अयोध्या। अयोध्या से सुलतानपुर व अकबरपुर मार्ग पर विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद पहली बार बस्ती-गोंडा जनपद से अयोध्या होकर प्रयागराज जाने वाले रेल मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन मंगलवार से होगा।
अयोध्या से अकबरपुर, सुलतानपुर व गोंडा रूट पर विद्युतीकरण का कार्य दिसंबर 2021 में ही पूरा हो गया था। बाराबंकी से अयोध्या कैंट स्टेशन तक अभी विद्युतीकरण का कार्य पूरा नहीं हो सका, इसके मार्च माह तक पूरा होने की संभावना है।
इसके बाद इस पूरे रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ना शुरू हो जाएगी। गोंडा-अयोध्या-सुलतानपुर रेल मार्ग पर विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद मंगलवार से इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ना शुरू हो जाएंगी।
सांसद लल्लू सिंह अयोध्या कैंट स्टेशन पर सुबह 9 बजे प्रयागराज से बस्ती तक जाने वाली मनवर संगम इंटरसिटी को हरी झंडी दिखाकर बस्ती के लिए रवाना करेंगे।
इसी के साथ इस रूट पर चलने वाली लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस, दुर्ग नौतनवां एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनें भी बिजली के सहारे दौड़ेगी। वहीं, दूसरी ओर अयोध्या कैंट से अकबरपुर रेलवे स्टेशन तक भी विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है।
बीते वर्ष 28 व 29 दिसंबर को सीसीआरएस की टीम ने इस रूट का सफल ट्रायल भी किया था। अयोध्या कैंट से बाराबंकी तक रेल मार्ग पर कार्य चल रहा है। इसके मार्च माह में पूरा होने केे उम्मीद है, इसके बाद इस रूट पर जाने वाली सभी ट्रेनें विद्युत से ही दौड़ेंगी।
अयोध्या कैंट स्टेशन के अधीक्षक आरके उपाध्याय ने बताया कि सभी आवश्यक इंतजाम कर लिए गए है। सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि रेलवे के इंफ्रास्टेक्चर में आधुनिकता का समावेश किया जा रहा है।
सरकार एक बेहतर विजन के साथ विकास के प्लान को धरातल पर उतार रही है। डबल इंजन की सरकार आम आदमी की अपेक्षाओं पर शत प्रतिशत खरी उतरी है। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉरलेंस की नीति के तहत काम किया गया।
जिससे विकास के गुणवत्ता पूर्ण कार्य हुए। सरकार की योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंची। कहा कि उत्तर प्रदेश का नेतृत्व आज पथ प्रदर्शक की भूमिका में है। चाहे अपराध के विरुद्ध कार्रवाई हो या कोविड काल में जनता को मिलने वाली सुविधाएं।
यूपी सरकार की तारीफ आज वैश्विक स्तर पर हो रही है। अयोध्या का विकास केंद्र व प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से युक्त रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट की सौगात अयोध्या को मिल रही है।
अयोध्या। अयोध्या से सुलतानपुर व अकबरपुर मार्ग पर विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद पहली बार बस्ती-गोंडा जनपद से अयोध्या होकर प्रयागराज जाने वाले रेल मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन मंगलवार से होगा।
अयोध्या से अकबरपुर, सुलतानपुर व गोंडा रूट पर विद्युतीकरण का कार्य दिसंबर 2021 में ही पूरा हो गया था। बाराबंकी से अयोध्या कैंट स्टेशन तक अभी विद्युतीकरण का कार्य पूरा नहीं हो सका, इसके मार्च माह तक पूरा होने की संभावना है।
इसके बाद इस पूरे रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ना शुरू हो जाएगी। गोंडा-अयोध्या-सुलतानपुर रेल मार्ग पर विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद मंगलवार से इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ना शुरू हो जाएंगी।
सांसद लल्लू सिंह अयोध्या कैंट स्टेशन पर सुबह 9 बजे प्रयागराज से बस्ती तक जाने वाली मनवर संगम इंटरसिटी को हरी झंडी दिखाकर बस्ती के लिए रवाना करेंगे।
इसी के साथ इस रूट पर चलने वाली लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस, दुर्ग नौतनवां एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनें भी बिजली के सहारे दौड़ेगी। वहीं, दूसरी ओर अयोध्या कैंट से अकबरपुर रेलवे स्टेशन तक भी विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है।
बीते वर्ष 28 व 29 दिसंबर को सीसीआरएस की टीम ने इस रूट का सफल ट्रायल भी किया था। अयोध्या कैंट से बाराबंकी तक रेल मार्ग पर कार्य चल रहा है। इसके मार्च माह में पूरा होने केे उम्मीद है, इसके बाद इस रूट पर जाने वाली सभी ट्रेनें विद्युत से ही दौड़ेंगी।
अयोध्या कैंट स्टेशन के अधीक्षक आरके उपाध्याय ने बताया कि सभी आवश्यक इंतजाम कर लिए गए है। सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि रेलवे के इंफ्रास्टेक्चर में आधुनिकता का समावेश किया जा रहा है।
सरकार एक बेहतर विजन के साथ विकास के प्लान को धरातल पर उतार रही है। डबल इंजन की सरकार आम आदमी की अपेक्षाओं पर शत प्रतिशत खरी उतरी है। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉरलेंस की नीति के तहत काम किया गया।
जिससे विकास के गुणवत्ता पूर्ण कार्य हुए। सरकार की योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंची। कहा कि उत्तर प्रदेश का नेतृत्व आज पथ प्रदर्शक की भूमिका में है। चाहे अपराध के विरुद्ध कार्रवाई हो या कोविड काल में जनता को मिलने वाली सुविधाएं।
यूपी सरकार की तारीफ आज वैश्विक स्तर पर हो रही है। अयोध्या का विकास केंद्र व प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से युक्त रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट की सौगात अयोध्या को मिल रही है।