बाराबंकी। इस बार सरकारी गेहूं खरीद व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है। गेहूं की मड़ाई चरम पर हैै मगर 56 केंद्रों पर अभी बोहनी तक नहीं हुई है। खरीद शुरू हुए 13 दिन बीत चुके हैं मगर केवल छह केंद्रों पर अब तक 70 एमटी गेहूं ही खरीदा जा सका है। गेहूं बेचने के लिए अधिकतर किसान बड़े व्यापारियों के पास जा रहा है। क्योंकि समर्थन मूल्य से अधिक या उतने ही दाम उसे बाहर मिल रहे हैं। इन हालातों के बाद भी क्रय केंद्रों पर प्रभारियों व कर्मचारियों की लापरवाही भारी पड़ रही है। बुधवार को कई जगह केंद्र प्रभारी नदारद मिले।
जिले में 78 हजार एमटी गेहूं खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले में शुरू में 45 क्रय केंद्र बनाए गए थे जो पूरी तरह से सक्रिय हैं। अब 17 और केंद्र तैयार कर लिए गए हैं। अर्थात कुल 62 केंद्रों पर खरीद होनी है। खरीद का समय 1 अप्रैल से 15 जून निर्धारित किया गया है। मगर बीते 13 दिनों में केवल छह केंद्रों पर ही किसान अपना गेहूं लेकर पहुंचे हैं।
बुधवार तक मात्र 70 एमटी गेहूं की खरीद ही हो पाई थी। बुधवार को कई केंद्रों की पड़ताल की गई तो सन्नाटे का माहौल मिला। दरियाबाद में विपणन के क्रय केंद्र पर एसएमआई सविता वर्मा नहीं मिली। यहां खरीद नहीं हो पाई है। एक प्राइवेट कर्मचारी ने बताया कि मैडम जिला मुख्यालय गईं हैं।
फतेहपुर स्थित विपणन के क्रय केंद्र पर भी एक दाना खरीद नहीं मिली। केंद्र प्रभारी भी नदारद थे। यही हाल रामनगर के बुढ़वल स्थित क्रय केंद्र पर दिखा। केंद्र प्रभारी नदारद थे और खरीद अब तक नहीं शुरु हो सकी थी। सिद्धौर ब्लॉक के सरांय चांदू में पीसीएफ के क्रय केंद्र पर भी प्रभारी अशोक कुमार सचान गैरहाजिर थे।
हैदरगढ़ नवीन उप मंडी में बनाए गए एफसीआई के क्रय केंद्र पर सन्नाटा पसरा था और केंद्र प्रभारी नदारद थे। सिरौलीगौसपुर के बदोसरायं में बनाए गए विपणन के केंद्र पर भी सन्नाटा था। यहां भी प्रभारी नहीं मिले।
पल्लेदारी के 30 रुपये वसूलने का आरोप
हैदरगढ़। नवीन उपमंडी में विपणन शाखा के क्रय केंद्र पर पल्लेदारी के नाम पर किसानों से 30 रुपये प्रति क्विंटल वसूले जाने का मामला प्रकाश में आया। बुधवार दोपहर यहां करीब 249 क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी थी। गेहूं लेकर आए नैनखेरा निवासी किसान शारदा व बनवारगंज निवासी रामअवध ने बताया कि पल्लेदारी के नाम पर 30 रुपये प्रति क्विंटल लिया जा रहा है। पंखा तेज चलने से गेहूं भी उड़ जाता है। इस आरोप पर केंद्र प्रभारी प्रीति पांडेय ने बताया कि पल्लेदारी के लिए केवल 20 रुपये क्विंटल लिया जा रहा है। 30 रुपये की बात गलत है।
45 केंद्र पूरी तरह से सक्रिय हैं। 17 और केंद्रों को भी तैयार कर लिया गया है। अभी खरीद बहुत धीमी है। गेहूं की मड़ाई पूरी होने के बाद जब बाजार का भाव कम होगा तो किसान क्रय केंद्रों पर पहुंचेंगे। बुधवार को दरियाबाद की केंद्र प्रभारी आवश्यक काम से जिला मुख्यालय पहुंची थीं। बाकी लोगों से पूछा जाएगा।
-रमेश कुमार, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी
