ज्ञानपुर। बारिश शुरू होते ही पौधरोपण की तैयारी तेज हो गई है। सात जुलाई से पौधरोपण अभियान की शुरुआत हो जाएगी। शनिवार को संपूूर्ण समाधान दिवस के बाद डीएम आर्यका अखौरी जोरईं स्थित वन विभाग की नर्सरी का निरीक्षण किया। उन्होंने विभागों को समय से पौधे उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण जरूरी है। इससे सभी तरह के प्रदूषण समाप्त होते हैं। बताया कि जिले में 13 लाख 72 हजार पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए बेसिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा, जिला पंचायत राज अधिकारी, ग्राम्य विकास, परिवहन सहित सभी विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीएफओ नीरज आर्या ने कहा कि पौधरोपण की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। 13 लाख से अधिक गड्ढों की खोदाई कर दी गई है। सात जुलाई से पौधरोपण अभियान की शुरूआत होगी। बताया कि इसके लिए तीनों तहसीलों के 15 नर्सरियों में 18 लाख पौधे तैयार हो गए हैं।
ज्ञानपुर। बारिश शुरू होते ही पौधरोपण की तैयारी तेज हो गई है। सात जुलाई से पौधरोपण अभियान की शुरुआत हो जाएगी। शनिवार को संपूूर्ण समाधान दिवस के बाद डीएम आर्यका अखौरी जोरईं स्थित वन विभाग की नर्सरी का निरीक्षण किया। उन्होंने विभागों को समय से पौधे उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण जरूरी है। इससे सभी तरह के प्रदूषण समाप्त होते हैं। बताया कि जिले में 13 लाख 72 हजार पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए बेसिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा, जिला पंचायत राज अधिकारी, ग्राम्य विकास, परिवहन सहित सभी विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीएफओ नीरज आर्या ने कहा कि पौधरोपण की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। 13 लाख से अधिक गड्ढों की खोदाई कर दी गई है। सात जुलाई से पौधरोपण अभियान की शुरूआत होगी। बताया कि इसके लिए तीनों तहसीलों के 15 नर्सरियों में 18 लाख पौधे तैयार हो गए हैं।