बदायूं। भाकियू के राष्ट्रीय आह्वान पर सोमवार को रेल रोको आंदोलन को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। खुद डीएम और एसएसपी ने मोर्चा संभाला और रेलवे स्टेशन पर जाकर व्यवस्थाओं को परखा। पुलिस व जीआरपी ने स्टेशन को छावनी बना दिया और दूर तक पटरियां चेक कीं। इसके साथ ही बड़े किसान नेताओं को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया गया। कुछ जगह किसानों ने ज्ञापन देकर विरोध की औपचारिकता निभाई।
भाकियू ने सोमवार को विभिन्न मांगों को लेकरदेश में रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया था। इसके चलते पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी दो दिन से सुरक्षा तैयारियों में लगे थे। कासगंज से बरेली रेलवे लाइन पर कहां-कहां किसान नेता पहुंचकर आंदोलन कर सकते हैं, इस पर मंथन किया गया।
एक दिन पहले जीआरपी थाना इंचार्ज बॉबी कुमार उझानी से कछला और बिनावर से आगे तक संबंधित थानों के इंचार्जों से मिले और सुरक्षा को लेकर रणनीति बनाई। इसके साथ पुलिस प्रशासन ने रविवार से ही किसान नेताओं को उनके घरों में ही नजरबंद करना शुरू कर दिया।
भाकियू के मंडलीय नेता राजेश सक्सेना को रविवार को ही उनके घर में नजरबंद कर लिया गया। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजीव गुप्ता और चित्रांशनगर में झांझन सिंह को भी उनके घर में नजरबंद किया गया। उन्हें सोमवार शाम तक घर से नहीं निकलने दिया गया। ऐसे में किसान नेताओं ने अपने घर पर ही मौजूद पुलिस या अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।
इधर, भाकियू अराजनीतिक असली के जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह राठौर, प्रदेश सचिव रवेंद्र सिंह, जमुना सिंह को भी उनके घर पर ही नजरबंद किया गया। उन्होंने भी अपने ही घर पर पुलिस को ज्ञापन सौंपे।
इधर, सोमवार सुबह से ही रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइन पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। सीओ सिटी चंद्रपाल सिंह, सिविल लाइंस इंस्पेक्टर राजकुमार तिवारी और कोतवाली इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार धामा मौके पर पहुंचे। उन्होंने कई किमी तक पटरियों को चेक किया। दोपहर के समय डीएम दीपा रंजन, एसएसपी डॉ. ओपी सिंह भी रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और दिशानिर्देश दिए। शाम तक पुलिस और जीआरपी, आरपीएफ के अधिकारी रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइन पर नजर बनाए रहे। तब तक एक भी किसान नेता को स्टेशन नहीं पहुंचने दिया गया।
किसानों को नजरबंद करना सरकार की हार : राजेश
भाकियू के मंडलीय नेता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा कि रेल रोको आंदोलन विफल बनाने के लिए कई पदाधिकारियों को नजरबंद किया गया। उझानी में पंडित राम कुमार शर्मा, उघैती में झांझन सिंह, रियोनाई में रामाशंकर शंखधार, कछला में सोमवीर सिंह, घटपुरी बिनावर में बाबा ठाकुर अजयपाल सिंह, मोहम्मदपुर बिहार से पप्पू सैफी को नजरबंद किया गया। उन्होंने कहा कि देश के किसानों के हालात आजादी से पहले वाले हो रहे हैं। डीजल मूल्य वृद्धि से लेकर खाद के दाम बढ़े हैं। किसानों को नजरबंद करना सरकार की हताशा है। सरकार ब्रिटिश हुकूमत से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है। किसानों को गाड़ी से कुचला जा रहा है। उनके आवास पर भीमसेन राजपूत, सत्यवीर, शीशपाल सिंह, चोब सिंह, अनोखेलाल, इंद्रपाल, दयाराम, नूरुद्दीन, सत्यवीर सिंह यादव आदि किसान मौजूद रहे।
सबसे धोखेबाज है सरकार : केपी
भाकियू अराजनीतिक असली के जिलाध्यक्ष केपीएस राठौर ने कहा कि प्रदेश में कितनी सरकार आईं और चली गईं लेकिन भाजपा सरकार सबसे धोखेबाज सरकार साबित हुई। किसानों को गाड़ियों से कुचला जा रहा है। ये सरकार की खुली गुंडागर्दी है। अब तो मंत्री को खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। रवेंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशासन अपना कार्य करे लेकिन यहां तो किसानों के साथ ही गालीगलौज की जा रही है।
