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Basti News: खेत में पराली जलाई तो खानी पड़ेगी जेल की हवा
संवाद न्यूज एजेंसी, बस्ती
Updated Wed, 12 Nov 2025 12:57 AM IST
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बस्ती। डीएम कृत्तिका ज्योत्सना ने कहा कि खेत में पराली जलाने वालों की खैर नहीं होगी। उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी और जेल भी भेजा जाएगा। उन्होंने खाद-बीज वितरण की समीक्षा की। वितरण केंद्रों पर बीज की कमी न होने दें। मातहतों को कालाबाजारियों पर नकेल कसने के निर्देश दिए। डीएम मंगलवार को कलक्ट्रेट में पराली न जलाने, फार्मर रजिस्ट्री, खाद-बीज वितरण तथा धान क्रय केंद्रों की समीक्षा कर रहीं थीं।
डीएम ने कहा कि अधिकारी ऐसी व्यवस्था करें कि जिले में किसी भी कीमत पर खेतों में पराली न जलने पाए। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी ग्राम पंचायत स्तर पर गोष्ठी का आयोजन कर किसानों को पराली प्रबंधन के उपाय बताएं। कहा कि पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है और मिट्टी की उर्वरा शक्ति घट जाती है। ऐसे में किसानों को पराली प्रबंधन मशीनों जैसे हैप्पी सीडर, रोटावेटर, स्ट्रॉ रीपर आदि के इस्तेमाल के लिए जागरूक करना चाहिए।
फार्मर रजिस्ट्री की समीक्षा करते हुए डीएम ने मुख्य राजस्व अधिकारी कीर्ति प्रकाश भारती को निर्देश दिए कि पात्र किसानों का पंजीकरण समय से पूर्ण किया जाए, ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं, अनुदानों एवं धान खरीद जैसी सुविधाओं का लाभ समय पर मिल सके। लापरवाही बरतने पर संबंधित अधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे।
उन्होंने उप कृषि निदेशक अशोक कुमार गौतम, एआर कोऑपरेटिव आशीष श्रीवास्तव को निर्देश दिए कि ब्लॉकवार निगरानी दल गठित कर वितरण केंद्रों पर नजर रखी जाए। कालाबाजारी या कृत्रिम अभाव की शिकायत पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान को निर्देश दिए कि धान क्रय केंद्रों पर किसानों को असुविधा नहीं होनी चाहिए। उनका समय से भुगतान किया जाय।
इस दौरान जिला विकास अधिकारी अजय कुमार सिंह, पीडी राजेश कुमार, एसडीएम रश्मि यादव, उमाकांत तिवारी, नगर पालिका के ईओ अंगद गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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डीएम ने कहा कि अधिकारी ऐसी व्यवस्था करें कि जिले में किसी भी कीमत पर खेतों में पराली न जलने पाए। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी ग्राम पंचायत स्तर पर गोष्ठी का आयोजन कर किसानों को पराली प्रबंधन के उपाय बताएं। कहा कि पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है और मिट्टी की उर्वरा शक्ति घट जाती है। ऐसे में किसानों को पराली प्रबंधन मशीनों जैसे हैप्पी सीडर, रोटावेटर, स्ट्रॉ रीपर आदि के इस्तेमाल के लिए जागरूक करना चाहिए।
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फार्मर रजिस्ट्री की समीक्षा करते हुए डीएम ने मुख्य राजस्व अधिकारी कीर्ति प्रकाश भारती को निर्देश दिए कि पात्र किसानों का पंजीकरण समय से पूर्ण किया जाए, ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं, अनुदानों एवं धान खरीद जैसी सुविधाओं का लाभ समय पर मिल सके। लापरवाही बरतने पर संबंधित अधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे।
उन्होंने उप कृषि निदेशक अशोक कुमार गौतम, एआर कोऑपरेटिव आशीष श्रीवास्तव को निर्देश दिए कि ब्लॉकवार निगरानी दल गठित कर वितरण केंद्रों पर नजर रखी जाए। कालाबाजारी या कृत्रिम अभाव की शिकायत पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान को निर्देश दिए कि धान क्रय केंद्रों पर किसानों को असुविधा नहीं होनी चाहिए। उनका समय से भुगतान किया जाय।
इस दौरान जिला विकास अधिकारी अजय कुमार सिंह, पीडी राजेश कुमार, एसडीएम रश्मि यादव, उमाकांत तिवारी, नगर पालिका के ईओ अंगद गुप्ता आदि मौजूद रहे।