गोंडा। बेसिक शिक्षा विभाग को एक साल से एक अदद बीएसए नही मिल पा रहा है। फरवरी में बीएसए के निलंबन के बाद काफी कवायद होने पर बीएसए की अक्टूबर में तैनाती हो सकी। लंबे इंतजार के बाद बीएसए जय प्रताप सिंह ने कार्यभार भी 26 अक्तूबर को संभाल लिया था।
लेकिन एक माह बीतने के बाद ही उनको भी हटा दिया गया। इस बार किया गया तबादला चौंकाने वाला है। बताया जा रहा है कि 15 दिन पहले ही बीएसए को निदेशालय संबद्ध किये जाने की कार्रवाई शासन में शुरू हो गई थी। बीएसए यहां कार्यभार ग्रहण करने से पहले ही स्थानांतरण के लिए पैरवी कर चुके थे।
जिले में बेसिक शिक्षा अधिकारी का पद साल 2017 में भाजपा सरकार के बनने से विवादों से घिरा रहा है। उस समय बीएसए अजय सिंह को निलंबित किया गया। इसके बाद जिले में आए संतोष कुमार देव पांडे को भी हटाकर निदेशालय से संबद्व कर दिया गया था। उनके बाद आए रमाकांत वर्मा को भी चंद दिनों में ही निदेशालय ही जाना पड़ा।
फिर बीएसए के पद मनीराम सिंह आए और उन्होंने काम भी तेज किया। लेकिन जिस मामले में उनका कोई दोष नही था, उसी मामले में उन्हें निलंबित कर दिया गया। इसके बाद जिले में आए डा. इद्रजीत प्रजापति भी सियासत के शिकार हो गए और बीते फरवरी 2021 में उन्हें निलंबित कर दिया गया।
इसके बाद माह अक्टूबर तक कोई बीएसए ही नही आ सका। अब बीएसए जय प्रताप सिंह को भी शासन ने निदेशालय से संबद्व कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि अभी किसी की तैनाती नही की गई है। कटरा बाजार के बीईओ आरपी सिंह को बीएसए का प्रभार सौंपा गया है। अब नए बीएसए का इंतजार हो रहा है।
गोंडा। बेसिक शिक्षा विभाग को एक साल से एक अदद बीएसए नही मिल पा रहा है। फरवरी में बीएसए के निलंबन के बाद काफी कवायद होने पर बीएसए की अक्टूबर में तैनाती हो सकी। लंबे इंतजार के बाद बीएसए जय प्रताप सिंह ने कार्यभार भी 26 अक्तूबर को संभाल लिया था।
लेकिन एक माह बीतने के बाद ही उनको भी हटा दिया गया। इस बार किया गया तबादला चौंकाने वाला है। बताया जा रहा है कि 15 दिन पहले ही बीएसए को निदेशालय संबद्ध किये जाने की कार्रवाई शासन में शुरू हो गई थी। बीएसए यहां कार्यभार ग्रहण करने से पहले ही स्थानांतरण के लिए पैरवी कर चुके थे।
जिले में बेसिक शिक्षा अधिकारी का पद साल 2017 में भाजपा सरकार के बनने से विवादों से घिरा रहा है। उस समय बीएसए अजय सिंह को निलंबित किया गया। इसके बाद जिले में आए संतोष कुमार देव पांडे को भी हटाकर निदेशालय से संबद्व कर दिया गया था। उनके बाद आए रमाकांत वर्मा को भी चंद दिनों में ही निदेशालय ही जाना पड़ा।
फिर बीएसए के पद मनीराम सिंह आए और उन्होंने काम भी तेज किया। लेकिन जिस मामले में उनका कोई दोष नही था, उसी मामले में उन्हें निलंबित कर दिया गया। इसके बाद जिले में आए डा. इद्रजीत प्रजापति भी सियासत के शिकार हो गए और बीते फरवरी 2021 में उन्हें निलंबित कर दिया गया।
इसके बाद माह अक्टूबर तक कोई बीएसए ही नही आ सका। अब बीएसए जय प्रताप सिंह को भी शासन ने निदेशालय से संबद्व कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि अभी किसी की तैनाती नही की गई है। कटरा बाजार के बीईओ आरपी सिंह को बीएसए का प्रभार सौंपा गया है। अब नए बीएसए का इंतजार हो रहा है।