एटा। मेडिकल कॉलेज में बिजली की लाइन डालने के लिए की गई खुदाई से पानी की पाइपलाइन टूट गई। जिसकी वजह से एमसीएच (मदर चाइल्ड हॉस्पिटल) में जलापूर्ति बंद हो गई। मरीज व तीमारदारों को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।
वीरांगना अवंतीबाई लोधी स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज में स्थित एमसीएच विंग में बाल रोग, स्त्री रोग, ईएनटी, दंत इकाई की ओपीडी चल रही हैं।
जबकि प्रसूता वार्ड, सामान्य वार्ड, मेडिसन वार्ड, पीकू व पीडियाट्रिक वार्ड के अलावा सर्जिकल वार्ड भी बनाए गए हैं। यहां मरीजों और तीमारदारों की भीड़ बनी रहती है। ऐसे में पानी की खासी जरूरत रहती है, लेकिन मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य में लगी कार्यदायी संस्था ने एक सप्ताह पहले विद्युत लाइन अंडरग्राउंड करने के लिए गहरी नाली खोदी थी।
तभी पानी की पाइपलाइन टूट गई। इसकी वजह से मेडिकल कॉलेज में पानी की सप्लाई बंद हो गई। इसके अलावा कुछ हिस्से की बिजली लाइन भी खराब हुई है। वैकल्पिक व्यवस्थाओं के सहारे बिजली आपूर्ति तो कर दी गई है, लेकिन पानी की किल्लत अभी भी बनी हुई है। अब पानी आपूर्ति के लिए नई पाइपलाइन डाली जा रही है। इसमें दो दिन का समय लगने की बात कही जा रही है।
एटा। मेडिकल कॉलेज में बिजली की लाइन डालने के लिए की गई खुदाई से पानी की पाइपलाइन टूट गई। जिसकी वजह से एमसीएच (मदर चाइल्ड हॉस्पिटल) में जलापूर्ति बंद हो गई। मरीज व तीमारदारों को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।
वीरांगना अवंतीबाई लोधी स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज में स्थित एमसीएच विंग में बाल रोग, स्त्री रोग, ईएनटी, दंत इकाई की ओपीडी चल रही हैं।
जबकि प्रसूता वार्ड, सामान्य वार्ड, मेडिसन वार्ड, पीकू व पीडियाट्रिक वार्ड के अलावा सर्जिकल वार्ड भी बनाए गए हैं। यहां मरीजों और तीमारदारों की भीड़ बनी रहती है। ऐसे में पानी की खासी जरूरत रहती है, लेकिन मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य में लगी कार्यदायी संस्था ने एक सप्ताह पहले विद्युत लाइन अंडरग्राउंड करने के लिए गहरी नाली खोदी थी।
तभी पानी की पाइपलाइन टूट गई। इसकी वजह से मेडिकल कॉलेज में पानी की सप्लाई बंद हो गई। इसके अलावा कुछ हिस्से की बिजली लाइन भी खराब हुई है। वैकल्पिक व्यवस्थाओं के सहारे बिजली आपूर्ति तो कर दी गई है, लेकिन पानी की किल्लत अभी भी बनी हुई है। अब पानी आपूर्ति के लिए नई पाइपलाइन डाली जा रही है। इसमें दो दिन का समय लगने की बात कही जा रही है।