गढ़ियारंगीन थाना क्षेत्र के गांव नौगवां नरोत्तम निवासी आशीष (25) और इसी गांव की युवती बंटी (22) की गुरुवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। शुक्रवार सुबह युवक का शव युवती के घर से करीब सौ मीटर दूर एक पीपल के पेड़ के नीचे और युवती का शव अपने घर की दूसरी मंजिल पर कमरे में मिला। दोनों के सीने पर बायीं ओर गोली मारी गई।
युवक के परिजन ने युवती के परिजन पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस के अनुसार हत्या प्रेम प्रसंग में की गई है। पुलिस ने युवती की मां, भाभी और पिता को हिरासत में ले लिया है। नौगवां नरोत्तम गांव के रहने वाले सुखपाल सिंह सेना से सेवानिवृत्त हैं। शुक्रवार सुबह करीब छह बजे वह खेत पर गए हुए थे। तभी गांव के सुरेश ने उन्हें बताया कि उनके बेटे आशीष का शव पीपल के पेड़ के नीचे बने चबूतरे पर पड़ा हुआ है।
सूचना पाकर पुलिस भी पहुंच गई। तभी पुलिस को जानकारी मिली कि गांव में रहने वाले कृष्णपाल की बेटी की भी मौत हो गई है। वारदात स्थल से थोड़ी दूर स्थित कृष्णपाल के घर पर पुलिस पहुंची तो दूसरी मंजिल पर कमरे में बंटी (22) का रक्तरंजित शव पड़ा हुआ था। बंटी के पिता कृष्णपाल, मां और भाभी ने पुलिस को बताया कि बंटी रात दो बजे तक कमरे में थी। बेटी की मौत के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर थाने ले आई, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के अनुसार बंटी और आशीष के बीच चार-पांच साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। आशीष की मां कुसुमा ने बताया कि आशीष ने अभी प्रधानी का चुनाव लड़ा था। हारने के बाद उसे जान से मारने की धमकी मिली थी। इसलिए वह गांव छोड़कर नोएडा में एक एलईडी फैक्टरी में नौकरी करने चला गया था। तीन दिन से उससे संपर्क नहीं हो पा रहा था। आशीष का अपहरण कर हत्या करने बाद उसका शव यहां पर डाल दिया गया है। आशीष की दो साल पहले मदनापुर क्षेत्र के गांव मझोला की रहने वाली दीपा से शादी हुई थी। उसका एक साल का बेटा रौनक और 15 दिन की एक बेटी है।
एसपी एस. आनंद, एसपी देहात संजीव कुमार वाजपेयी, सीओ तिलहर परमानंद पांडेय मौके पर पहुंचे और दोनों के परिजन से पूछताछ की। एसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रेम प्रसंग के चलते हत्या का मामला सामने आ रहा है। आशीष की जेब से एक जिंदा कारतूस और एक खोखा मिला है। पुलिस जांच कर रही है। हत्यारे जल्द पकड़ लिए जाएंगे।
विस्तार
गढ़ियारंगीन थाना क्षेत्र के गांव नौगवां नरोत्तम निवासी आशीष (25) और इसी गांव की युवती बंटी (22) की गुरुवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। शुक्रवार सुबह युवक का शव युवती के घर से करीब सौ मीटर दूर एक पीपल के पेड़ के नीचे और युवती का शव अपने घर की दूसरी मंजिल पर कमरे में मिला। दोनों के सीने पर बायीं ओर गोली मारी गई।
युवक के परिजन ने युवती के परिजन पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस के अनुसार हत्या प्रेम प्रसंग में की गई है। पुलिस ने युवती की मां, भाभी और पिता को हिरासत में ले लिया है। नौगवां नरोत्तम गांव के रहने वाले सुखपाल सिंह सेना से सेवानिवृत्त हैं। शुक्रवार सुबह करीब छह बजे वह खेत पर गए हुए थे। तभी गांव के सुरेश ने उन्हें बताया कि उनके बेटे आशीष का शव पीपल के पेड़ के नीचे बने चबूतरे पर पड़ा हुआ है।
सूचना पाकर पुलिस भी पहुंच गई। तभी पुलिस को जानकारी मिली कि गांव में रहने वाले कृष्णपाल की बेटी की भी मौत हो गई है। वारदात स्थल से थोड़ी दूर स्थित कृष्णपाल के घर पर पुलिस पहुंची तो दूसरी मंजिल पर कमरे में बंटी (22) का रक्तरंजित शव पड़ा हुआ था। बंटी के पिता कृष्णपाल, मां और भाभी ने पुलिस को बताया कि बंटी रात दो बजे तक कमरे में थी। बेटी की मौत के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर थाने ले आई, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के अनुसार बंटी और आशीष के बीच चार-पांच साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। आशीष की मां कुसुमा ने बताया कि आशीष ने अभी प्रधानी का चुनाव लड़ा था। हारने के बाद उसे जान से मारने की धमकी मिली थी। इसलिए वह गांव छोड़कर नोएडा में एक एलईडी फैक्टरी में नौकरी करने चला गया था। तीन दिन से उससे संपर्क नहीं हो पा रहा था। आशीष का अपहरण कर हत्या करने बाद उसका शव यहां पर डाल दिया गया है। आशीष की दो साल पहले मदनापुर क्षेत्र के गांव मझोला की रहने वाली दीपा से शादी हुई थी। उसका एक साल का बेटा रौनक और 15 दिन की एक बेटी है।
एसपी एस. आनंद, एसपी देहात संजीव कुमार वाजपेयी, सीओ तिलहर परमानंद पांडेय मौके पर पहुंचे और दोनों के परिजन से पूछताछ की। एसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रेम प्रसंग के चलते हत्या का मामला सामने आ रहा है। आशीष की जेब से एक जिंदा कारतूस और एक खोखा मिला है। पुलिस जांच कर रही है। हत्यारे जल्द पकड़ लिए जाएंगे।