अयोध्या। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) रविवार को जिले के 50 केंद्रों पर सकुशल संपन्न हुई। इस दौरान कुल 46, 646 अभ्यर्थियों में 42,205 ने परीक्षा में भाग लिया, जबकि 4441 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। समय पर न पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को नियमों का हवाला देकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया।
पहली पाली में सुबह 10 से दोपहर 12.30 बजे तक हुई। इसमें 27, 205 अभ्यर्थियों में से 24,725 ने परीक्षा दी, 2480 अनुपस्थित रहे। द्वितीय पाली में दोपहर 2.30 से शाम पांच बजे तक हुई परीक्षा में 19,441 अभ्यर्थियों में से 17480 ने परीक्षा दी, 1961 अनुपस्थित रहे। परीक्षा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे, सभी परीक्षा केंद्रों पर मजिस्ट्रेट व पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई थी।
रिमझिम बरसात व कड़ी ठंड पर रविवार को टीईटी अभ्यर्थियों का उत्साह भारी पड़ गया। मौसम की खराबी के बावजूद भी अधिकांश अभ्यर्थी अपने परीक्षा सेंटर एक घंटे पहले ही पहुंच गए। जिले के भी 50 सेंटरों पर पुलिस बल तैनात रहा, परीक्षा केंद्रों के आसपास किसी को फटकने नहीं दिया जा रहा था।
डीएम नितीश कुमार, एसएसपी शैलेश कुुमार पांडेय, परीक्षा के नोडल अधिकारी एडीएम प्रशासन अमित सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार समेत अन्य सेक्टर व स्टेटिक मजिस्ट्रेट व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करते रहे। इन लोगों ने परीक्षा केंद्र पर लगे सीसीटीवी को चेक किया, साथ ही पुलिस को अभ्यर्थियों के परिवारीजनों को सौ मीटर दूर रखने का निर्देश दिया।
परीक्षा के सहायक नोडल अधिकारी/ डीआईओएस राकेश कुमार ने बताया कि कही किसी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है। परीक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए कड़े इंतजाम किए गए थे। समय पर न पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को नियमों का हवाला देकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया।
परीक्षा केंद्रों पर कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया गया। कक्ष में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए अभ्यर्थियों को बैठाया गया। गेट पर उन्हीं परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया गया जिन्होंने मास्क लगाया गया था। कुछ केंद्रों पर सैनिटाइजर का भी इंतजाम किया गया था। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई।
कुछ परीक्षा केंद्रों पर समय से न पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं दिया गया, विरोध करने पर उन्हें नियमों का हवाला देकर शांत कराया गया। राजकीय बालिका इंटर कालेज रुदौली में परीक्षा देने आए अयोध्या नगर की रेखा सिंह, पवन कुमार, लोकेश कुमार पांडेय, देवकाली निवासी रंजना ने बताया कि परीक्षा के लिए जो तैयारी की थी वो आज काम आई।
पेपर अच्छा हुआ है। द्वापर विद्यापीठ इंटर कॉलेज बरईपारा में परीक्षा देने आए कुमारगंज के आदर्श सिंह, मिल्कीपुर की मनीषा पांडे, बेनीगंज अयोध्या के मनीष पांडे ने प्रश्न पत्र पर संतुष्टि व्यक्त की। नवाबगंज गोंडा से आई अंजलि तिवारी ने कहा कि पेपर बहुत अच्छा रहा। रुदौली से पहुंची सुधा गौड व खंडासा अमानीगंज से आए अनुभव मिश्रा ने बताया कि इस बार पेपर बहुत अच्छा था, पास होने की पूरी उम्मीद है।
अयोध्या के साकेत महाविद्यालय पर परीक्षा देने आई कुमारगंज की साक्षी श्रीवास्तव, मसौधा की शिल्पा वर्मा, गोसाइगंज की अंशिका चौरसिया ने बताया कि परीक्षा को लेकर काफी तैयारी की थी, उसी के अनुरूप प्रश्न पत्र रहा। पेपर बहुत अच्छा हुआ है, उम्मीद है कि हम सफल होंगे। बस्ती के संजय यादव, सिद्धार्थनगर के प्रतीक श्रीवास्तव ने बताया कि उम्मीद के अनुरूप प्रश्न आए।
बड़ी मेहनत कर तैयारी की थी। छोटे बच्चे को घर पर अकेला छोड़ कोचिंग करने जाती थी। सोचा था नौकरी मिल जाएगी तो सब ठीक हो जाएगा, लेकिन आज सब बर्बाद हो गया। यह बात कनौसा कॉन्वेट परीक्षा केंद्र पर रोती बिलखती अभ्यर्थी सरिता श्रीवास्तव ने कही। वह महज पांच मिनट लेट हुई थी, इस कारण उसे परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
