कन्नौज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में सोमवार को 11 साल के एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। इलाज गांव का ही एक झोलाछाप कर रहा था। परिजनों ने बताया कि कुछ दिनों पहले नाजिम के पैरों में दर्द हो रहा था।
इलाज के लिए गांव में ही मौजूद झोलाछाप के पास पहुंचे। झोलाछाप के इंजेक्शन लगाने के बाद बच्चे के शरीर में इंफेक्शन फैल गया। इंफेक्शन इतनी तेजी से फैल रहा था कि पूरा शरीर काला पड़ने लगा। परिजनों ने आनन-फानन बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
जिला अस्पताल में उपचार के बाद परिजन गुरसहायगंज के एक निजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए ले गए। हालांकि गुरसहायगंज के निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने बिना इलाज के ही रेफर कर दिया। रविवार की शाम को गुरसहायगंज से लौटते वक्त रास्ते में नाजिम की मौत हो गई।
कन्नौज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में सोमवार को 11 साल के एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। इलाज गांव का ही एक झोलाछाप कर रहा था। परिजनों ने बताया कि कुछ दिनों पहले नाजिम के पैरों में दर्द हो रहा था।
इलाज के लिए गांव में ही मौजूद झोलाछाप के पास पहुंचे। झोलाछाप के इंजेक्शन लगाने के बाद बच्चे के शरीर में इंफेक्शन फैल गया। इंफेक्शन इतनी तेजी से फैल रहा था कि पूरा शरीर काला पड़ने लगा। परिजनों ने आनन-फानन बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
जिला अस्पताल में उपचार के बाद परिजन गुरसहायगंज के एक निजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए ले गए। हालांकि गुरसहायगंज के निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने बिना इलाज के ही रेफर कर दिया। रविवार की शाम को गुरसहायगंज से लौटते वक्त रास्ते में नाजिम की मौत हो गई।