हापुड़ के हाफिजपुर थाना क्षेत्र के गांव रामपुर में अधिवक्ता और ग्राम प्रधान पक्ष के बीच हुई मारपीट के मामले में रिपोर्ट दर्ज न होने पर नाराज अधिवक्ताओं ने तहसील चोपले पर जाम लगा दिया। इस दौरान वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं।
अधिवक्ताओं का आरोप है कि तीन दिन पहले हुई मारपीट के दौरान प्रधान पक्ष के लोगों ने पीड़ित अधिवक्ता मिथुन पर जान से मारने की नीयत से फायर किए थे। पुलिस को खोखे भी बरामद हो गए थे, लेकिन आरोपी पक्ष की तहरीर पर पीड़ित अधिवक्ता के खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज कर ली।
जबकि इस मामले में सुबह अधिवक्ता एसपी से मिलने पहुंचे तो उन्होंने भी रिपोर्ट दर्ज करने से इंकार कर दिया। एसपी ने जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही थी, जबकि अधिवक्ता पहले रिपोर्ट दर्ज करा कर जांच करने की मांग कर रहे थे। एसपी कार्यालय से निकलने के बाद अधिवक्ता तहसील चौराहे पर पहुंचे और जाम लगा दिया। अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
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हापुड़ के हाफिजपुर थाना क्षेत्र के गांव रामपुर में अधिवक्ता और ग्राम प्रधान पक्ष के बीच हुई मारपीट के मामले में रिपोर्ट दर्ज न होने पर नाराज अधिवक्ताओं ने तहसील चोपले पर जाम लगा दिया। इस दौरान वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं।
अधिवक्ताओं का आरोप है कि तीन दिन पहले हुई मारपीट के दौरान प्रधान पक्ष के लोगों ने पीड़ित अधिवक्ता मिथुन पर जान से मारने की नीयत से फायर किए थे। पुलिस को खोखे भी बरामद हो गए थे, लेकिन आरोपी पक्ष की तहरीर पर पीड़ित अधिवक्ता के खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज कर ली।
जबकि इस मामले में सुबह अधिवक्ता एसपी से मिलने पहुंचे तो उन्होंने भी रिपोर्ट दर्ज करने से इंकार कर दिया। एसपी ने जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही थी, जबकि अधिवक्ता पहले रिपोर्ट दर्ज करा कर जांच करने की मांग कर रहे थे। एसपी कार्यालय से निकलने के बाद अधिवक्ता तहसील चौराहे पर पहुंचे और जाम लगा दिया। अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।