उझानी/ कछला। शरद पूर्णिमा पर शनिवार को कछला गंगाघाट आस्था से सराबोर नजर आया। श्रद्धालुओं को देख तो यही लगा कि लोगों के दिल-ओ दिमाग पर कोरोना का शायद ही कोई खौफ हो। मुंह पर मास्क तो छोड़िए, कोई एक-दूसरे से बचकर आगे नहीं बढ़ पाया। तड़के से जुटने लगी लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ी। पूर्वाह्न में आस्था के सैलाब ने जोर पकड़ा तो पुलिस की व्यवस्थाएं तार-तार हो गईं। आस्था की डुबकी के दौरान दोपहर बाद तक घाट पर हर-हर गंगे गूंजता रहा।
कछला गंगाघाट पर स्नान का दौर सुबह में ब्रह्म मुहुर्त के साथ शुरू हो गया। दूरदराज इलाकों के कुछ परिवार के लोगों ने तड़के ही स्नान किया। प्रात: नौ बजे तक तो श्रद्धालुओं की संख्या कोई ज्यादा नहीं रही, लेकिन इसके बाद महिला और पुरुषों की संख्या में इजाफा होता गया। कासगंज और बदायूं जिले के छोर वाले चारों घाटों पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को लेकर पुलिस फोर्स ने बंदिशें लगाने का प्रयास भी किया, लेकिन आस्था के आगे पुलिस को उन्हें रोकने में सफलता नहीं मिली। श्रद्धालुओं की टोलियां बनाकर घाट तक भेजने की कोशिश भी फेल हो गई। भीड़ में शामिल श्रद्धालुओं को खुद ही एक-दूसरे को हटाकर आगे बढ़ना पड़ा। हर-हर गंगे की गूंज के दौरान श्रद्धालुओं ने सबसे पहले सूर्यदेव को अर्घ्य दिया और फिर घाट पर पूजा-अर्चना की। बच्चों के मुंडन संस्कार भी कराए गए।
धार्मिक अनुष्ठान के दौरान हवन में आहुतियां अर्पित की गईं। बता दें कि शरद पूर्णिमा पर गंगा स्नान का खास महत्व है। मान्यता तो यह भी है कि व्रत रखने के बाद इस दिन गंगा स्नान पर करने पर कई गुना अधिक पुण्य अर्जित होता है। इसी के चलते दूर-दराज के श्रद्धालुओं ने गंगाघाट के आसपास आश्रमों में हवन-पूजन भी कराए। लोगों का अनुमान है कि पूर्णिमा पर शाम तक करीब एक लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है।
बरेली-मथुरा हाईवे पर दो किमी इलाके में जाम जैसा माहौल
उझानी। कछला गंगाघाट बरेली-मथुरा हाईवे पर स्थित है। अनलॉक के नियमों का पालन कराने के तहत पुलिस ने वितरोई मोड़, कछला चौराहे और दूसरी तरफ कासगंज जिले में सोरों कोतवाली की कछला चौकी के पास बैरियर भी लगाए थे। श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर-ट्रॉलियों समेत भारी वाहनों को बैरियर पर ही रोके जाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन श्रद्धालुओं के वाहनों की संख्या बढ़ी तो उन्हें रोकना मुश्किल हो गया। सुबह में करीब नौ बजे पुल और पुलिस चौकी के पास श्रद्धालुओं के वाहन फंसने लगे। एक बार तो पुलिस ने मशक्कत करके आवागमन सुचारुकराया, लेकिन पूर्वाह्न में फिर से जाम का माहौल बन गया। करीब दो किलोमीटर इलाके में वाहनों की रफ्तार पर रुक-रुक कर ब्रेक लगता रहा। करीब एक घंटा तक तो वाहन फंस रहे।
घाट के नजदीक गंगा में बहता दिखा मृत गोवंशीय पशु
उझानी। सुबह में करीब आठ बजे गंगाघाट के नजदीक ही मृत गोवंशीय पशु बहता हुआ आ गया। यह देख कुछ श्रद्धालुओं ने नगर पंचायत के सफाई कर्मियों से शिकायत की। काफी देर तक कोई भी उसे गंगा से निकालने के लिए आगे नहीं बढ़ा तो श्रद्धालुओं में से किसी ने पुलिस कर्मी को अवगत कराया। इसके करीब एक घंटे बाद घाट पर मौजूद नाविकों ने उसे रस्सी के फंदे में फंसा कर खींचा फिर दूसरी तरफ पहुंचा दिया। लोगों ने बताया कि मृत गोवंशीय पशु को लेकर श्रद्धालुओं को दिक्कत हुई।
कोरोना को लेकर अनलॉक की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए पुलिस फोर्स घाट समेत आसपास इलाके में बना रहा। भीड़भाड़ जरूर रही लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कराया गया। किसी को कोई दिक्कत नहीं होने दी गई। गंगा स्नान व्यवस्थित तरीके से हुआ है। - संजय कुमार, सीओ, उझानी
कछला गंगाघाट पर स्नान करते महिला-पुरुष।- फोटो : BADAUN
कछला में श्रद्धालुओं की भीड़ की वजह से हाईवे पर फंसे वाहन।- फोटो : BADAUN
