाहर ही नफीस को तलाश रहे थे। इन सभी ने गाड़ी के पीछे छिपे नफीस को देखते ही अन्य आरोपियों को बुलाकर हत्या करा दी।
घटना के बाद परिजनों ने किया हंगामा, पुलिस से नोकझोंक
नफीस की हत्या के बाद परिजनों ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर सीएचसी में हंगामा कर दिया। वहां पुलिस पुलिस के साथ उनकी नोकझोंक हुई। लोग एकत्र होकर कोतवाली में पहुंचे तो वहां भी काफी देर तक हंगामा करते रहे। वहां कई महिलाओं पर भी हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया, मगर बाद में तहरीर में महिलाओं का नाम नहीं दिया और मुकदमा दर्ज होने व एक आरोपी के पकड़े जाने पर वह शांत हुए।
नफीस की हत्या के बाद परिजनों ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर सीएचसी में हंगामा कर दिया। वहां पुलिस पुलिस के साथ उनकी नोकझोंक हुई। लोग एकत्र होकर कोतवाली में पहुंचे तो वहां भी काफी देर तक हंगामा करते रहे। वहां कई महिलाओं पर भी हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया, मगर बाद में तहरीर में महिलाओं का नाम नहीं दिया और मुकदमा दर्ज होने व एक आरोपी के पकड़े जाने पर वह शांत हुए।
नफीस की पहली पत्नी से तीन बच्चे
पांडव मार्ग पर कब्रिस्तान के बाहर मारे गए नफीस के परिवार में पत्नी और तीन बेटे हैं। इनमें एक बेटी और दो बेटे हैं। नफीस तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उसकी पत्नी और बच्चे अपने ताऊ के पास रह रहे हैं।
पांडव मार्ग पर कब्रिस्तान के बाहर मारे गए नफीस के परिवार में पत्नी और तीन बेटे हैं। इनमें एक बेटी और दो बेटे हैं। नफीस तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उसकी पत्नी और बच्चे अपने ताऊ के पास रह रहे हैं।