बाराबंकी। धान की तौल न होने से परेशान किसानों ने मंगलवार को भाकियू के बैनर तले धान लदी ट्रॉलियों के साथ गन्ना कार्यालय परिसर में डेरा डाल दिया। धान की तौल समेत अन्य मुद्दों को लेकर किसानों ने धरना शुरू किया। सूचना पर पहुंचे जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने किसानों से वार्ता की लेकिन बात नहीं बन सकी और किसानों का धरना जारी रहा। किसानों का कहना है कि यदि बुधवार तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो वह धान लदी ट्रॉलियों के साथ लखनऊ कूच करेंगे।
धान की तौल कराए जाने समेत अन्य मांग का ज्ञापन एक सप्ताह पूर्व भाकियू ने जिला प्रशासन को सौंपा था। लेकिन समस्या का समाधान न होने पर किसानों ने मंगलवार को धान लदी ट्रॉलियों के साथ गन्ना कार्यालय परिसर में धरना शुरू किया। जानकारी पर जिला खाद्य विपणन अधिकारी रमेश कुमार किसानों से वार्ता करने के लिए पहुंचे और किसानों से बात भी की लेकिन कोई बात नहीं बन सकी। इस पर नाराज किसानों ने धान लदी ट्रॉलियों के साथ गन्ना कार्यालय परिसर में डेरा डाल दिया।
धरने को संबोधित करते हुए भाकियू टिकैत के जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा ने कहा कि किसान अपने धान की तौल कराने के लिए धक्के खा रहा है और उसकी एक नहीं सुनी जा रही है। आरोप लगाया कि क्रय केंद्र प्रभारी पूरी तरह से मनमानी कर रहे हैं और टोकन की आड़ में किसानों का शोषण कर रहे हैं।
जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि बुधवार तक किसानों की मांगें नहीं मानी जाती है तो किसान धान लदी ट्रॉलियों के साथ लखनऊ कूच करने को मजबूर होंगे। इस मौके पर संरक्षक उत्तम वर्मा, रामानंद, सतीश वर्मा रिंकू, डॉ. रामसजीवन, रामसेवक रावत, प्रमोद वर्मा आदि मौजूद रहे।
20 दिन बाद भी नहीं हुई धान की तौल
भाकियू कार्यकर्ता ने मंगलवार को अपनी मांगों का ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपते हुए बताया कि 9 दिसंबर से धान लदी ट्रॉलियां क्रय केंद्रों पर खड़ी हैं और 20 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक धान की तौल नहीं की जा सकी है। बंकी ब्लॉक अध्यक्ष विक्रांत सैनी आरोप लगाते हुए कहा कि क्रय केंद्रों पर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
लेकिन सैहारा, अटवटमऊ, सलारपुर केंद्रों पर आज तक धान की तौल नहीं की जा सकी है। किसानों ने अपनी सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपते हुए निराकरण की मांग की है। इस मौके पर रामबरन वर्मा, मो. रियाज, मो. इस्माइल, शांति देवी, संतोष कुमार, लालजी यादव मौजूद रहे।
कल से नहीं होगी ऑफलाइन धान खरीद
बाराबंकी। ऑफलाइन और आनलाइन को लेकर उपजे विवाद के बाद शासन ने साफ कर दिया है कि बृहस्पतिवार से ऑनलाइन टोकन वाले किसानों से ही धान की खरीद की जाएगी। इसलिए किसानों से अपील की जाती है कि वह निकट के जनसुविधा केंद्र, साइबर कैफे या फिर अपने मोबाइल से ऑनलाइन टोकन प्राप्त कर सकते हैं।
इस संबंध में शासन ने निर्देश भी जारी कर दिए हैं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि शासन ने आदेश जारी कर साफ कर दिया है कि बृहस्पतिवार से सिर्फ उन्हीं किसानों का धान तौला जाएगा जिनके पास ऑनलाइन टोकन होंगे। ऑफलाइन टोकन की व्यवस्था बुधवार शाम 4 बजे से समाप्त हो जाएगी।
बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक किसान ऑनलाइन टोकन प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद संबंधित क्रय केंद्र पर जाकर आसानी से अपने धान की तौल करा सकते हैैं। इस संबंध में सभी केंद्र प्रभारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। (संवाद)
