झांसी। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के बढ़ते हमलों के चलते ओपीडी सेवाएं एक सप्ताह के लिए बंद कर दी गई हैं। किसी विभाग में 25 प्रतिशत तो किसी में 80 फीसदी तक जूनियर डॉक्टर कोरोना की चपेट में आ गए हैं। सोमवार से ओपीडी बंद होने के चलते कई मरीजों को बिना इलाज कराए ही लौटना पड़ा।
कोविड के बढ़ते प्रसार की वजह से सोमवार से पर्चा काउंटर बंद करने के आदेश कॉलेज प्रशासन ने जारी कर दिए। ऐसे में दिनभर में एक भी ओपीडी पर्चा नहीं बन सका। कई विभागों में ताले लटके रहे। कुछ विभागों में जरूर डॉक्टरों ने बैठकर पुराने पर्चे पर मरीजों को देखा। मगर मंगलवार से ये सुविधा भी नहीं मिलेगी। सिर्फ इमरजेंसी और ओटी सेवाएं डॉक्टर देंगे। संक्रमित हुए जूनियर और सीनियर रेजिडेंट को कॉलेज प्रशासन ने एक सप्ताह के लिए आइसोलेट कर दिया है। साथ ही उनके संपर्क में आने वालों की भी जांच कराई जा रही है। किसी भी चिकित्सक में लक्षण सामने आने पर तुरंत सूचना देने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही मास्क पहनकर ही ड्यूटी करना अनिवार्य कर दिया गया है।
कहां-कितने डॉक्टर पॉजिटिव
विभाग कुल जेआर संक्रमित
एनेस्थीसिया 8 4
सर्जरी 14 6
ऑर्थोपेडिक 15 3
ईएनटी 5 4
गायनी 14 11
पीडियाट्रिक 16 5
मेडिसिन 22 3
रेडियोलॉजी 6 1
मेडिकल कॉलेज में लगातार जूनियर और सीनियर रेजिडेंट पॉजिटिव आ रहे हैं। उन्हें आइसोलेट कर एक सप्ताह के लिए ओपीडी बंद कर दी गई हैं। ताकि, कोई मरीज पॉजिटिव न हो पाया। - डॉ. एनएस सेंगर, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज।
झांसी। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के बढ़ते हमलों के चलते ओपीडी सेवाएं एक सप्ताह के लिए बंद कर दी गई हैं। किसी विभाग में 25 प्रतिशत तो किसी में 80 फीसदी तक जूनियर डॉक्टर कोरोना की चपेट में आ गए हैं। सोमवार से ओपीडी बंद होने के चलते कई मरीजों को बिना इलाज कराए ही लौटना पड़ा।
कोविड के बढ़ते प्रसार की वजह से सोमवार से पर्चा काउंटर बंद करने के आदेश कॉलेज प्रशासन ने जारी कर दिए। ऐसे में दिनभर में एक भी ओपीडी पर्चा नहीं बन सका। कई विभागों में ताले लटके रहे। कुछ विभागों में जरूर डॉक्टरों ने बैठकर पुराने पर्चे पर मरीजों को देखा। मगर मंगलवार से ये सुविधा भी नहीं मिलेगी। सिर्फ इमरजेंसी और ओटी सेवाएं डॉक्टर देंगे। संक्रमित हुए जूनियर और सीनियर रेजिडेंट को कॉलेज प्रशासन ने एक सप्ताह के लिए आइसोलेट कर दिया है। साथ ही उनके संपर्क में आने वालों की भी जांच कराई जा रही है। किसी भी चिकित्सक में लक्षण सामने आने पर तुरंत सूचना देने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही मास्क पहनकर ही ड्यूटी करना अनिवार्य कर दिया गया है।
कहां-कितने डॉक्टर पॉजिटिव
विभाग कुल जेआर संक्रमित
एनेस्थीसिया 8 4
सर्जरी 14 6
ऑर्थोपेडिक 15 3
ईएनटी 5 4
गायनी 14 11
पीडियाट्रिक 16 5
मेडिसिन 22 3
रेडियोलॉजी 6 1
मेडिकल कॉलेज में लगातार जूनियर और सीनियर रेजिडेंट पॉजिटिव आ रहे हैं। उन्हें आइसोलेट कर एक सप्ताह के लिए ओपीडी बंद कर दी गई हैं। ताकि, कोई मरीज पॉजिटिव न हो पाया। - डॉ. एनएस सेंगर, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज।