संवाद न्यूज एजेंसी, हाथरस।
भाजपा की हाथरस सदर सीट की प्रत्याशी अंजुला माहौर के विरोध में इस सीट से टिकट मांगने वाले अन्य नेता व कई भाजपा पदाधिकारी लामबंद हो गए हैं। इन नेताओं ने अंजुला माहौर के खिलाफ नारेबाजी की और उन्हें फर्जी दलित बताया। इन नेताओं ने कहा कि अंजुला माहौर जाति से कोरी नहीं हैं।
उनके प्रमाण पत्र फर्जी हैं। वह जाति से ठाकुर हैं। इन नेताओं ने संयुक्त रूप से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर प्रत्याशी बदलने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि हाथरस सदर सीट से भाजपा में दावेदारों की लंबी लाइन थी लेकिन पार्टी ने आगरा की पूर्व मेयर अंजुला माहौर को टिकट दे दिया।
अंजुला
का कई दिन से विरोध चल रहा था लेकिन अब उनके खिलाफ टिकट के अन्य दावेदार व भाजपा नेता एकजुट हो गए हैं। इन नेताओं ने यहां आशीर्वाद गार्डन में एकजुट होकर अंजुला माहौर के खिलाफ नारे लगाए। इन नेताओं ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र भी लिखा है।
पत्र में कहा गया है कि हाथरस सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र भाजपा का प्रभुत्व वाला क्षेत्र रहा है। लेकिन हाथरस का दुर्भाग्य है कि पार्टी के दलित समाज के कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर आगरा की अंजुला माहौर को टिकट दे दिया गया। यह स्थानीय कार्यकर्ताओं की भावना पर कुठाराघात है।
अंजुला माहौर, दलित कोरी समाज की पैदायशी महिला नहीं है। उनके शैक्षिक प्रमाणपत्रों से स्पष्ट है कि वह सवर्ण जाति ठाकुर की जन्मजात महिला है। अंजुला माहौर के पिता की सर्विस बुक में भी जाति का कॉलम कूटरचित है। ऐसे में अंजुला माहौर को प्रत्याशी बनाए जाने से दलित समाज में व क्षेत्रीय जनता में भारी रोष व्याप्त है।
पार्टी ने हाथरस को दलित नेताओं से विहीन समझ लिया है। अंजुला भाजपा से निर्वाचित होकर आगरा के मेयर पद पर आसीन हुई थी लेकिन बाद में सपा में चली गई थी। उनकी निष्ठाएं भी संदिग्ध रही हैं। ऐसे में यहां के लोग ऐसे प्रत्याशी को स्वीकार नहीं करेंगे। यह अनुसूचित जाति के नेताओं का खुला अपमान भी है।
इसलिए हम सभी आवेदक यह मांग करते हैं कि हाथरस क्षेत्र की जनता को विधानसभा क्षेत्र का प्रत्याशी हममें से किसी को भी बना दिया जाए। पत्र लिखे वालों में पूर्व सांसद बंगाली सिंह, पूर्व सांसद राजेश दिवाकर, पूर्व पालिकाध्यक्ष डौली माहौर, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रामवीर सिंह भैयाजी, पूर्व जिला महामंत्री डॉ. चंद्रशेखर रावल, प्रेमबिहारी चटर्जी, श्वेता दिवाकर, नीतू सिंह दिवाकर, जिला मंत्री संध्या आर्य, राजू राज, पूर्व सभासद रमन माहौर, रत्नेश चटर्जी शामिल हैं।
- पहले यह लोग मुझे बाहरी बता रहे थे और अब मेरी जाति पर सवाल उठा रहे हैं। मैं अनुसूचित जाति से हूं। इसे लेकर कई बार जांच हो चुकी है लेकिन मेरी जाति को लेकर जो आरोप लगाए जाते रहे हैं। वह निराधार ही निकले हैं। मैं आगरा की मेयर भी रही हूं। मैं यहां के लोगों के साथ इतना घुलमिल जाऊंगी कि उन्हें महसूस भी नहीं होगा कि मैं बाहरी हूं। मुझे पार्टी ने अधिकृत प्रत्याशी बनाया है। - अंजुला माहौर, प्रत्याशी भाजपा