यही हाल शहर के अन्य परीक्षा केंद्रों पर भी दिखा। जहां बारिश के चलते या ट्रैफिक में फंसने के कारण लेट पहुंचने वाले अभ्यर्थियों का रहा। कुछ अभ्यर्थियों को इसलिए भी लौटा दिया गया कि उनके द्वारा इंटरनेट से निकाला गया प्रवेश पत्र सत्यापित नहीं था। फार्ब्स इंटर कॉलेज, कनौसा कॉन्वेंट, आदर्श इंटर कॉलेज, फैजाबाद पब्लिक स्कूल समेत अन्य विद्यालयों में इस तरह के सैकड़ों अभ्यर्थी रहे।
परीक्षा न दे पाने के कारण इन्होंने व इनके परिवारीजनों ने परीक्षा केंद्र के सामने हंगामा किया। सूचना पर पहुंचे मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों ने उन्हें नियमों का हवाला देकर समझाया। बीकापुर के भारती इंटर कॉलेज पर परीक्षा देने आई अयोध्या की इंदरप्रीत कौर ने रोते हुए कहा कि इतनी मेहनत कर तैयारी की थी लेकिन सब पर पानी फिर गया।
शहर के फार्ब्स इंटर कॉलेज पर दूसरी पाली में परीक्षा देने आईं बस्ती जनपद की नालंदी श्रीवास्तव ने बिलखते हुए कहा कि ट्रैफिक में फंसने के कारण पांच मिनट लेट हो गई, लेकिन अंदर नहीं जाने दिया गया। अब इसकी भरपाई कौन करेगा। बारुन बाजार के अभ्यर्थी हरीशचंद्र ने कहा कि कोई सुनने वाला नहीं है, डीएम से बात की, मजिस्ट्रेट से कहा, किसी के पास कोई जवाब नहीं है।
सिद्धार्थनगर से आए अभ्यर्थी श्रीराम चौहान ने कहा पिछली बार प्रशासन की गलती से परीक्षा निरस्त कर दी गई, हम पांच मिनट लेट हो गए तो परीक्षा ही नहीं देने दिया, यह कहां का इंसाफ है। मया बाजार स्थित द्वापर विद्यापीठ इंटर कॉलेज बरई पारा पर परीक्षा देने आईं नवाबगंज गोंडा की रिचा तिवारी, पूरा बाजार की स्वाति जायसवाल, भरतकुंड की अनीता यादव व हैदरगंज की रिया वर्मा सहित 24 से अधिक छात्राओं का आरोप रहा कि खराब मौसम के चलते कुछ विलंब अवश्य हुआ किंतु ज्यादातर लोग 9:30 बजे के पहले ही केंद्र पर पहुंचे थे। कागजात दुरुस्त कराने में हुए दो-चार मिनट के विलंब को भी केंद्र व्यवस्थापक ने नहीं ध्यान दिया, साल भर की सारी तैयारी बेकार हो गई।
अयोध्या। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) रविवार को जिले के 50 केंद्रों पर सकुशल संपन्न हुई। इस दौरान कुल 46, 646 अभ्यर्थियों में 42,205 ने परीक्षा में भाग लिया, जबकि 4441 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। समय पर न पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को नियमों का हवाला देकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया।
पहली पाली में सुबह 10 से दोपहर 12.30 बजे तक हुई। इसमें 27, 205 अभ्यर्थियों में से 24,725 ने परीक्षा दी, 2480 अनुपस्थित रहे। द्वितीय पाली में दोपहर 2.30 से शाम पांच बजे तक हुई परीक्षा में 19,441 अभ्यर्थियों में से 17480 ने परीक्षा दी, 1961 अनुपस्थित रहे। परीक्षा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे, सभी परीक्षा केंद्रों पर मजिस्ट्रेट व पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई थी।
रिमझिम बरसात व कड़ी ठंड पर रविवार को टीईटी अभ्यर्थियों का उत्साह भारी पड़ गया। मौसम की खराबी के बावजूद भी अधिकांश अभ्यर्थी अपने परीक्षा सेंटर एक घंटे पहले ही पहुंच गए। जिले के भी 50 सेंटरों पर पुलिस बल तैनात रहा, परीक्षा केंद्रों के आसपास किसी को फटकने नहीं दिया जा रहा था।
डीएम नितीश कुमार, एसएसपी शैलेश कुुमार पांडेय, परीक्षा के नोडल अधिकारी एडीएम प्रशासन अमित सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार समेत अन्य सेक्टर व स्टेटिक मजिस्ट्रेट व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करते रहे। इन लोगों ने परीक्षा केंद्र पर लगे सीसीटीवी को चेक किया, साथ ही पुलिस को अभ्यर्थियों के परिवारीजनों को सौ मीटर दूर रखने का निर्देश दिया।
परीक्षा के सहायक नोडल अधिकारी/ डीआईओएस राकेश कुमार ने बताया कि कही किसी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है। परीक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए कड़े इंतजाम किए गए थे। समय पर न पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को नियमों का हवाला देकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया।
