फर्रुखाबाद। फतेहगढ़ के पुतला दहन से वापस आए अधिवक्ताओं को रजिस्ट्री दफ्तर में बैनामे होते मिले। इस पर उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। बैनामा लिखनेवालों से नोकझोंक के बाद रजिस्ट्री दफ्तर में ताले डाल दिए। वकील दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए। इसके बाद शाम तक उन्होंने बैनामे नहीं होने दिए।
सदर तहसील के वकील विरोध मार्च में भाग लेने फतेहगढ़ चले गए। इसी दौरान 4 बैनामे कराए गए। तहसील के वकील वापस पहुंचे, तो उन्होंने रजिस्ट्री दफ्तर में काम होता देखा। इस पर हंगामा खड़ा कर दिया। काम कर रहे बैनामा लिखनेवालों से नोकझोंक होने लगी। काफी देर विवाद के बाद गुस्साए वकीलों ने रजिस्ट्री दफ्तर में तालाबंदी करके वहीं धरने पर बैठ गए। वकीलों ने हड़ताल के वक्त बैनामा कराने के मामले को गंभीरता के लिया। उन्होंने अब कामकाज न होने देने की चेतावनी दी। कहा कि मांगें पूरी न होने तक किसी भी कीमत पर अधिवक्ता काम नहीं करेंगे।
फर्रुखाबाद। फतेहगढ़ के पुतला दहन से वापस आए अधिवक्ताओं को रजिस्ट्री दफ्तर में बैनामे होते मिले। इस पर उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। बैनामा लिखनेवालों से नोकझोंक के बाद रजिस्ट्री दफ्तर में ताले डाल दिए। वकील दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए। इसके बाद शाम तक उन्होंने बैनामे नहीं होने दिए।
सदर तहसील के वकील विरोध मार्च में भाग लेने फतेहगढ़ चले गए। इसी दौरान 4 बैनामे कराए गए। तहसील के वकील वापस पहुंचे, तो उन्होंने रजिस्ट्री दफ्तर में काम होता देखा। इस पर हंगामा खड़ा कर दिया। काम कर रहे बैनामा लिखनेवालों से नोकझोंक होने लगी। काफी देर विवाद के बाद गुस्साए वकीलों ने रजिस्ट्री दफ्तर में तालाबंदी करके वहीं धरने पर बैठ गए। वकीलों ने हड़ताल के वक्त बैनामा कराने के मामले को गंभीरता के लिया। उन्होंने अब कामकाज न होने देने की चेतावनी दी। कहा कि मांगें पूरी न होने तक किसी भी कीमत पर अधिवक्ता काम नहीं करेंगे।