बाराबंकी। इस बार सरकारी गेहूं खरीद व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है। गेहूं की मड़ाई चरम पर हैै मगर 56 केंद्रों पर अभी बोहनी तक नहीं हुई है। खरीद शुरू हुए 13 दिन बीत चुके हैं मगर केवल छह केंद्रों पर अब तक 70 एमटी गेहूं ही खरीदा जा सका है। गेहूं बेचने के लिए अधिकतर किसान बड़े व्यापारियों के पास जा रहा है। क्योंकि समर्थन मूल्य से अधिक या उतने ही दाम उसे बाहर मिल रहे हैं। इन हालातों के बाद भी क्रय केंद्रों पर प्रभारियों व कर्मचारियों की लापरवाही भारी पड़ रही है। बुधवार को कई जगह केंद्र प्रभारी नदारद मिले।
जिले में 78 हजार एमटी गेहूं खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले में शुरू में 45 क्रय केंद्र बनाए गए थे जो पूरी तरह से सक्रिय हैं। अब 17 और केंद्र तैयार कर लिए गए हैं। अर्थात कुल 62 केंद्रों पर खरीद होनी है। खरीद का समय 1 अप्रैल से 15 जून निर्धारित किया गया है। मगर बीते 13 दिनों में केवल छह केंद्रों पर ही किसान अपना गेहूं लेकर पहुंचे हैं।
बुधवार तक मात्र 70 एमटी गेहूं की खरीद ही हो पाई थी। बुधवार को कई केंद्रों की पड़ताल की गई तो सन्नाटे का माहौल मिला। दरियाबाद में विपणन के क्रय केंद्र पर एसएमआई सविता वर्मा नहीं मिली। यहां खरीद नहीं हो पाई है। एक प्राइवेट कर्मचारी ने बताया कि मैडम जिला मुख्यालय गईं हैं।
फतेहपुर स्थित विपणन के क्रय केंद्र पर भी एक दाना खरीद नहीं मिली। केंद्र प्रभारी भी नदारद थे। यही हाल रामनगर के बुढ़वल स्थित क्रय केंद्र पर दिखा। केंद्र प्रभारी नदारद थे और खरीद अब तक नहीं शुरु हो सकी थी। सिद्धौर ब्लॉक के सरांय चांदू में पीसीएफ के क्रय केंद्र पर भी प्रभारी अशोक कुमार सचान गैरहाजिर थे।
हैदरगढ़ नवीन उप मंडी में बनाए गए एफसीआई के क्रय केंद्र पर सन्नाटा पसरा था और केंद्र प्रभारी नदारद थे। सिरौलीगौसपुर के बदोसरायं में बनाए गए विपणन के केंद्र पर भी सन्नाटा था। यहां भी प्रभारी नहीं मिले।
पल्लेदारी के 30 रुपये वसूलने का आरोप
हैदरगढ़। नवीन उपमंडी में विपणन शाखा के क्रय केंद्र पर पल्लेदारी के नाम पर किसानों से 30 रुपये प्रति क्विंटल वसूले जाने का मामला प्रकाश में आया। बुधवार दोपहर यहां करीब 249 क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी थी। गेहूं लेकर आए नैनखेरा निवासी किसान शारदा व बनवारगंज निवासी रामअवध ने बताया कि पल्लेदारी के नाम पर 30 रुपये प्रति क्विंटल लिया जा रहा है। पंखा तेज चलने से गेहूं भी उड़ जाता है। इस आरोप पर केंद्र प्रभारी प्रीति पांडेय ने बताया कि पल्लेदारी के लिए केवल 20 रुपये क्विंटल लिया जा रहा है। 30 रुपये की बात गलत है।
45 केंद्र पूरी तरह से सक्रिय हैं। 17 और केंद्रों को भी तैयार कर लिया गया है। अभी खरीद बहुत धीमी है। गेहूं की मड़ाई पूरी होने के बाद जब बाजार का भाव कम होगा तो किसान क्रय केंद्रों पर पहुंचेंगे। बुधवार को दरियाबाद की केंद्र प्रभारी आवश्यक काम से जिला मुख्यालय पहुंची थीं। बाकी लोगों से पूछा जाएगा।
-रमेश कुमार, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी