एटा। शासन के निर्देश पर उत्साह के साथ वन महोत्सव मनाया जा रहा है, लेकिन यह उत्साह पौधे रोपने तक ही सीमित है। साल 2020 में रारपट्टी में रोपे गए 1500 में से 500 पौधे सूख गए। पुराने पौधों को बचाने में नाकाम वन विभाग फिर इसी स्थान पर नए पौधे लगाने की तैयारी कर रहा है।
हर साल वृहद पौधरोपण किया जाता है। लाखों की तादाद में पौधे तो लगा दिए जाते हैं, लेकिन इनकी देखरेख की जिम्मेदारी किसी को नहीं दी जाती है। जिसके चलते आधे से अधिक पौधे पेड़ बनने से पहले दम तोड़ जाते हैं। कुछ सूख जाते हैं तो कुछ को आवारा पशु नष्ट कर देते हैं। साल 2020 में पूरे जिले में 19 लाख पौधे लगाए गए थे।
जिसका मुख्य कार्यक्रम शीतलपुर ब्लॉक के रारपट्टी में आयोजित किया गया था। यहां पर 1500 पौधे रोपे गए, लेकिन देखरेख के अभाव में करीब 500 पौधे सूख गए। पौधों की सुरक्षा के लिए चारों तारों की बेरीकेडिंग तो की गई, लेकिन यह टूटी पड़ी है। वहीं इस इस वन महोत्सव के तहत बृहस्पतिवार को इसी स्थान पर खाद्य वन की स्थापना की जाएगी। जिसमें यहां फलदार वृक्षों के पौधे लगाए जाएंगे।
भदुआ में लगाए गए पौधे भी सूखे
साल 2021 में जुलाई माह में जिले भर में 23 लाख पौधे लगाए गए थे। मुख्य कार्यक्रम निधौली कलां ब्लॉक के भदुआ गांव में हुआ था, जहां 15 हजार पौधे रोपे गए थे। शासन से भेजे गए नोडल अधिकारी गोविंद राजू एनएस इस कार्यक्रम में मौजूद रहे थे। यहां पर एक सप्ताह के अंदर ही 50 फीसदी से अधिक पौधे सूख गए। वहीं कुछ पौधे बिना लगाए ही मैदान में छोड़ दिए थे।
एटा। शासन के निर्देश पर उत्साह के साथ वन महोत्सव मनाया जा रहा है, लेकिन यह उत्साह पौधे रोपने तक ही सीमित है। साल 2020 में रारपट्टी में रोपे गए 1500 में से 500 पौधे सूख गए। पुराने पौधों को बचाने में नाकाम वन विभाग फिर इसी स्थान पर नए पौधे लगाने की तैयारी कर रहा है।
हर साल वृहद पौधरोपण किया जाता है। लाखों की तादाद में पौधे तो लगा दिए जाते हैं, लेकिन इनकी देखरेख की जिम्मेदारी किसी को नहीं दी जाती है। जिसके चलते आधे से अधिक पौधे पेड़ बनने से पहले दम तोड़ जाते हैं। कुछ सूख जाते हैं तो कुछ को आवारा पशु नष्ट कर देते हैं। साल 2020 में पूरे जिले में 19 लाख पौधे लगाए गए थे।
जिसका मुख्य कार्यक्रम शीतलपुर ब्लॉक के रारपट्टी में आयोजित किया गया था। यहां पर 1500 पौधे रोपे गए, लेकिन देखरेख के अभाव में करीब 500 पौधे सूख गए। पौधों की सुरक्षा के लिए चारों तारों की बेरीकेडिंग तो की गई, लेकिन यह टूटी पड़ी है। वहीं इस इस वन महोत्सव के तहत बृहस्पतिवार को इसी स्थान पर खाद्य वन की स्थापना की जाएगी। जिसमें यहां फलदार वृक्षों के पौधे लगाए जाएंगे।
भदुआ में लगाए गए पौधे भी सूखे
साल 2021 में जुलाई माह में जिले भर में 23 लाख पौधे लगाए गए थे। मुख्य कार्यक्रम निधौली कलां ब्लॉक के भदुआ गांव में हुआ था, जहां 15 हजार पौधे रोपे गए थे। शासन से भेजे गए नोडल अधिकारी गोविंद राजू एनएस इस कार्यक्रम में मौजूद रहे थे। यहां पर एक सप्ताह के अंदर ही 50 फीसदी से अधिक पौधे सूख गए। वहीं कुछ पौधे बिना लगाए ही मैदान में छोड़ दिए थे।