जिला कारागार में बंदियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विचार-विमर्श के लिए सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जनपद न्यायाधीश नरेन्द्र कुमार जौहरी की अध्यक्षता में बैठक हुई। जनपद न्यायधीश ने कारागार अधीक्षक को कारागार के वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति प्राप्त कर शीघ्र ही वीडियो कॉलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के आदेश दिए ताकि इस व्यवस्था के बाद मिलाई के लिए आने वाले लोगों की संख्या में कमी आ सके। उन्होंने कारागार अधीक्षक को कारागार में टेलीफोन की भी व्यवस्था कराने के निर्देश दिए, जिससे बंदियों की उनके परिजनों से सीधी वार्ता कराई जा सके। जनपद न्यायधीश ने कारागार में बंदियों की सुविधाओं की व्यवस्था में लापरवाही पर कारागार अधीक्षक कैलाशपति त्रिपाठी के प्रति असंतोष व्यक्त किया और समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की हिदायत दी।
बैठक में जिलाधिकारी पवन कुमार ने महिला बंदियों के साथ बच्चों की शिक्षा के समुचित बंदोबस्त करने के आदेश बीएसए को दिए। कारागार में कक्षा एक से आठ तक की सरकारी पुस्तकें उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कारागार में स्वच्छ शौचालयों का निर्माण कार्य अब तक पूर्ण न होने पर संबंधित कार्यदायी संस्था को तलब किया है। डीएम ने जिला जेल में होमगार्ड की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराने को कहा है। सीएमओ को चेताते हुए कहा कि कारागार में निरुद्ध बंदियों के स्वास्थ्य की जांच एवं उपचार के लिए मेडीकल कैम्प आयोजन में लापरवाही न की जाए। निर्देश दिए हैं कि सीएमओ बंदियो के एचआईवी टेस्ट की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महेन्द्र यादव ने बैठक में कहा कि कारागार की मांग के अनुसार समय-समय पर पुलिस बल उपलब्ध कराया जाएगा। कारागार में तीन हजार लीटर क्षमता का आरओ प्लांट शुरू हो गया है। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रणजीत कुमार, मुख्य विकास अधिकारी अच्छे लाल सिंह यादव, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अजय कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।