उझानी/ कछला। शरद पूर्णिमा पर शनिवार को कछला गंगाघाट आस्था से सराबोर नजर आया। श्रद्धालुओं को देख तो यही लगा कि लोगों के दिल-ओ दिमाग पर कोरोना का शायद ही कोई खौफ हो। मुंह पर मास्क तो छोड़िए, कोई एक-दूसरे से बचकर आगे नहीं बढ़ पाया। तड़के से जुटने लगी लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ी। पूर्वाह्न में आस्था के सैलाब ने जोर पकड़ा तो पुलिस की व्यवस्थाएं तार-तार हो गईं। आस्था की डुबकी के दौरान दोपहर बाद तक घाट पर हर-हर गंगे गूंजता रहा।
कछला गंगाघाट पर स्नान का दौर सुबह में ब्रह्म मुहुर्त के साथ शुरू हो गया। दूरदराज इलाकों के कुछ परिवार के लोगों ने तड़के ही स्नान किया। प्रात: नौ बजे तक तो श्रद्धालुओं की संख्या कोई ज्यादा नहीं रही, लेकिन इसके बाद महिला और पुरुषों की संख्या में इजाफा होता गया। कासगंज और बदायूं जिले के छोर वाले चारों घाटों पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को लेकर पुलिस फोर्स ने बंदिशें लगाने का प्रयास भी किया, लेकिन आस्था के आगे पुलिस को उन्हें रोकने में सफलता नहीं मिली। श्रद्धालुओं की टोलियां बनाकर घाट तक भेजने की कोशिश भी फेल हो गई। भीड़ में शामिल श्रद्धालुओं को खुद ही एक-दूसरे को हटाकर आगे बढ़ना पड़ा। हर-हर गंगे की गूंज के दौरान श्रद्धालुओं ने सबसे पहले सूर्यदेव को अर्घ्य दिया और फिर घाट पर पूजा-अर्चना की। बच्चों के मुंडन संस्कार भी कराए गए।
धार्मिक अनुष्ठान के दौरान हवन में आहुतियां अर्पित की गईं। बता दें कि शरद पूर्णिमा पर गंगा स्नान का खास महत्व है। मान्यता तो यह भी है कि व्रत रखने के बाद इस दिन गंगा स्नान पर करने पर कई गुना अधिक पुण्य अर्जित होता है। इसी के चलते दूर-दराज के श्रद्धालुओं ने गंगाघाट के आसपास आश्रमों में हवन-पूजन भी कराए। लोगों का अनुमान है कि पूर्णिमा पर शाम तक करीब एक लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है।
बरेली-मथुरा हाईवे पर दो किमी इलाके में जाम जैसा माहौल
उझानी। कछला गंगाघाट बरेली-मथुरा हाईवे पर स्थित है। अनलॉक के नियमों का पालन कराने के तहत पुलिस ने वितरोई मोड़, कछला चौराहे और दूसरी तरफ कासगंज जिले में सोरों कोतवाली की कछला चौकी के पास बैरियर भी लगाए थे। श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर-ट्रॉलियों समेत भारी वाहनों को बैरियर पर ही रोके जाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन श्रद्धालुओं के वाहनों की संख्या बढ़ी तो उन्हें रोकना मुश्किल हो गया। सुबह में करीब नौ बजे पुल और पुलिस चौकी के पास श्रद्धालुओं के वाहन फंसने लगे। एक बार तो पुलिस ने मशक्कत करके आवागमन सुचारुकराया, लेकिन पूर्वाह्न में फिर से जाम का माहौल बन गया। करीब दो किलोमीटर इलाके में वाहनों की रफ्तार पर रुक-रुक कर ब्रेक लगता रहा। करीब एक घंटा तक तो वाहन फंस रहे।
घाट के नजदीक गंगा में बहता दिखा मृत गोवंशीय पशु
उझानी। सुबह में करीब आठ बजे गंगाघाट के नजदीक ही मृत गोवंशीय पशु बहता हुआ आ गया। यह देख कुछ श्रद्धालुओं ने नगर पंचायत के सफाई कर्मियों से शिकायत की। काफी देर तक कोई भी उसे गंगा से निकालने के लिए आगे नहीं बढ़ा तो श्रद्धालुओं में से किसी ने पुलिस कर्मी को अवगत कराया। इसके करीब एक घंटे बाद घाट पर मौजूद नाविकों ने उसे रस्सी के फंदे में फंसा कर खींचा फिर दूसरी तरफ पहुंचा दिया। लोगों ने बताया कि मृत गोवंशीय पशु को लेकर श्रद्धालुओं को दिक्कत हुई।
कोरोना को लेकर अनलॉक की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए पुलिस फोर्स घाट समेत आसपास इलाके में बना रहा। भीड़भाड़ जरूर रही लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कराया गया। किसी को कोई दिक्कत नहीं होने दी गई। गंगा स्नान व्यवस्थित तरीके से हुआ है। - संजय कुमार, सीओ, उझानी

कछला गंगाघाट पर स्नान करते महिला-पुरुष।- फोटो : BADAUN

कछला में श्रद्धालुओं की भीड़ की वजह से हाईवे पर फंसे वाहन।- फोटो : BADAUN