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Hardoi News: आगरा एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए अधिग्रहित होगी 53 हेक्टेयर भूमि
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हरदोई। गंगा एक्सप्रेसवे को आगरा एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाली परियोजना के लिए जिले में 53 हेक्टेयर से अधिक भूमि की खरीदारी की जाएगी। यह भूमि तहसील सवायजपुर के 915 किसानों की है। यूपीडा (उप्र एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) ने परियोजना के लिए सवायजपुर के छह गांवों में भूमि का चिह्नांकन कर लिया है। अब किसानों से भूमि का बैनामा कराया जाना है।
वैसे तो गंगा एक्सप्रेसवे और आगरा एक्सप्रेसवे जिले से गुजर रहे हैं लेकिन उन दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए हरदोई-फर्रुखाबाद जनपद को शामिल किया गया है। जिले की तहसील सवायजपुर क्षेत्र से गंगा एक्सप्रेसवे से आगरा एक्सप्रेसवे के लिए छह लेन मार्ग बनवाए जाने की शासन ने स्वीकृति दी थी। मुख्यमंत्री की शीर्ष प्राथमिकता में से एक इस परियोजना को यूपीडा ने फर्रुखाबाद प्रवेश नियंत्रित परियोजना नाम दिया है।
करीब 90.83 किलोमीटर लंबाई में बनने वाले छह लेन के सड़क गंगा एक्सप्रेसवे हरदोई और फर्रुखाबाद जनपद को भी जोड़ेगा। छह लेन मार्ग बनवाए जाने के लिए यूपीडा की तरफ से मानचित्र के अनुसार भूमि चिह्नित की गई है जिसमें जिले में 53.7668 हेक्टेयर भूमि की खरीदारी की जाएगी। भूमि का बैनामा कराए जाने के लिए 50 करोड़ से अधिक रुपये खर्च किए जाएंगे।
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इन गांवों से ली जाएगी भूमि :
यूपीडा की तरफ से फर्रुखाबाद प्रवेश नियंत्रित परियोजना के लिए छह गांवों से भूमि चिह्नित की गई है। बताया कि यूपीडा ने तहसील सवायजपुर के मरकड़ा गांव में चार किसानों से 0.4808 हेक्टेयर भूमि, कनकापुर उबरिया गांव में 86 किसानों से 4.4593 हेक्टेयर, सरसई गांव में 214 किसानों से 13.7395 हेक्टेयर भूमि, तिमिरपुर गांव में 304 किसानों से 19.2568 हेक्टेयर भूमि, सैदापुर गांव में 110 किसानों से 9.1714 हेक्टेयर और रायपुर गांव में 197 किसानाें से 6.16568 हेक्टेयर भूमि चिह्नित की है।
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सर्किल रेट से चार गुना भुगतान पर होगा बैनामा
फर्रुखाबाद प्रवेश नियंत्रित परियोजना के तहसील सवायजपुर के छह गांवों में किसानों से भूमि की खरीदारी की जानी है। भूमि चिह्नित हो गई है। भूमि का बैनामा कराया जाना है। भूमि बैनामा कराए जाने के लिए यूपीडा से रुपये आने शेष हैं। रुपये आते ही बैनामा कराए जाएंगे। परियोजना के लिए ली जानी वाली भूमि की खरीदारी किसानों को सर्किल रेट से चार गुना पर की जाएगी। यूपीडा से भूमि बैनामा कराए जाने के लिए करीब 50,00,00,000 से अधिक रुपये की मांग की गई है। -प्रियंका सिंह, अपर जिलाधिकारी
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वैसे तो गंगा एक्सप्रेसवे और आगरा एक्सप्रेसवे जिले से गुजर रहे हैं लेकिन उन दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए हरदोई-फर्रुखाबाद जनपद को शामिल किया गया है। जिले की तहसील सवायजपुर क्षेत्र से गंगा एक्सप्रेसवे से आगरा एक्सप्रेसवे के लिए छह लेन मार्ग बनवाए जाने की शासन ने स्वीकृति दी थी। मुख्यमंत्री की शीर्ष प्राथमिकता में से एक इस परियोजना को यूपीडा ने फर्रुखाबाद प्रवेश नियंत्रित परियोजना नाम दिया है।
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करीब 90.83 किलोमीटर लंबाई में बनने वाले छह लेन के सड़क गंगा एक्सप्रेसवे हरदोई और फर्रुखाबाद जनपद को भी जोड़ेगा। छह लेन मार्ग बनवाए जाने के लिए यूपीडा की तरफ से मानचित्र के अनुसार भूमि चिह्नित की गई है जिसमें जिले में 53.7668 हेक्टेयर भूमि की खरीदारी की जाएगी। भूमि का बैनामा कराए जाने के लिए 50 करोड़ से अधिक रुपये खर्च किए जाएंगे।
इन गांवों से ली जाएगी भूमि :
यूपीडा की तरफ से फर्रुखाबाद प्रवेश नियंत्रित परियोजना के लिए छह गांवों से भूमि चिह्नित की गई है। बताया कि यूपीडा ने तहसील सवायजपुर के मरकड़ा गांव में चार किसानों से 0.4808 हेक्टेयर भूमि, कनकापुर उबरिया गांव में 86 किसानों से 4.4593 हेक्टेयर, सरसई गांव में 214 किसानों से 13.7395 हेक्टेयर भूमि, तिमिरपुर गांव में 304 किसानों से 19.2568 हेक्टेयर भूमि, सैदापुर गांव में 110 किसानों से 9.1714 हेक्टेयर और रायपुर गांव में 197 किसानाें से 6.16568 हेक्टेयर भूमि चिह्नित की है।
सर्किल रेट से चार गुना भुगतान पर होगा बैनामा
फर्रुखाबाद प्रवेश नियंत्रित परियोजना के तहसील सवायजपुर के छह गांवों में किसानों से भूमि की खरीदारी की जानी है। भूमि चिह्नित हो गई है। भूमि का बैनामा कराया जाना है। भूमि बैनामा कराए जाने के लिए यूपीडा से रुपये आने शेष हैं। रुपये आते ही बैनामा कराए जाएंगे। परियोजना के लिए ली जानी वाली भूमि की खरीदारी किसानों को सर्किल रेट से चार गुना पर की जाएगी। यूपीडा से भूमि बैनामा कराए जाने के लिए करीब 50,00,00,000 से अधिक रुपये की मांग की गई है। -प्रियंका सिंह, अपर जिलाधिकारी