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Hamirpur News: अपने दिल का रखें ख्याल, जिला अस्पताल में डॉक्टर नहीं
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर
Updated Wed, 12 Nov 2025 12:12 AM IST
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फोटो 11 एचएएमपी 06- शहर स्थिति जिला अस्पताल। संवाद
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हमीरपुर। सर्दी के मौसम ने दस्तक दे दी है। ऐसे में हृदय रोगियों को अपना ध्यान खुद ही रखना होगा। जिला अस्पताल में कोई कार्डियोलॉजिस्ट ही नहीं है। प्राइवेट डॉक्टर भी यहां कोई हृदयरोग विशेषज्ञ नहीं है, ऐसे में मरीजों को कानपुर, लखनऊ या दिल्ली आदि बड़े शहरों तक की दौड़ लगाना मजबूरी है।
जिला पुरुष व महिला अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ (कार्डियोलॉजिस्ट) का पद दशकों से रिक्त है। सर्दियों में सांस व बीपी के काफी मरीज यहां पहुंचते हैं। ऐसे में यहां गंभीर मरीजों को रेफर करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। गतवर्ष 612 दिल के मरीज निकले। इनमें चार पुरुष व पांच महिलाओं की मौत हो गई, जबकि 51 मरीजों को रेफर किया गया था। वहीं, एक जनवरी से अक्तूबर 2025 तक हार्ट के कुल 167 मरीजों को भर्ती किया गया। इनमें 11 मरीजों की मौत हो गई। इनमें गंभीर 22 पुरुष व 18 महिलाओं (कुल 40) को यहां से रेफर किया गया है।
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रेफर सेंटर है जिला अस्पताल
शहर के नौबस्ता मोहल्ला निवासी हृदय रोगी सुनील धुरिया ने बताया कि उन्हें बीते जुलाई माह में अटैक पड़ा था। जिला अस्पताल में कोई हृदय रोग विशेषज्ञ न होने से परेशानी उठानी पड़ी और लखनऊ स्थिति पीजीआई में जाकर आपरेशन कराया है। अस्पताल में सिर्फ ईजीसी की ही सुविधा है।
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प्रतिमाह तीन हजार की लगती दवाएं
शहर निवासी मरीज अनिल सोनी ने बताया कि तीन बार दिल का दौरा पड़ चुका है। हार थककर कानुपर हृदय संस्थान में ओपेन सर्जरी कराई थी। हर माह करीब तीन हजार की दवाएं खरीदनी पड़ती हैं। जिला अस्पताल में कोई चिकित्सक तक नहीं है। मरीजों को दूसरे जनपदों की दौड़ लगानी पड़ती है।
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सुबह अवश्य टहलें
वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. आरएस प्रजापति कहते हैं कि सुबह का टहलना हृदय रोगियों के लिए काफी फायदेमंद है, लेकिन सुबह की सर्दी से बचना चाहिए, ज्यादा तला भुना व मसालेदार खाने से बचना चाहिए। आयोजन में कटे सलाद को तो बिलकुल नहीं खाना चाहिए। रोजाना तीन-चार हृदय रोगी आते हैं।
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इन बातों का रखें ख्याल
- रात में जल्दी सोए और सुबह जल्दी उठें।
- रात में भोजन के बाद कम से कम 100 मीटर टहलें।
- अधिक मात्रा में मांसाहार, धूम्रपान एवं शराब से दूरी बनाएं।
- हृदय रोगियों को उम्र के हिसाब से सुबह उठ कर योग करना, टहलना, खेलना, व्यायाम करना आदि को जीवन शैली में शामिल करना चाहिए।
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ज्यादातर जिला अस्पतालों में कार्डियोलॉजिस्ट नहीं है। शासन स्तर से बराबर मांग की जा रही है। बड़े-बड़े मेडिकल कॉलेजों में ही इनकी तैनाती है।
- डॉ. गीतम सिंह, सीएमओ।
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जिला पुरुष व महिला अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ (कार्डियोलॉजिस्ट) का पद दशकों से रिक्त है। सर्दियों में सांस व बीपी के काफी मरीज यहां पहुंचते हैं। ऐसे में यहां गंभीर मरीजों को रेफर करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। गतवर्ष 612 दिल के मरीज निकले। इनमें चार पुरुष व पांच महिलाओं की मौत हो गई, जबकि 51 मरीजों को रेफर किया गया था। वहीं, एक जनवरी से अक्तूबर 2025 तक हार्ट के कुल 167 मरीजों को भर्ती किया गया। इनमें 11 मरीजों की मौत हो गई। इनमें गंभीर 22 पुरुष व 18 महिलाओं (कुल 40) को यहां से रेफर किया गया है।
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रेफर सेंटर है जिला अस्पताल
शहर के नौबस्ता मोहल्ला निवासी हृदय रोगी सुनील धुरिया ने बताया कि उन्हें बीते जुलाई माह में अटैक पड़ा था। जिला अस्पताल में कोई हृदय रोग विशेषज्ञ न होने से परेशानी उठानी पड़ी और लखनऊ स्थिति पीजीआई में जाकर आपरेशन कराया है। अस्पताल में सिर्फ ईजीसी की ही सुविधा है।
प्रतिमाह तीन हजार की लगती दवाएं
शहर निवासी मरीज अनिल सोनी ने बताया कि तीन बार दिल का दौरा पड़ चुका है। हार थककर कानुपर हृदय संस्थान में ओपेन सर्जरी कराई थी। हर माह करीब तीन हजार की दवाएं खरीदनी पड़ती हैं। जिला अस्पताल में कोई चिकित्सक तक नहीं है। मरीजों को दूसरे जनपदों की दौड़ लगानी पड़ती है।
सुबह अवश्य टहलें
वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. आरएस प्रजापति कहते हैं कि सुबह का टहलना हृदय रोगियों के लिए काफी फायदेमंद है, लेकिन सुबह की सर्दी से बचना चाहिए, ज्यादा तला भुना व मसालेदार खाने से बचना चाहिए। आयोजन में कटे सलाद को तो बिलकुल नहीं खाना चाहिए। रोजाना तीन-चार हृदय रोगी आते हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
- रात में जल्दी सोए और सुबह जल्दी उठें।
- रात में भोजन के बाद कम से कम 100 मीटर टहलें।
- अधिक मात्रा में मांसाहार, धूम्रपान एवं शराब से दूरी बनाएं।
- हृदय रोगियों को उम्र के हिसाब से सुबह उठ कर योग करना, टहलना, खेलना, व्यायाम करना आदि को जीवन शैली में शामिल करना चाहिए।
ज्यादातर जिला अस्पतालों में कार्डियोलॉजिस्ट नहीं है। शासन स्तर से बराबर मांग की जा रही है। बड़े-बड़े मेडिकल कॉलेजों में ही इनकी तैनाती है।
- डॉ. गीतम सिंह, सीएमओ।

फोटो 11 एचएएमपी 06- शहर स्थिति जिला अस्पताल। संवाद