आसफपुर स्टेशन के नजदीक पहुंचे किसान नेता, हिरासत में लिए
दबतोरी। सोमवार को किसान आसफपुर, दबतोरी उत्तर रेलवे लाइन पर चक्का जाम की रणनीति बना रहे थे। इसी बीच भाकियू के जिलाध्यक्ष रामचंद्र सिंह यादव भी कार्यकर्ताओं के साथ आसफपुर स्टेशन के नजदीक पहुंच गए। यहां पहले से तैनात पुलिस ने जिलाध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। किसानों के खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई की गई है। संवाद
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उझानी कोतवाली में नजरबंद किए भाकियू नेता
उझानी। कोतवाली पुलिस ने सोमवार सुबह ही भाकियू नेता भागमल चौधरी, रामकुमार शर्मा और गंगा सिंह शाक्य को कोतवाली लाकर नजरबंद कर लिया। उन्हें सुबह से लेकर शाम तक कोतवाली में बैठाया गया। उसके बाद शाम को उन्हें छोड़ दिया गया। संवाद
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घर के दरवाजे पर ही किसानों ने किया प्रदर्शन
बगरैन। वजीरगंज किसान मोर्चा के ब्लॉक अध्यक्ष मुकेश भदौरिया और उनके साथियों को रविवार रात से ही पुलिस ने उनके आवास पर नजरबंद कर दिया। इससे किसान नेता और उनके कार्यकर्ता घर से नहीं निकल सके। उन्होंने अपने घर के गेट पर ही खड़े होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सुगरपाल सिंह, नत्थूलाल, राजवीर, प्रेमवीर, प्रेम किशोर, हरिनंदन, राहुल सिंह, महेश पाल सिंह, धीरेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। संवाद
किसानों ने किया धरना प्रदर्शन, पुलिस ने लिया हिरासत में
बिसौली। लखीमपुर कांड में मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भाकियू के बैनर तले किसानों ने कस्बा मुड़िया धुरेकी मुख्य मार्ग पर धरना प्रदर्शन किया। किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लखीमपुर कांड को लेकर मंत्री अजय मिश्र को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने की मांग प्रमुख रही। पुलिस सभी किसानों को बस में बैठाकर कोतवाली ले आई। कोतवाल ऋषिपाल सिंह ने बताया कि किसानों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। देर शाम सभी किसानों को रिहा कर दिया जाएगा। धरना प्रदर्शन करने वालों में दिनेश कुमार सिंह, सोपाली यादव, कृष्ण अवतार, संजय यादव, पप्पू प्रधान, दिनेश कुमार आदि किसान प्रमुख रहे। संवाद
मूसाझाग : भाकियू ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का पुतला फूंका
मूसाझाग। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को गिधौल गांव में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का पुतला फूंका। भाकियू के युवा जिलाध्यक्ष रवेंद्र सिंह यादव और साथी पदाधिकारियों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने बढ़ती महंगाई और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सरकार से लखीमपुर में किसानों की हत्या के मामले में आरोपियों को बेनकाब करने की मांग की। बाद में उन्होंने पुलिस को ज्ञापन सौंपा। संवाद
कछला : भाकियू नेताओं ने एसडीएम सीओ को ज्ञापन सौंपा
कछला। सोमवार को कछला में भाकियू अराजनीतिक दल के जिलाध्यक्ष ठाकुर धर्मपाल सिंह और साथी पदाधिकारियों ने एसडीएम सदर लालबहादुर व सीओ उझानी गजेंद्र कुमार श्रोत्रिय को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने लखीमपुर मामले में मृतकों के परिवार वालों को मुआवजा, मंत्री को बर्खास्त करने और उनके बेटे पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। राजेश कुमार, नत्थूलाल, मुकेश कुमार सिंह, महेंद्र सिंह तोमर, जवाहरलाल, जुगेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। संवाद
बदायूं में रेलवे स्टेशन पर किसानों के रेल रोको आंदोलन का जायजा लेतीं डीएम व एसएसपी। संवाद- फोटो : BADAUN
