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Etah News: सुप्रीम कोर्ट में रिचा यादव ने किया एटा का प्रतिनिधित्व
संवाद न्यूज एजेंसी, एटा
Updated Tue, 11 Nov 2025 11:27 PM IST
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सुप्रीम कोर्ट में कार्यक्रम के दौरान एटा का प्रतिनिधित्व करतीं रिचा यादव। स्रोत स्वयं
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एटा। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में 8 व 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के ऑडिटोरियम हॉल में राष्ट्रीय विधिक दिवस पर नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ लीगल सर्विसेज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर देश के सभी राज्यों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। एटा का प्रतिनिधित्व पराविधिक स्वयंसेवक रिचा यादव ने किया।
रिचा यादव को यह अवसर उनके उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों और लिए गए साक्षात्कार में चयनित होने के आधार पर प्रदान किया गया। लौटने के बाद उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के पहले दिन 8 नवंबर को कॉफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में जुड़े। उन्होंने विधिक सेवा संस्थाओं के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि न्याय तभी सार्थक है जब वह समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरलता से पहुंचे। प्रधानमंत्री ने सभी प्रतिभागियों को जन-जागरूकता बढ़ाने व विधिक सहायता को गांव-गांव तक पहुंचाने का आह्वान किया।
उन्होंने बताया कि 9 नवंबर को सम्मेलन के दूसरे दिन की अध्यक्षता भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई ने की। रिचा यादव ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण, घरेलू हिंसा, बाल अधिकार व विधिक जागरूकता के क्षेत्र में लगातार किए जा रहे कार्य के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह अवसर न केवल उनके लिए बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व की बात है।
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रिचा यादव को यह अवसर उनके उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों और लिए गए साक्षात्कार में चयनित होने के आधार पर प्रदान किया गया। लौटने के बाद उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के पहले दिन 8 नवंबर को कॉफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में जुड़े। उन्होंने विधिक सेवा संस्थाओं के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि न्याय तभी सार्थक है जब वह समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरलता से पहुंचे। प्रधानमंत्री ने सभी प्रतिभागियों को जन-जागरूकता बढ़ाने व विधिक सहायता को गांव-गांव तक पहुंचाने का आह्वान किया।
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उन्होंने बताया कि 9 नवंबर को सम्मेलन के दूसरे दिन की अध्यक्षता भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई ने की। रिचा यादव ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण, घरेलू हिंसा, बाल अधिकार व विधिक जागरूकता के क्षेत्र में लगातार किए जा रहे कार्य के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह अवसर न केवल उनके लिए बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व की बात है।