परीक्षा केंद्रों पर कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया गया। कक्ष में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए अभ्यर्थियों को बैठाया गया। गेट पर उन्हीं परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया गया जिन्होंने मास्क लगाया गया था। कुछ केंद्रों पर सैनिटाइजर का भी इंतजाम किया गया था। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई।
कुछ परीक्षा केंद्रों पर समय से न पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं दिया गया, विरोध करने पर उन्हें नियमों का हवाला देकर शांत कराया गया। राजकीय बालिका इंटर कालेज रुदौली में परीक्षा देने आए अयोध्या नगर की रेखा सिंह, पवन कुमार, लोकेश कुमार पांडेय, देवकाली निवासी रंजना ने बताया कि परीक्षा के लिए जो तैयारी की थी वो आज काम आई।
पेपर अच्छा हुआ है। द्वापर विद्यापीठ इंटर कॉलेज बरईपारा में परीक्षा देने आए कुमारगंज के आदर्श सिंह, मिल्कीपुर की मनीषा पांडे, बेनीगंज अयोध्या के मनीष पांडे ने प्रश्न पत्र पर संतुष्टि व्यक्त की। नवाबगंज गोंडा से आई अंजलि तिवारी ने कहा कि पेपर बहुत अच्छा रहा। रुदौली से पहुंची सुधा गौड व खंडासा अमानीगंज से आए अनुभव मिश्रा ने बताया कि इस बार पेपर बहुत अच्छा था, पास होने की पूरी उम्मीद है।
अयोध्या के साकेत महाविद्यालय पर परीक्षा देने आई कुमारगंज की साक्षी श्रीवास्तव, मसौधा की शिल्पा वर्मा, गोसाइगंज की अंशिका चौरसिया ने बताया कि परीक्षा को लेकर काफी तैयारी की थी, उसी के अनुरूप प्रश्न पत्र रहा। पेपर बहुत अच्छा हुआ है, उम्मीद है कि हम सफल होंगे। बस्ती के संजय यादव, सिद्धार्थनगर के प्रतीक श्रीवास्तव ने बताया कि उम्मीद के अनुरूप प्रश्न आए।
बड़ी मेहनत कर तैयारी की थी। छोटे बच्चे को घर पर अकेला छोड़ कोचिंग करने जाती थी। सोचा था नौकरी मिल जाएगी तो सब ठीक हो जाएगा, लेकिन आज सब बर्बाद हो गया। यह बात कनौसा कॉन्वेट परीक्षा केंद्र पर रोती बिलखती अभ्यर्थी सरिता श्रीवास्तव ने कही। वह महज पांच मिनट लेट हुई थी, इस कारण उसे परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
यही हाल शहर के अन्य परीक्षा केंद्रों पर भी दिखा। जहां बारिश के चलते या ट्रैफिक में फंसने के कारण लेट पहुंचने वाले अभ्यर्थियों का रहा। कुछ अभ्यर्थियों को इसलिए भी लौटा दिया गया कि उनके द्वारा इंटरनेट से निकाला गया प्रवेश पत्र सत्यापित नहीं था। फार्ब्स इंटर कॉलेज, कनौसा कॉन्वेंट, आदर्श इंटर कॉलेज, फैजाबाद पब्लिक स्कूल समेत अन्य विद्यालयों में इस तरह के सैकड़ों अभ्यर्थी रहे।
परीक्षा न दे पाने के कारण इन्होंने व इनके परिवारीजनों ने परीक्षा केंद्र के सामने हंगामा किया। सूचना पर पहुंचे मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों ने उन्हें नियमों का हवाला देकर समझाया। बीकापुर के भारती इंटर कॉलेज पर परीक्षा देने आई अयोध्या की इंदरप्रीत कौर ने रोते हुए कहा कि इतनी मेहनत कर तैयारी की थी लेकिन सब पर पानी फिर गया।
शहर के फार्ब्स इंटर कॉलेज पर दूसरी पाली में परीक्षा देने आईं बस्ती जनपद की नालंदी श्रीवास्तव ने बिलखते हुए कहा कि ट्रैफिक में फंसने के कारण पांच मिनट लेट हो गई, लेकिन अंदर नहीं जाने दिया गया। अब इसकी भरपाई कौन करेगा। बारुन बाजार के अभ्यर्थी हरीशचंद्र ने कहा कि कोई सुनने वाला नहीं है, डीएम से बात की, मजिस्ट्रेट से कहा, किसी के पास कोई जवाब नहीं है।
सिद्धार्थनगर से आए अभ्यर्थी श्रीराम चौहान ने कहा पिछली बार प्रशासन की गलती से परीक्षा निरस्त कर दी गई, हम पांच मिनट लेट हो गए तो परीक्षा ही नहीं देने दिया, यह कहां का इंसाफ है। मया बाजार स्थित द्वापर विद्यापीठ इंटर कॉलेज बरई पारा पर परीक्षा देने आईं नवाबगंज गोंडा की रिचा तिवारी, पूरा बाजार की स्वाति जायसवाल, भरतकुंड की अनीता यादव व हैदरगंज की रिया वर्मा सहित 24 से अधिक छात्राओं का आरोप रहा कि खराब मौसम के चलते कुछ विलंब अवश्य हुआ किंतु ज्यादातर लोग 9:30 बजे के पहले ही केंद्र पर पहुंचे थे। कागजात दुरुस्त कराने में हुए दो-चार मिनट के विलंब को भी केंद्र व्यवस्थापक ने नहीं ध्यान दिया, साल भर की सारी तैयारी बेकार हो गई।