बदायूं। भाकियू के राष्ट्रीय आह्वान पर सोमवार को रेल रोको आंदोलन को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। खुद डीएम और एसएसपी ने मोर्चा संभाला और रेलवे स्टेशन पर जाकर व्यवस्थाओं को परखा। पुलिस व जीआरपी ने स्टेशन को छावनी बना दिया और दूर तक पटरियां चेक कीं। इसके साथ ही बड़े किसान नेताओं को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया गया। कुछ जगह किसानों ने ज्ञापन देकर विरोध की औपचारिकता निभाई।
भाकियू ने सोमवार को विभिन्न मांगों को लेकरदेश में रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया था। इसके चलते पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी दो दिन से सुरक्षा तैयारियों में लगे थे। कासगंज से बरेली रेलवे लाइन पर कहां-कहां किसान नेता पहुंचकर आंदोलन कर सकते हैं, इस पर मंथन किया गया।
एक दिन पहले जीआरपी थाना इंचार्ज बॉबी कुमार उझानी से कछला और बिनावर से आगे तक संबंधित थानों के इंचार्जों से मिले और सुरक्षा को लेकर रणनीति बनाई। इसके साथ पुलिस प्रशासन ने रविवार से ही किसान नेताओं को उनके घरों में ही नजरबंद करना शुरू कर दिया।
भाकियू के मंडलीय नेता राजेश सक्सेना को रविवार को ही उनके घर में नजरबंद कर लिया गया। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजीव गुप्ता और चित्रांशनगर में झांझन सिंह को भी उनके घर में नजरबंद किया गया। उन्हें सोमवार शाम तक घर से नहीं निकलने दिया गया। ऐसे में किसान नेताओं ने अपने घर पर ही मौजूद पुलिस या अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।
इधर, भाकियू अराजनीतिक असली के जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह राठौर, प्रदेश सचिव रवेंद्र सिंह, जमुना सिंह को भी उनके घर पर ही नजरबंद किया गया। उन्होंने भी अपने ही घर पर पुलिस को ज्ञापन सौंपे।
इधर, सोमवार सुबह से ही रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइन पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। सीओ सिटी चंद्रपाल सिंह, सिविल लाइंस इंस्पेक्टर राजकुमार तिवारी और कोतवाली इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार धामा मौके पर पहुंचे। उन्होंने कई किमी तक पटरियों को चेक किया। दोपहर के समय डीएम दीपा रंजन, एसएसपी डॉ. ओपी सिंह भी रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और दिशानिर्देश दिए। शाम तक पुलिस और जीआरपी, आरपीएफ के अधिकारी रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइन पर नजर बनाए रहे। तब तक एक भी किसान नेता को स्टेशन नहीं पहुंचने दिया गया।
किसानों को नजरबंद करना सरकार की हार : राजेश
भाकियू के मंडलीय नेता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा कि रेल रोको आंदोलन विफल बनाने के लिए कई पदाधिकारियों को नजरबंद किया गया। उझानी में पंडित राम कुमार शर्मा, उघैती में झांझन सिंह, रियोनाई में रामाशंकर शंखधार, कछला में सोमवीर सिंह, घटपुरी बिनावर में बाबा ठाकुर अजयपाल सिंह, मोहम्मदपुर बिहार से पप्पू सैफी को नजरबंद किया गया। उन्होंने कहा कि देश के किसानों के हालात आजादी से पहले वाले हो रहे हैं। डीजल मूल्य वृद्धि से लेकर खाद के दाम बढ़े हैं। किसानों को नजरबंद करना सरकार की हताशा है। सरकार ब्रिटिश हुकूमत से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है। किसानों को गाड़ी से कुचला जा रहा है। उनके आवास पर भीमसेन राजपूत, सत्यवीर, शीशपाल सिंह, चोब सिंह, अनोखेलाल, इंद्रपाल, दयाराम, नूरुद्दीन, सत्यवीर सिंह यादव आदि किसान मौजूद रहे।
सबसे धोखेबाज है सरकार : केपी
भाकियू अराजनीतिक असली के जिलाध्यक्ष केपीएस राठौर ने कहा कि प्रदेश में कितनी सरकार आईं और चली गईं लेकिन भाजपा सरकार सबसे धोखेबाज सरकार साबित हुई। किसानों को गाड़ियों से कुचला जा रहा है। ये सरकार की खुली गुंडागर्दी है। अब तो मंत्री को खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। रवेंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशासन अपना कार्य करे लेकिन यहां तो किसानों के साथ ही गालीगलौज की जा रही है।
