बाराबंकी। किसानों द्वारा हैदरगढ़ चीनी मिल को बेचे गए गन्ने का अभी लगभग नौ करोड़ रुपया नहीं मिला है। जबकि पेराई सत्र से अब तक 21.58 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की जा चुकी है। विभाग का दावा है कि इस बार गन्ना किसानों को समयावधि के अंदर चीनी मिल द्वारा भुगतान किया जा रहा है। बकाया भुगतान मात्र दस दिनों का है। इस बार हैदरगढ़ चीनी मिल को कुल 15 हजार हेक्टेयर से अधिक गन्ने की पेराई का आवंटन हुआ है। जिसमें जिले का 8878 हेक्टेयर गन्ना शामिल है।
जिले की एक मात्र हैदरगढ़ चीनी मिल में बीते 26 नवंबर 2021 से गन्ना पेराई का शुभारंभ हुआ है। इस दो माह के अंतराल में चीनी मिल द्वारा अब तक 21.58 लाख क्विंटल गन्ना खरीद कर पेराई की जा चुकी है। जिससे 2.28 लाख क्विंटल चीनी तैयार की गई है, लेकिन इसके बाद भी गन्ना किसानों का करीब नौ करोड़ रुपये का भुगतान नहीं हो पाया है। जबकि गन्ना विभाग का दावा है कि भुगतान को लेकर इस बार काफी तेजी दिख रही है। धान खरीद की तरह ही जिले भर में गन्ना खरीद के लिए 52 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। जिन पर पंजीकृत किसानों का गन्ना ऑनलाइन पर्ची के आधार पर खरीदा जा रहा है।
मालूम रहे कि इस बार जिले में गन्ने का क्षेत्रफल पिछली बार की अपेक्षा 500 हेक्टेयर अधिक बढ़ा था। इस बार जिले में करीब 14 हजार किसानों द्वारा 8878 हेक्टेयर में गन्ने की पैदावार की गई है। जिससे किसानों को बढ़े गन्ने मूल्य से अधिक फायदा पहुंचेगा। वहीं हैदरगढ़ चीनी मिल को कुल पेराई का आवंटन साढ़े पंद्रह हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल मिला है। इनमें आसपास जिलों का क्षेत्र भी शामिल है। जिला गन्ना अधिकारी रत्नेश्वर त्रिपाठी ने बताया कि किसानों का गन्ना भुगतान बहुत अच्छा चल रहा है। नौ करोड़ जो बकाया है, वह 15 जनवरी के बाद का है। जल्द यह बकाया भुगतान भी कर दिया जाएगा।
बाराबंकी। किसानों द्वारा हैदरगढ़ चीनी मिल को बेचे गए गन्ने का अभी लगभग नौ करोड़ रुपया नहीं मिला है। जबकि पेराई सत्र से अब तक 21.58 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की जा चुकी है। विभाग का दावा है कि इस बार गन्ना किसानों को समयावधि के अंदर चीनी मिल द्वारा भुगतान किया जा रहा है। बकाया भुगतान मात्र दस दिनों का है। इस बार हैदरगढ़ चीनी मिल को कुल 15 हजार हेक्टेयर से अधिक गन्ने की पेराई का आवंटन हुआ है। जिसमें जिले का 8878 हेक्टेयर गन्ना शामिल है।
जिले की एक मात्र हैदरगढ़ चीनी मिल में बीते 26 नवंबर 2021 से गन्ना पेराई का शुभारंभ हुआ है। इस दो माह के अंतराल में चीनी मिल द्वारा अब तक 21.58 लाख क्विंटल गन्ना खरीद कर पेराई की जा चुकी है। जिससे 2.28 लाख क्विंटल चीनी तैयार की गई है, लेकिन इसके बाद भी गन्ना किसानों का करीब नौ करोड़ रुपये का भुगतान नहीं हो पाया है। जबकि गन्ना विभाग का दावा है कि भुगतान को लेकर इस बार काफी तेजी दिख रही है। धान खरीद की तरह ही जिले भर में गन्ना खरीद के लिए 52 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। जिन पर पंजीकृत किसानों का गन्ना ऑनलाइन पर्ची के आधार पर खरीदा जा रहा है।
मालूम रहे कि इस बार जिले में गन्ने का क्षेत्रफल पिछली बार की अपेक्षा 500 हेक्टेयर अधिक बढ़ा था। इस बार जिले में करीब 14 हजार किसानों द्वारा 8878 हेक्टेयर में गन्ने की पैदावार की गई है। जिससे किसानों को बढ़े गन्ने मूल्य से अधिक फायदा पहुंचेगा। वहीं हैदरगढ़ चीनी मिल को कुल पेराई का आवंटन साढ़े पंद्रह हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल मिला है। इनमें आसपास जिलों का क्षेत्र भी शामिल है। जिला गन्ना अधिकारी रत्नेश्वर त्रिपाठी ने बताया कि किसानों का गन्ना भुगतान बहुत अच्छा चल रहा है। नौ करोड़ जो बकाया है, वह 15 जनवरी के बाद का है। जल्द यह बकाया भुगतान भी कर दिया जाएगा।