बाराबंकी। धान की तौल न होने से परेशान किसानों ने मंगलवार को भाकियू के बैनर तले धान लदी ट्रॉलियों के साथ गन्ना कार्यालय परिसर में डेरा डाल दिया। धान की तौल समेत अन्य मुद्दों को लेकर किसानों ने धरना शुरू किया। सूचना पर पहुंचे जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने किसानों से वार्ता की लेकिन बात नहीं बन सकी और किसानों का धरना जारी रहा। किसानों का कहना है कि यदि बुधवार तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो वह धान लदी ट्रॉलियों के साथ लखनऊ कूच करेंगे।
धान की तौल कराए जाने समेत अन्य मांग का ज्ञापन एक सप्ताह पूर्व भाकियू ने जिला प्रशासन को सौंपा था। लेकिन समस्या का समाधान न होने पर किसानों ने मंगलवार को धान लदी ट्रॉलियों के साथ गन्ना कार्यालय परिसर में धरना शुरू किया। जानकारी पर जिला खाद्य विपणन अधिकारी रमेश कुमार किसानों से वार्ता करने के लिए पहुंचे और किसानों से बात भी की लेकिन कोई बात नहीं बन सकी। इस पर नाराज किसानों ने धान लदी ट्रॉलियों के साथ गन्ना कार्यालय परिसर में डेरा डाल दिया।
धरने को संबोधित करते हुए भाकियू टिकैत के जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा ने कहा कि किसान अपने धान की तौल कराने के लिए धक्के खा रहा है और उसकी एक नहीं सुनी जा रही है। आरोप लगाया कि क्रय केंद्र प्रभारी पूरी तरह से मनमानी कर रहे हैं और टोकन की आड़ में किसानों का शोषण कर रहे हैं।
जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि बुधवार तक किसानों की मांगें नहीं मानी जाती है तो किसान धान लदी ट्रॉलियों के साथ लखनऊ कूच करने को मजबूर होंगे। इस मौके पर संरक्षक उत्तम वर्मा, रामानंद, सतीश वर्मा रिंकू, डॉ. रामसजीवन, रामसेवक रावत, प्रमोद वर्मा आदि मौजूद रहे।
20 दिन बाद भी नहीं हुई धान की तौल
भाकियू कार्यकर्ता ने मंगलवार को अपनी मांगों का ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपते हुए बताया कि 9 दिसंबर से धान लदी ट्रॉलियां क्रय केंद्रों पर खड़ी हैं और 20 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक धान की तौल नहीं की जा सकी है। बंकी ब्लॉक अध्यक्ष विक्रांत सैनी आरोप लगाते हुए कहा कि क्रय केंद्रों पर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
लेकिन सैहारा, अटवटमऊ, सलारपुर केंद्रों पर आज तक धान की तौल नहीं की जा सकी है। किसानों ने अपनी सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपते हुए निराकरण की मांग की है। इस मौके पर रामबरन वर्मा, मो. रियाज, मो. इस्माइल, शांति देवी, संतोष कुमार, लालजी यादव मौजूद रहे।
कल से नहीं होगी ऑफलाइन धान खरीद
बाराबंकी। ऑफलाइन और आनलाइन को लेकर उपजे विवाद के बाद शासन ने साफ कर दिया है कि बृहस्पतिवार से ऑनलाइन टोकन वाले किसानों से ही धान की खरीद की जाएगी। इसलिए किसानों से अपील की जाती है कि वह निकट के जनसुविधा केंद्र, साइबर कैफे या फिर अपने मोबाइल से ऑनलाइन टोकन प्राप्त कर सकते हैं।
इस संबंध में शासन ने निर्देश भी जारी कर दिए हैं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि शासन ने आदेश जारी कर साफ कर दिया है कि बृहस्पतिवार से सिर्फ उन्हीं किसानों का धान तौला जाएगा जिनके पास ऑनलाइन टोकन होंगे। ऑफलाइन टोकन की व्यवस्था बुधवार शाम 4 बजे से समाप्त हो जाएगी।
बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक किसान ऑनलाइन टोकन प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद संबंधित क्रय केंद्र पर जाकर आसानी से अपने धान की तौल करा सकते हैैं। इस संबंध में सभी केंद्र प्रभारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। (संवाद)