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Farrukhabad News: कक्षा तीन के छात्र अपना नाम नहीं लिख पाए
संवाद न्यूज एजेंसी, फर्रूखाबाद
Updated Wed, 12 Nov 2025 12:53 AM IST
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फोटो-28 प्राथमिक विद्यालय दारापुर में बच्चों से जानकारी करते प्रशिक्षु आईएएस। संवाद
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अमृतपुर। प्रशिक्षु आईएएस ने मंगलवार को ग्राम पंचायत दारापुर के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता परखी। उनके सामने कक्षा तीन के छात्र अपना नाम भी नहीं लिख पाए।
प्रशिक्षु अफसरों ने देखा कि विद्यालय में सात शिक्षक व तीन शिक्षामित्र होने बाद भी नवीन नामांकन नहीं हुए। जूनियर हाईस्कूल में रंगोली से गांव का नक्शा बनाकर ग्रामीणों व कर्मचारियों के साथ फोटो भी खिंचवाई।
शासन से आए छह प्रशिक्षु चार दिवसीय दौरे पर गांव में ग्रामीणों के साथ विकास कार्य के संदर्भ में संवाद कर रहे हैं। मंगलवार को तीसरे दिन प्राथमिक विद्यालय दारापुर पहुंच कर उन्होंने शिक्षकों, प्रधानाध्यापक व छात्र-छात्राओं से संवाद किया। प्रधानाध्यापक पुष्पेंद्र कुमार ने उन्हें बताया कि 15 छात्र-छात्राओं के ही नवीन नामांकन हुए हैं। एससी वर्ग का कोई नामांकन नहीं हुआ।
सात शिक्षक और तीन शिक्षामित्र होने के बाद भी नामांकन कम क्यों हुए हैं। इस पर प्रधानाध्यापक ने विद्यालय का रास्ता खराब होना व दूसरे गांव के विद्यालय में बच्चे जाने की बात कही है। उन्होंने जल निगम के एई साक्षी पांडेय से लागत के बारे में पूछने के साथ टंकी चालू न होने की वजह पूछी तो एई ने एक करोड़ 81 लाख रुपये लागत बताई। कहा कि 299 घरों में जलापूर्ति होगी, पर अभी 55 घरों में हो रही है।
प्रधान शशि राठौर ने बताया कि दो साल से टंकी का निर्माण चल रहा है, आप लोगों के आने पर ही कुछ घरों में पानी की सप्लाई चालू हुई है। गांव के श्याम सिंह राजेंद्र आदि ने कहा कि जल निगम उनकी जमीन से अवैध रूप से रास्ता निकाल रहा है। ग्रामीणों ने गांव में स्वास्थ्य केंद्र, बैंक, बरात घर, सोता नाला की सफाई कराए जाने के साथ गांव में अन्य सुविधाएं दिए जाने के बारे में सुझाव लिखकर दिए।
इस दौरान बीडीओ सुनील कुमार जायसवाल, एडीओ पंचायत अजीत पाठक, बीईओ राजीव श्रीवास्तव, सीडीपीओ मानवेंद्र सिंह, डॉ. प्रमित राजपूत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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प्रशिक्षु अफसरों ने देखा कि विद्यालय में सात शिक्षक व तीन शिक्षामित्र होने बाद भी नवीन नामांकन नहीं हुए। जूनियर हाईस्कूल में रंगोली से गांव का नक्शा बनाकर ग्रामीणों व कर्मचारियों के साथ फोटो भी खिंचवाई।
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शासन से आए छह प्रशिक्षु चार दिवसीय दौरे पर गांव में ग्रामीणों के साथ विकास कार्य के संदर्भ में संवाद कर रहे हैं। मंगलवार को तीसरे दिन प्राथमिक विद्यालय दारापुर पहुंच कर उन्होंने शिक्षकों, प्रधानाध्यापक व छात्र-छात्राओं से संवाद किया। प्रधानाध्यापक पुष्पेंद्र कुमार ने उन्हें बताया कि 15 छात्र-छात्राओं के ही नवीन नामांकन हुए हैं। एससी वर्ग का कोई नामांकन नहीं हुआ।
सात शिक्षक और तीन शिक्षामित्र होने के बाद भी नामांकन कम क्यों हुए हैं। इस पर प्रधानाध्यापक ने विद्यालय का रास्ता खराब होना व दूसरे गांव के विद्यालय में बच्चे जाने की बात कही है। उन्होंने जल निगम के एई साक्षी पांडेय से लागत के बारे में पूछने के साथ टंकी चालू न होने की वजह पूछी तो एई ने एक करोड़ 81 लाख रुपये लागत बताई। कहा कि 299 घरों में जलापूर्ति होगी, पर अभी 55 घरों में हो रही है।
प्रधान शशि राठौर ने बताया कि दो साल से टंकी का निर्माण चल रहा है, आप लोगों के आने पर ही कुछ घरों में पानी की सप्लाई चालू हुई है। गांव के श्याम सिंह राजेंद्र आदि ने कहा कि जल निगम उनकी जमीन से अवैध रूप से रास्ता निकाल रहा है। ग्रामीणों ने गांव में स्वास्थ्य केंद्र, बैंक, बरात घर, सोता नाला की सफाई कराए जाने के साथ गांव में अन्य सुविधाएं दिए जाने के बारे में सुझाव लिखकर दिए।
इस दौरान बीडीओ सुनील कुमार जायसवाल, एडीओ पंचायत अजीत पाठक, बीईओ राजीव श्रीवास्तव, सीडीपीओ मानवेंद्र सिंह, डॉ. प्रमित राजपूत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।