आसफपुर स्टेशन के नजदीक पहुंचे किसान नेता, हिरासत में लिए
दबतोरी। सोमवार को किसान आसफपुर, दबतोरी उत्तर रेलवे लाइन पर चक्का जाम की रणनीति बना रहे थे। इसी बीच भाकियू के जिलाध्यक्ष रामचंद्र सिंह यादव भी कार्यकर्ताओं के साथ आसफपुर स्टेशन के नजदीक पहुंच गए। यहां पहले से तैनात पुलिस ने जिलाध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। किसानों के खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई की गई है। संवाद
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उझानी कोतवाली में नजरबंद किए भाकियू नेता
उझानी। कोतवाली पुलिस ने सोमवार सुबह ही भाकियू नेता भागमल चौधरी, रामकुमार शर्मा और गंगा सिंह शाक्य को कोतवाली लाकर नजरबंद कर लिया। उन्हें सुबह से लेकर शाम तक कोतवाली में बैठाया गया। उसके बाद शाम को उन्हें छोड़ दिया गया। संवाद
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घर के दरवाजे पर ही किसानों ने किया प्रदर्शन
बगरैन। वजीरगंज किसान मोर्चा के ब्लॉक अध्यक्ष मुकेश भदौरिया और उनके साथियों को रविवार रात से ही पुलिस ने उनके आवास पर नजरबंद कर दिया। इससे किसान नेता और उनके कार्यकर्ता घर से नहीं निकल सके। उन्होंने अपने घर के गेट पर ही खड़े होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सुगरपाल सिंह, नत्थूलाल, राजवीर, प्रेमवीर, प्रेम किशोर, हरिनंदन, राहुल सिंह, महेश पाल सिंह, धीरेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। संवाद
किसानों ने किया धरना प्रदर्शन, पुलिस ने लिया हिरासत में
बिसौली। लखीमपुर कांड में मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भाकियू के बैनर तले किसानों ने कस्बा मुड़िया धुरेकी मुख्य मार्ग पर धरना प्रदर्शन किया। किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लखीमपुर कांड को लेकर मंत्री अजय मिश्र को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने की मांग प्रमुख रही। पुलिस सभी किसानों को बस में बैठाकर कोतवाली ले आई। कोतवाल ऋषिपाल सिंह ने बताया कि किसानों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। देर शाम सभी किसानों को रिहा कर दिया जाएगा। धरना प्रदर्शन करने वालों में दिनेश कुमार सिंह, सोपाली यादव, कृष्ण अवतार, संजय यादव, पप्पू प्रधान, दिनेश कुमार आदि किसान प्रमुख रहे। संवाद
मूसाझाग : भाकियू ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का पुतला फूंका
मूसाझाग। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को गिधौल गांव में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का पुतला फूंका। भाकियू के युवा जिलाध्यक्ष रवेंद्र सिंह यादव और साथी पदाधिकारियों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने बढ़ती महंगाई और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सरकार से लखीमपुर में किसानों की हत्या के मामले में आरोपियों को बेनकाब करने की मांग की। बाद में उन्होंने पुलिस को ज्ञापन सौंपा। संवाद
कछला : भाकियू नेताओं ने एसडीएम सीओ को ज्ञापन सौंपा
कछला। सोमवार को कछला में भाकियू अराजनीतिक दल के जिलाध्यक्ष ठाकुर धर्मपाल सिंह और साथी पदाधिकारियों ने एसडीएम सदर लालबहादुर व सीओ उझानी गजेंद्र कुमार श्रोत्रिय को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने लखीमपुर मामले में मृतकों के परिवार वालों को मुआवजा, मंत्री को बर्खास्त करने और उनके बेटे पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। राजेश कुमार, नत्थूलाल, मुकेश कुमार सिंह, महेंद्र सिंह तोमर, जवाहरलाल, जुगेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। संवाद

बदायूं में रेलवे स्टेशन पर किसानों के रेल रोको आंदोलन का जायजा लेतीं डीएम व एसएसपी। संवाद- फोटो : BADAUN