Hathras: अवैध होर्डिंग का धंधा, बेच दिया हर खंभा, ढाई साल में दो करोड़ का नुकसान, डीएम ने दिए जांच के निर्देश
सड़क किनारे लगे बड़े विज्ञापन बैनर को पेंसिल पोल या साइड होर्डिंग कहा जाता है। एक पेंसिल पोल से पालिका को 57 हजार रुपये की कमाई होती है। शहर में लगभग 50 ऐसे पोल हैं। इस हिसाब से साल भर में लगभग 28.50 लाख रुपये का नुकसान हाथरस नगर पालिका को होता है।
विस्तार
यूनिपोल व छोटे कियोस्क विज्ञापन के नाम पर हाथरस जिले में करोड़ों रुपये का खेल हो गया। हाथरस शहर में हर खंभा बेच दिया गया, लेकिन इससे पालिका को एक धेला नहीं मिला। एक अनुमान के अनुसार पिछले ढाई साल में लगभग दो करोड़ रुपये की कर चोरी का मामला सामने आ रहा है। जिलाधिकारी इस प्रकरण की जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
हाथरस शहर में यूनिपोल की लगभग 60 साइट हैं। ये यूनिपोल पूर्व में विज्ञापन एजेंसी संचालकों ने नियम विरुद्ध तरीके से खड़े कर दिए हैं। इनमें लगभग 35 साइट 10 गुणा 30 और लगभग 25 साइट 10 गुणा 20 वर्ग फीट की हैं। एक पोल का दोनों ओर का विज्ञापन फेस नापा जाता है। इस हिसाब से बड़े पोल का दोनों ओर का साइज 600 वर्ग फुट होता है।
टेंडर के अनुसार पालिका के कोष में एक पोल से 210 रुपये प्रति वर्ग फुट सालाना और 15 हजार रुपये प्रीमियम जमा होना चाहिए। हिसाब लगाएंगे तो 35 साइट से 49.35 लाख रुपये और 25 साइट से 24.75 लाख रुपये जमा होने चाहिए। डेढ़ साल तक इन खभों का टेंडर ही नहीं उठा, जिससे नगर पालिका को लगभग 1.11 करोड़ की चपत लगी। इसके बाद जनवरी 2025 में केवल 45 यूनिपोल का टेंडर उठा। इनके लगभग 60 लाख रुपये कोष में जमा होने चाहिए थे, लेकिन सूत्रों के अनुसार कोष में कई बार में लगभग छह लाख रुपये ही जमा हुए हैं। शेष 15 पोलों पर अवैध रूप से ही होर्डिंग लगाए जा रहे हैं। लगभग 21 लाख रुपये का पालिका को यह नुकसान अलग से हो रहा है।
अवैध यूनिपोल सड़कों से हटाए जाएंगे। इन्हें लगाने वालों पर भी विधिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। एसडीएम को इस संबंध में निर्देशित किया गया है। टैक्स प्रकरण की भी जांच कराई जाएगी। राजस्व नुकसान पाया जाता है तो वसूली कराई जाएगी।-अतुल वत्स, डीएम
छोटे विज्ञापनों में भी बड़ा खेल, ठेका उठा
छोटे कियोस्क विज्ञापनों का तो कभी ठेका उठा ही नहीं, जबकि असली कमाई इन्हीं से है। यदि सही ढंग से विस्तृत जांच बैठाई जाए तो पिछले कार्यकाल में भी करोड़ों रुपये का खेल सामने आ सकता है। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी रोहित सिंह से यूनिपोल व कियोस्क के ठेके व जमा हुए टैक्स के बारे में पूछा गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
अलीगढ़ रोड दयानतपुर डिवाइडर पर ओक्टागोनल पोल पर लगभग 60 साइटें हैं। तालाब चौराहा से हतीसा से लगभग तीन 300 साइटें हैं। तालाब चौराहा के रेल ओवरब्रिज पर 40 साइटें हैं। मेंडू रोड पर सासनी गेट चौराहा से आदर्श नगर तक लगभग लगभग 60 साइटें हैं, जिनका सड़क के हिसाब से विज्ञापनदाताओं से एकमुश्त सौदा होता है।
दयानतपुर का 25 हजार रुपये महीने, ओवरब्रिज का लगभग 50 हजार रुपये महीने, मथुरा रोड का 50 हजार रुपये महीने है। इनके अलावा शहर में लगे हजारों बिजली के खंभों पर ढाई सौ रुपये महीना एक खंभा तय है। दो खंभों के बीच 10 गुणा छह फीट के फ्लैक्स लगे हैं, जिनसे लगभग 2,500 रुपये महीने की वसूली होती है। इन सभी छोटी साइटों में नगर पालिका को आज तक धेला नहीं मिला और न ही किसी ने इनका टेंडर उठाने की जहमत उठाई।
पेंसिल पोल या साइड होर्डिंग
सड़क किनारे लगे बड़े विज्ञापन बैनर को पेंसिल पोल या साइड होर्डिंग कहा जाता है। एक पेंसिल पोल से पालिका को 57 हजार रुपये की कमाई होती है। शहर में लगभग 50 ऐसे पोल हैं। इस हिसाब से साल भर में लगभग 28.50 लाख रुपये का नुकसान पालिका को होता है।
ऐसे हुआ दो करोड़ का नुकसान
इस तरह से ढाई साल से नगर पालिका को लगभग दो करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। 60 यूनिपोल साइटों से एक साल में लगभग 74 लाख रुपये का राजस्व मिलता। सूत्रों के अनुसार ढाई साल में कुल 1.85 करोड़ में से केवल छह लाख ही जमा हो सके हैं। इसके अतिरिक्त पेंसिल पोल से 28 लाख प्राप्त होते, उसका ठेका ही नहीं उठा।
विज्ञापन एजेंसियों को होर्डिंग से होने वाली अनुमानित कमाई
प्रचार के प्रकार संख्या लगभग कमाई(सालाना)
60 यूनिपोल से 2.23 करोड़ रुपये
पेंसिल पोल/साइड होर्डिंग 50 से 60 लाख रुपये
तालाब आरओबी पर लगे कियोस्क से 40 छह लाख रुपये
अलीगढ़ रोड दयानतपुर 60 कियोस्क से तीन लाख रुपये
तालाब से हतीसा तक 300 कियोस्क से छह लाख रुपये
कुल 510 खंबों से 2.98 करोड़ रुपये